Breaking News
रामायण के पारायण से फलती है पुण्यों की खेती
गोहाना :-20 सितंबर : रामायण का पारायण करने से पुण्यों फलती है और पापों की बेल सूखने लगती है। शुक्रवार को यह संदेश श्री राम शरणम मिशन के प्रमुख कृष्ण विज जी ने दिया। वह अपने जन्मदिन पर श्री राम शरणम मंदिर में हुए विशेष सत्संग में प्रवचन कर रहे थे।
कृष्ण विज जी ने कहा कि आप की हर सांस पर शुक्राना हो। जितनी जिंदगी हो, वह बंदगी में बीते। जो रामायण का पाठ करते हैं, उनके सकल मनोरथ पूरे होते हैं। भगवान से एक ही प्रार्थन करो कि कभी भूल कर भी हम से कोई भूल न हो। श्रीराम शरणम मिशन के प्रमुख ने कहा कि कायर वह नहीं जिसमें शारीरिक शक्ति की कमी है। कायर तो वह है जिसकी इच्छा शक्ति क्षीण है। इच्छा शक्ति सुदृढ़ होने पर कुछ भी नामुमकिन नहीं रह जाता।
गुरु मां रेखा विज जी ने स्वामी सत्यानंद कृत अमृतवाणी का पाठ किया।