हरियाणा के सोनीपत में दिल्ली पब्लिक स्कूल (DPS) के साथ एक ट्रांसपोर्टर ने बड़ा फ्रॉड किया है। वह लॉकडाउन के समय स्कूल की 4 बसों को मेंटेनेंस के नाम पर ले गया था, लेकिन इसके बाद बसों काे गायब कर दिया। स्कूल ने इन बसों को बैंक से लोन लेकर खरीदा था। बसें स्कूल के कब्जे में नहीं हैं, लेकिन स्कूल को इनकी EMI हर महीने अदा करनी पड़ रही है। पुलिस ने अब ट्रांसपोर्टर के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।
सोनीपत-मेरठ रोड पर गांव खेवड़ा में स्थित DPS की प्रिंसिपल रंजू मान ने थाना बहालगढ़ में दी शिकायत में बताया कि स्कूल ने 4 बसें विद्यार्थियों को परिवहन सुविधा उपलब्ध कराने के लिये वर्ष 2017 में खरीदी थी। सभी बसों को HDFC बैंक से फाइनेंस करवाया था। इन की EMI 2 लाख 36 हजार 220 रुपए प्रतिमाह स्कूल की ओर से बैंक को दी जा रही है।
रिंसिपल ने बताया कि उन्होंने सभी 4 बसें स्कूल के ट्रांसपोर्टर अंकित तोमर को दी थी। ताकि वह स्कूल के बच्चो को TDI सोनीपत और बड़ौत यूपी से ला और छोड़ आए। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन होने के कारण अंकित तोमर ने स्कूल की सभी 4 बसों को अपने निवास स्थान TDI किंग्सबूरे में खड़ा कर लिया। स्कूल प्रबंधन को बताया गया कि कुछ बसों की सर्विसिंग और मेंटेनेंस करनी हैं। काफी समय तक उसने बसों को स्कूल में खड़ा नहीं किया।
रंजू मान ने बताया कि स्कूल के बार बार आग्रह करने के बावजूद भी बसों को स्कूल में खड़ा नहीं किया और न ही बसों के कागजात स्कूल को दिए। संभावना है कि वह स्कूल की बसों को कही और जगह चला रहा है। पुलिस से अपील की गई है कि इस मामले में कार्रवाई करते हुए सभी 4 बसों को स्कूल प्रांगण में खड़ा करने के लिए अंकित तोमर को बाध्य किया जाये।
रिंसिपल की शिकायत पर पुलिस ने थाना बहालगढ़ में अंकित तोमर के खिलाफ धारा 403,406 IPC के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। फिलहाल न तो बसों की रिकवरी हुई है और न ही आरोपी अंकित तोमर को गिरफ्तार किया जा सका है।