Haryana Nikay Chunav: हुड्डा के गढ़ में बीजेपी की बड़ी जीत, कांग्रेस को झटका!

Haryana Nikay Chunav: हरियाणा में हुए नगर निगम चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने जबरदस्त जीत दर्ज की है। वहीं, कांग्रेस को एक बार फिर करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा। रोहतक में कांग्रेस के गढ़ में भी बीजेपी ने जीत का परचम लहराया और राम अवतार वाल्मीकि को मेयर के पद पर विजयी घोषित किया गया।
रोहतक, जो कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ माना जाता है, वहां बीजेपी के उम्मीदवार ने कांग्रेस के सूरजमल किलौली को 45,000 वोटों से पराजित किया। यह जीत बीजेपी के लिए सत्ता पर अपनी पकड़ मजबूत करने का संकेत मानी जा रही है। पिछले वर्ष अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनावों के बाद बीजेपी ने अब नगर निगम चुनावों में भी अपनी पकड़ मजबूत कर ली है।
किस शहर में कौन जीता?
हरियाणा नगर निगम चुनावों में बीजेपी ने कई बड़े शहरों में जीत हासिल की, जिनमें रोहतक, फरीदाबाद, करनाल, हिसार, पानीपत, गुरुग्राम और अंबाला शामिल हैं। वहीं, मानेसर में एक निर्दलीय प्रत्याशी ने बीजेपी को हराकर जीत दर्ज की।
नगर निगम चुनावों के नतीजे इस प्रकार रहे:
- रोहतक – बीजेपी के राम अवतार वाल्मीकि ने कांग्रेस के सूरजमल किलौली को 45,000 वोटों से हराया।
- फरीदाबाद – बीजेपी के प्रवीण बत्रा जोशी ने कांग्रेस उम्मीदवार को 3,16,832 वोटों से करारी शिकस्त दी।
- करनाल – बीजेपी की रेणु बाला गुप्ता को मेयर पद पर जीत मिली।
- हिसार – बीजेपी के प्रवीण पोपली बने नए मेयर।
- पानीपत – बीजेपी की कोमल सैनी ने कांग्रेस उम्मीदवार को 1,62,000 वोटों से हराया।
- गुरुग्राम – बीजेपी की राजरानी मल्होत्रा बनीं मेयर।
- सोनीपत – बीजेपी के राजीव जैन ने कांग्रेस के कमल देवान को 34,766 वोटों से हराया।
- मानेसर – निर्दलीय उम्मीदवार डॉ. इंदरजीत यादव ने बीजेपी उम्मीदवार को हराकर जीत दर्ज की।
- अंबाला – बीजेपी की शैलजा सचदेवा को मेयर पद पर जीत मिली।
2 मार्च को हुए थे चुनाव
हरियाणा में 2 मार्च को नगर निगम चुनाव हुए थे, जिनमें कई बड़े शहरों के मेयर और वार्ड पार्षदों के पदों के लिए मतदान हुआ।
चुनाव इन नगर निगमों में कराए गए थे:
- मानेसर
- गुरुग्राम
- फरीदाबाद
- हिसार
- रोहतक
- करनाल
- यमुनानगर
- पानीपत
- अंबाला
- सोनीपत
इसके अलावा, अंबाला और सोनीपत में मेयर के पद के लिए उपचुनाव भी कराए गए थे।





मतगणना की कड़ी सुरक्षा
हरियाणा के विभिन्न शहरों में मतगणना सुबह 8 बजे से शुरू हुई। खासकर करनाल, सोनीपत, नूंह, सिरसा और गुरुग्राम में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। पुलिस और प्रशासन ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए थे।
BJP ने बड़े नेताओं को चुनाव प्रचार में उतारा
बीजेपी ने इस चुनाव को लेकर पूरी तैयारी की थी और बड़े नेताओं को प्रचार के लिए मैदान में उतारा था।
- राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा
- दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता
वहीं, कांग्रेस की तरफ से प्रचार की कमान पूर्व राजस्थान उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने संभाली।
BJP की शानदार जीत के कारण:
- मजबूत संगठनात्मक पकड़ – बीजेपी का हरियाणा में संगठन बहुत मजबूत है, जिससे उसे चुनावों में फायदा हुआ।
- विकास का मुद्दा – बीजेपी ने नगर निगम चुनावों में विकास को मुख्य मुद्दा बनाया।
- मोदी सरकार की लोकप्रियता – केंद्र में नरेंद्र मोदी सरकार की नीतियों का असर भी इन चुनावों में दिखा।
- कांग्रेस की कमजोर रणनीति – कांग्रेस ने प्रचार में ज्यादा जोर नहीं दिया, जिससे उसे हार का सामना करना पड़ा।
- स्थानीय नेतृत्व का प्रभाव – बीजेपी ने कई ऐसे स्थानीय नेताओं को टिकट दिया, जो जनता के बीच लोकप्रिय थे।
हरियाणा में बीजेपी की बढ़ती ताकत
नगर निगम चुनावों में शानदार जीत के बाद अब हरियाणा में बीजेपी की स्थिति और मजबूत हो गई है। इससे संकेत मिलता है कि आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में भी बीजेपी को बड़ा फायदा हो सकता है।
नगर निगम चुनावों में बीजेपी की जीत यह दर्शाती है कि जनता अभी भी बीजेपी पर विश्वास कर रही है और कांग्रेस को बार-बार हार का सामना करना पड़ रहा है।
हरियाणा नगर निगम चुनावों में बीजेपी ने लगातार दूसरी बार शानदार जीत दर्ज की है। कांग्रेस को रोहतक जैसे मजबूत गढ़ में भी हार का सामना करना पड़ा। यह चुनावी नतीजे बताते हैं कि हरियाणा की राजनीति में बीजेपी की पकड़ और मजबूत हो रही है।
अब देखना होगा कि आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में कांग्रेस और अन्य दल बीजेपी को कितनी चुनौती दे पाते हैं या फिर बीजेपी की जीत का यह सिलसिला जारी रहेगा।