विनेश ने पति के मामा को कोच बता कर हरियाणा सरकार से 25-30 लाख रुपए ग्रांट दिलाई। मुझे धरने को लीड करने के लिए कहा गया। यहां तक कि हरियाणा कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद का लालच दिया गया। यह फेडरेशन कब्जाना चाहते हैं।
4 पहलवान और 3 कोच देर रात 9 बजे मेरे घर आए और कहा योगेश्वर इस धरने को तू लीड कर ले। तुझे हरियाणा कुश्ती फेडरेशन का अध्यक्ष बनवाएंगे। कहा था कि बृजभूषण को हटाना है और फेडरेशन पर हमने कब्जा करना है।
भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह और रेसलर्स विवाद के बीच हरियाणा के पहलवानों में दंगल छिड़ गया है। साक्षी मलिक और बबीता फोगाट के बीच हुई ट्वीटर वार के बाद अब विनेश फोगाट और योगेश्वर दत्त में जुबानी जंग शुरू हो गई है। शुक्रवार को दोनों ने एक-दूसरे पर कई आरोप-प्रत्यारोप लगाए। शुक्रवार की रात को योगेश्वर दत्त अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लाइव आए और कई बड़े खुलासे किए।
उन्होंने कहा कि विनेश ने पति के मामा को कोच हरियाणा सरकार से 25-30 लाख रुपए ग्रांट दिलाई। मुझे धरने को लीड करने के लिए कहा गया। यहां तक कि हरियाणा कुश्ती संघ के अध्यक्ष पद का लालच दिया गया। यह फेडरेशन कब्जाना चाहते हैं।
इससे पहले विनेश ने कहा था कि योगेश्वर बृजभूषण की थाली का झूठा खा रहा है। महिला पहलवानों के नाम बृजभूषण और मीडिया को लीक किए। जब कमेटी के सामने महिला पहलवान अपनी आपबीती बता रही थीं तो वह बहुत घटिया तरह से हंस रहा था।
योगेश्वर दत्त ने कहा कि जब जांच कमेटी बनी थी, उसमें मुझे सदस्य चुना गया था। तभी 4 पहलवान और 3 कोच देर रात 9 बजे मेरे घर आए और कहा योगेश्वर इस धरने को तू लीड कर ले।
तुझे हरियाणा कुश्ती फेडरेशन का अध्यक्ष बनवाएंगे। कहा था कि बृजभूषण को हटाना है और फेडरेशन पर हमने कब्जा करना है। जरूरत पड़ने पर इन पहलवानों के नाम का खुलासा भी कर दूंगा। रात के 12- 01 बजे तक हमारी बातचीत चली थी। मैंने मना किया था, तब मुझे कहा कि इस मैं हमारी मदद करो।
मैंने कहा था कि इस तरह लड़कियों पर शोषण के मामले के बीच मुझे कोई पद नहीं चाहिए। इस बातचीत का मकसद सिर्फ यही था कि बृजभूषण को हटाना है, और हमें उस पद पर आना है। योगेश्वर दत्त ने कोच की ओर इशारा करते हुए बताया कि जो अभी हमारी कष्ट निवारण की कमेटी बनी थी, उसी में से एक कोच घर आया था। कुल मिलाकर बात यह है कि फेडरेशन कब्जाने के लिए कोच मेरे पास आए थे।
2. खिलाड़ियों के मां-बाप ने बताया उनके बच्चों को फंसाया गया है
विनेश फोगाट ने आरोप लगाए हैं कि मैंने कई शिकायतकर्ता खिलाड़ियों और उनके मां-बाप को फोन कर शिकायत वापस लेने की बात कही। तो मैं विनेश से यही कहूंगा कि जिन लड़कियों के पास मैं गया, उन लड़कियों को सामने आना चाहिए। जिन पहलवानों के मां-बाप को मैंने फोन किया, उन्हें भी सामने आना चाहिए। इसी दिन दोपहर को पहलवानों के मां-बाप मुझसे मिले थे। वह मुझसे मिलने के लिए वहां रुके हुए थे।
मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि योगेश्वर जी, हमें इस मामले में फंसाया जा रहा है। हमें नहीं पता था कि यह ऐसे करेंगे। हमारी बेटियों को बहला-फुसलाकर यहां पर लेकर आए थे। तीसरी पहलवान ने भी यही बात कही थी कि हमें फेडरेशन में जाकर अपनी बातें मनवानी है, यह कहकर वहां ले जाया गया था और हमें जंतर मंतर पर ले जाकर बैठा दिया। इसी पहलवान के पिता ने मुझे फोन कर बताया कि विनेश का पहलवान की मम्मी के पास फोन आया और भला बुरा कहते हुए कहा कि तुमने शिकायत से नाम वापस क्यों लिया, तुम पीछे क्यों हट गई।
3. धरने के लिए पहलवानों पर डलवाया गया दबाव
विनेश ने मुझे कहा कि आप 2 चुनाव लड़े, दोनों ही हार गए, इसलिए मैं गलत हूं। इस हिसाब से तो बृजभूषण 6 चुनाव जीत चुके हैं, तो वह ठीक हैं। यूपी का गैंगस्टर अतीक अहमद करीब 6 चुनाव में जीत चुका था, जिसे भी गोलियां मारी गई थी। इस तरह तमाम कई लोग हैं जो बाहुबली हैं और चुनाव भी जीते हैं। इसका मतलब है सब ठीक है। बिना किसी प्रूफ के आप धरना प्रदर्शन करोगे तो कोई भी आपके साथ नहीं होगा। दूसरी बार जब आप ने आंदोलन किया तो आप 6-7 के अलावा कोई भी आपके साथ नहीं था।
