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नूंह दंगो में फौजी की स्क्रैप कार का इस्तमाल ; निर्मल सिंह ने यह कार 3 जून 2021 को खरीदी ; एक्सीडेंट में कार स्क्रैप होने के तीन महीने बाद एजेंसी से स्क्रेप कलेम लिया

हरियाणा के नूंह में 31 जुलाई को दंगों से पहले के एक वीडियो में जो हुंडई वेन्यू कार उपद्रवियों की अगुवाई करती नजर आती है, वह पंजाब में मानसा जिले के फौजी निर्मल सिंह के नाम रजिस्टर्ड है। निर्मल सिंह के पिता सुखदेव सिंह का दावा है कि खरीदने के 3 महीने बाद ही एक मेजर एक्सीडेंट में कार स्क्रैप हो गई थी। परिवार ने इसे टोटल लॉस में वापस कार एजेंसी को देकर उसका क्लेम ले लिया था। इससे जुड़े सारे डॉक्यूमेंट उनके परिवार के पास मौजूद हैं।

ये कार नूंह में कैसे पहुंची, इसकी कोई जानकारी निर्मल सिंह के परिवार को नहीं है। परिवार के सदस्य खुद उनके नंबर वाली कार को नूंह दंगों के वीडियो में देखकर हैरान हैं।

दरअसल नूंह दंगों के बाद एक वीडियो सामने आया था जिसमें उपद्रवियों की अगुवाई सफेद रंग की हुंडई वेन्यू कार में बैठा एक शख्स करता नजर आता है। इस कार की नंबर प्लेट पर PB31W4831 नंबर लिखा था। PB31 की सीरिज पंजाब में मानसा की है।

PB31W4831 नंबर की ये कार पंजाब के मानसा जिले की रीजनल ट्रांसपोर्ट अथॉरिटी (RTA) में रजिस्टर्ड है। RTA रिकॉर्ड के मुताबिक इस कार का मालिक मानसा जिले के दलेलवाला गांव का निर्मल सिंह है। निर्मल सिंह ने यह कार 3 जून 2021 को जालंधर की कॉस्मो ऑटोमोबाइल से खरीदी थी।

कुछ समय पहले दिल्ली डीलर को बेची कार
हमारी टीम जब  निर्मल सिंह को ढूंढते हुए दलेलवाला गांव पहुंची तो वहां उनके पिता सुखदेव सिंह मिले। सुखदेव सिंह ने बताया कि उनका बेटा इंडियन फौज में है और आजकल उसकी पोस्टिंग असम में है। घर में निर्मल सिंह की पत्नी बबलदीप कौर भी मौजूद थीं। PB31W4831 नंबर की हुंडई वेन्यू कार के बारे में पूछने पर बबलदीप कौर ने बताया कि उनके पति ने जून 2021 में जालंधर की एजेंसी से ये कार खरीदी थी।

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बबलदीप कौर के मुताबिक कार खरीदने के 3 महीने बाद, अक्टूबर 2021 में उसका मानसा जिले के ही कोट धर्मू गांव के पास ट्रैक्टर के साथ मेजर एक्सीडेंट हो गया था। इस एक्सीडेंट में कार पूरी तरह से स्क्रैप हो गई। इस पर परिवार ने स्क्रैप हो चुकी कार टोटल लॉस में वापस एजेंसी को देकर उसका क्लेम ले लिया था। उसके बाद कार का क्या हुआ, उनके परिवार को कोई जानकारी नहीं है।

निर्मल सिंह के पिता सुखदेव सिंह ने बताया कि नूंह दंगों में PB31W4831 नंबर वाली कार के इस्तेमाल से जुड़ा वीडियो सामने आने के बाद अभी तक हरियाणा या पंजाब पुलिस ने उनके परिवार से कोई संपर्क नहीं साधा है।

पंजाब पुलिस की जांच शुरू
मानसा के SSP नानक सिंह ने बताया कि नूंह दंगों में PB31 नंबर की कार के इस्तेमाल की जानकारी सामने आने के बाद मानसा पुलिस ने अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है। पुलिस इस कार के मालिकों का पता लगा रही है। फिलहाल, हरियाणा पुलिस ने पंजाब पुलिस से कोई संपर्क नहीं साधा गया है।

निर्मल सिंह ने हमें फोन  पर बताया कि जून 2021 को उन्होंने ये कार खरीदी जिसका अक्टूबर 2021 में मेजर एक्सीडेंट हो गया। उसके बाद उन्होंने हुंडई कार कंपनी को इसकी शिकायत डाली। कंपनी को भेजी गई शिकायत के बाद बरनाला स्थित पार्क हुंडई एजेंसी ने उनकी कार को टो करवाया और अपनी वर्कशॉप में ले गए। वहां इश्योरेंस सर्वेयर ने कार को टोटल लॉस में डाल दिया।

सर्वेयर की रिपोर्ट के बाद हुंडई कंपनी ने वैल्यू के हिसाब से उन्हें पैसे देकर गाड़ी उसी हालत में करनाल के जतिंदर ग्रोवर को बेच दी। लगभग 9 महीने बाद, जुलाई-2022 में जतिंदर ग्रोवर ने ये कार विजय पाल नामक शख्स को बेच दी जो उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सोनिया विहार का रहने वाला था।

निर्मल सिंह के अनुसार, विजय पाल के बाद ये कार दो और बार आगे किसी को बेची गई। कुछ महीने पहले उनके मोबाइल पर इस कार के चालान का एक मैसेज आया तो उन्होंने गाड़ी ट्रांसफर करवाने के बारे में जतिंदर ग्राेवर और विजय पाल से बात की।

निर्मल सिंह ने बताया कि उनके कहने पर जतिंदर ग्रोवर और विजय पाल ने उन लोगों से संपर्क किया जिन्होंने गाड़ी खरीदी थी। उनसे कार की नई आरसी बनवाने के लिए भी कहा गया। ये आरसी बनी या नहीं? इसका कोई अपडेट फिलहाल उनके पास नहीं है।

Khabar Abtak

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