भाकियू ने गोहाना के सिरसाढ़ मोड़ के निकट रोहतक-पानीपत नेशनल हाईवे 2 घंटे रखा जाम
गोहाना :-22 फरवरी: दिल्ली कूच के दौरान खनौरी बॉर्डर पर एक किसान की मौत के बाद भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष के नेतृत्व में किसानों ने रोहतक-पानीपत हाईवे को सिरसाढ़ मोड़ के पास 2 घंटे तक नेशनल हाईवे 709 जाम कर दिया। यह जाम पूरे सोनीपत जिले का जिला स्तरीय जाम था।
किसानों ने हाइवे पर बैठ सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और अपनी मांगों को पूरा करने की मांग की। हाईवे जाम होने की वजह से वाहन चालकों को परेशानी हुई।
हालांकि पुलिस कर्मियों ने रूट डायवर्ट कर दिए और वाहनों को 8 से 10 किलोमीटर का अतिरिक्त फेरा लगाकर जाना पड़ा।
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने बताया कि किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली कूच कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन ने किसानों को हरियाणा के बॉर्डर पर रोक दिया है। इतना ही नहीं, प्रशासन किसानों पर बल का इस्तेमाल कर रहा है। इसी के चलते एक किसान की मौत हो गई है। ऐसे में प्रदेश के किसानों में रोष है।
नरवाल ने कहा कि भारतीय किसान यूनियन के राज्य स्तर के आह्वान पर दो घंटे तक हाईवे को जाम किया गया यदि सरकार किसानों की मांगों को पूरा नहीं करती है तो वे अपना आंदोलन तेज करेंगे। इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी।
उन्होंने बताया कि किसानों ने बेरिकेड तोड़ने की कई दिन पहले रिहर्सल की थी। आवश्यकता पड़ने पर किसान दिल्ली के लिए कूच भी करेंगे।
भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष के अनुसार शुक्रवार को कुरुक्षेत्र में भाकियू की अहम बैठक होगी जिसमें ताजा किसान आंदोलन को ले कर व्यूह नीति बनाई जाएगी। किसानों की तरफ से रोहतक पानीपत हाईवे को दो घंटे के लिए जाम कर दिया गया। इस दौरान दो एंबुलेंस जाम के बीच फंस गई। लेकिन जब किसानों नेताओं को एंबुलेंस की सूचना मिली तो एंबुलेंस का रास्ता दिया गया और अस्पताले के लिए भेज दिया गया।
किसानों के रोहतक पानीपत हाईवे पर सिरसाढ़ मोड़ के पास जाम लगाने के बाद पुलिस कर्मियों ने रूट को डायवर्ट कर दिया गया। इससे वाहन चालकों को 8 से 10 किलोमीटर का अतिरिक्त फेर लगाना पड़ा। पुलिस ने गोहाना से पानीपत जाने वाले वाहनों को महमदपुर और सिरसाढ़ से होते हुए निकाला। वहीं पानीपत से रोहतक की तरफ जाने वाले वाहनों को शामड़ी और खानपुर कलां के रास्ते से निकाला गया।
भाकियू के इस जिला स्तर के जाम में सोनीपत जिले के सब हिस्सों के किसान भाग लेने के लिए पहुंचे।