गोहाना :- 17 अक्तूबर : आढ़ती एसोसिएशन और ट्रक यूनियन एक बार फिर से आमने-सामने आ गए हैं। ट्रांसपोर्टर आढ़ती एसोसिएशन पर आरोप लगा रहे हैं कि वह ट्रक यूनियन तोड़ने की फिराक में है। बस स्टैंड के निकट ट्रक यूनियन के कार्यालय में ट्रांसपोर्टर बड़ी संख्या में जुटे । लोटे में बारी-बारी से नमक डालते हुए कसम खाई गई कि कोई भी ट्रांसपोर्टर आढ़तियों को धान के उठान के लिए सीधे ट्रक नहीं देगा। आढ़तियों द्वारा बाहरी ट्रक मंगवाना बंद करने के लिए दो दिन का अल्टीमेटम दिया गया। ट्रक यूनियन के अध्यक्ष बलजीत मलिक ने धमकी दी कि अगर आढ़ती बाज नहीं आए, 19 अक्तूबर से अनाज मंडी के सब गेटों पर ट्रांसपोर्टर भूख हड़ताल पर बैठ जाएंगे।
इस सीजन में यह दूसरा मौका है जब आढ़तियों और
ट्रांसपोर्टरों में खुला टकराव हुआ है। दोनों बार मध्यस्थता गोहाना नगर परिषद की चेयरपर्सन रजनी इंद्रजीत विरमानी के पति और भाजपा के जिला उपाध्यक्ष इंद्रजीत विरमानी ने की। पहली बार बात बन गई, पर इस बार सींग बुरी तरह से उलझ गए हैं। गिनती के दिन पहले जब दोनों पक्ष टकराए थे, तब इंद्रजीत विरमानी ने बाहर से ट्रक मंगवाने का यह निदान निकाला था कि आढ़ती पहले धान का उठान ट्रक यूनियन के ट्रकों से करवाएंगे तथा जितनी कमी होगी, उतने ट्रक बाहर से मंगवा लिए जाएंगे।
यह सब अच्छे से चल रहा था। लेकिन अचानक से आढ़तियों ने ट्रक यूनियन को नजर अंदाज कर बाहर से ट्रक मंगवाने शुरु कर दिए। इन बाहरी ट्रकों में माल का लदान पुलिस की हाजिरी में हुआ। आढ़तियों का आरोप था कि ट्रक यूनियन से वक्त पर ट्रक नहीं आते, वे देरी से आते हैं। उधर, ट्रक यूनियन की सफाई है कि ट्रक फ्लाईओवर से अनाज मंडी में नहीं आ सकते। उन पर प्रशासन ने पाबंदी लगाई हुई है। बरोदा रोड या महम रोड से आने में रेल फाटक बंद मिले तो कुछ देरी हो जाती है। ट्रक यूनियन के अध्यक्ष बलजीत मलिक का आरोप है कि आढ़तियों ने बैठक कर लिखित में फैसला ले लिया कि जो कोई आढ़ती ट्रक यूनियन से ट्रक मंगवाएगा, उस पर 51 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जाएगा।
लेकिन आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद सहरावत ने इंकार किया कि ऐसी कोई बैठक हुई या जुर्माना तय किया गया। तनातनी के माहौल में दोबारा से चेयरपर्सन के पति इंद्रजीत विरमानी के साथ दोनों पक्ष पुनः साथ-साथ बैठे। दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हो गए कि 15 दिसंबर तक छूट रहेगी। आढ़ती यूनियन के माध्यम से ट्रक नहीं मंगवाएंगे, वे पहले खुद के ट्रक इस्तेमाल करेंगे, उसके बाद गोहाना क्षेत्र के ट्रकों को सीधे बुलाया जाएगा।
ट्रक यूनियन के अध्यक्ष बलजीत मलिक ने तसदीक की कि ऐसा फैसला हुआ था, लेकिन उन्होंने इस फैसले को ट्रक यूनियन के 600 ट्रांसपोर्टरों को बेरोजगार न होने देने के लिए किया। पर जब वह अपनी टीम के साथ वापस ट्रक यूनियन में पहुंचे, ट्रांसपोर्टरों ने कहा कि आढ़ती ट्रक यूनियन को तोड़ने की नापाक कोशिश कर रहे हैं। ट्रक यूनियन की बजाय सीधे ट्रक मंगवाने से ट्रांसपोर्टरों के हित बुरी तरह से प्रभावित होंगे और यूनियन का दखल न रहने से आढ़ती पूरी मनमानी करेंगे।
इस पर ट्रक यूनियन के कार्यालय में लोटा और नमक मंगवाए गए। पानी से भरे लोटे में ट्रांसपोर्टरों ने बारी-बारी से नमक की चुटकी डालते हुए कसम खाई कि कोई भी ट्रांसपोर्टर आढ़तियों को सीधे ट्रक नहीं देंगा, न बाहर से ट्रक मंगवाना बर्दाश्त किया जाएगा। आढ़तियों को लोकल ट्रक ट्रांसपोर्टरों से ही मंगवाने होंगे। अध्यक्ष बलजीत मलिक ने कहा कि ट्रक यूनियन कानून को अपने हाथ में नहीं लेगी। वह गांधीवादी तरीके से अपनी लड़ाई लड़ेगी। अगर आढ़ती ट्रक यूनियन से ट्रक न लेने और बाहर से ट्रक मंगवाने पर अड़े रहे, गुरुवार से अनाज मंडी के सब गेटों पर भूख हड़ताल प्रारंभ कर दी जाएगी। मलिक का आरोप है कि गोहाना में लंबे समय के बाद ट्रक यूनियन दोबारा बनी है। ऐसे में आढ़तियों को दिल खोल कर मनमानी करने की आदत पड़ी हुई है। ट्रक यूनियन का पुनः बनना आढ़तियों को रास नहीं आ रहा है। इस लिए वे ट्रक यूनियन को ही तोड़ने की कोशिश में लगे हुए हैं।