पहले धरने में भी आपने रवि दहिया, दीपक पूनिया समेत तमाम पहलवानों को किस तरह से बुलाया था, वह भी हमें पता है। उन पहलवानों पर कहां-कहां से आपने कितना दबाव डलवाया, यह सब भी हम जानते हैं। इस बार भी आपने खूब कोशिश की, लेकिन आप के आंदोलन में कोई नहीं आया। क्योंकि सभी को सच्चाई का पता लग चुका था और इस सच्चाई का मुझे पहले ही दिन से पता था। इसलिए आप यह सर्टिफिकेट देना बंद कीजिए।
आपकी सच्चाई धीरे-धीरे पता लगने लग रही है, आज हरियाणा का कोई भी पहलवान आपके साथ नहीं है, पहले भी कोई नहीं था। खाप पंचायतों और किसान संगठनों को आपने बताया वह आप के बहकावे में आए, वह आपसे बिना कुछ पूछे आपके साथ लगे, आज वह अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं।
4. पति के मामा को कोच बता सरकार से दिलवाए 25-30 लाख रुपए
पूरा देश जानता है कि आपका गुरु आपका ताऊ महावीर फोगाट है। आपको अभी जो हरियाणा सरकार से 25-30 लाख रुपए ग्रांट मिली थी, वह आपने अपने कोच ओम प्रकाश दहिया को दिलवाई। हालांकि वह आपका कोच नहीं है। पर आपने उसे कोच बनाकर उसे इतनी बड़ी ग्रांट दिलवा दी। आपने उसे पैसे क्यों दिलवाए यह भी मैं बता देता हूं, पूरे देशवासियों को पता लगना चाहिए। जिनसे आपकी शादी हुई है सोमबीर राठी उनके मामा है ओम प्रकाश दहिया। इसलिए आपने अपने ताऊ को यहां पर छोड़ दिया और अपनी रिश्तेदारी निभाई। इन 25 लाख के लिए आपने क्या भूमिका सेट की, मुझे इसका नहीं पता, क्योंकि आज का समय स्वार्थ का समय है।
5.आप सरकार से मिले और आपने अपनी ट्रांसफर मनमर्जी से रेलवे में करवाई। रेलवे में जो हमारे कुश्ती के सीनियर अर्जुन अवॉर्डी खिलाड़ी रहे, उनका आपने ट्रांसफर करवाया और उनकी जगह पर आप बैठे। तो ऐसा यह कौन सा आंदोलन आपने किया कि आपके मन मुताबिक सारी बातें हो रही हैं, जिस लड़ाई को लेकर आप आए थे वह लड़ाई कहां हैं आप की? मेरी सभी खाप प्रतिनिधियों और किसान संगठनों से आग्रह है कि वह इस धरने की सच्चाई को जानिए। इस धरने के बाद से जो इन पहलवानों को बेनिफिट मिल रहा है, इसका क्या कारण है।
1. 2017 में इंडोनेशिया गेम्स के लिए आपके अनुरोध पर आप का ट्रायल नहीं लिया गया। इसके अलावा आपने अनुरोध किया कि आपका 48 की वजह 53 किलोग्राम वर्ग में चयन किया जाए। फेडरेशन ने वह भी किया। इन सब के बावजूद भी आप इंडोनेशिया गेम्स खेलने नहीं गए। बल्कि जिस खिलाड़ी का 53 वेट था, उसका वेट 48 करना पड़ा और वह वेट चेंज की वजह हार गई। इस वजह से दोनों वेट कैटेगरी में हमारे हाथ खाली रहे। इसके बावजूद भी आप पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। बस आपको शो-कॉज नोटिस देकर छोड़ दिया गया। शो-कॉज नोटिस भी दिया या नहीं, यह भी मुझे पक्का नहीं पता।
2. 2018 एशियन गेम्स के ट्रायल आपने नहीं दिए। फेडरेशन पर दबाव देकर आप बिना ट्रायल के ही गई थी। मेरा जहां तक मानना है फेडरेशन ने आपका दबाव इसलिए माना क्योंकि आप अच्छे खिलाड़ी थी, इसका मैं कोई और दूसरा मतलब नहीं निकाल सकता।
3. 2019 ओलिंपिक क्वालीफिकेशन टूर्नामेंट में हंगरी में आप गई थी। बिना कोच के आप गई थी। यह सभी चीजें हमें ओवरसाइट कमेटी से पता लगी हैं। वहां पर किसी भारतीय कोच के साथ आप नहीं रही, उनसे अलग रही।
4. 2022 के विश्व चैंपियनशिप प्रतियोगिता में भी आपने ट्रायल न करवाने की जिद्द की थी। कहा था मुझे बिना ट्रायल के भेजो, लेकिन आप की ट्रायल ली गई, क्योंकि आपके वेट में अंतिम नाम की लड़की थी, जो आपके बराबर की थी। उसके साथ आप की ट्रायल हुई।
5. 2016 की ओलिंपिक से पहले भी ओलिंपिक क्वालिफिकेशन टूर्नामेंट में भी आप अपना वेट नहीं लेकर आई। आप ओवरवेट रही थी, उसके बाद भी फेडरेशन ने आप पर कोई कार्रवाई नहीं की। फेडरेशन से अच्छे संबंध आपके हैं या मेरे, अब यह मुझे ज्यादा बताने की जरूरत नहीं है। आप अच्छी पहलवान हो, इसलिए आपके अच्छे संबंध हैं। हमारे भी संबंध अच्छे रहे हैं, लेकिन 2016 ओलिंपिक के बाद फेडरेशन के साथ हमारा कोई तालमेल नहीं रहा।