श्राद्ध के बावजूद नेत्र व चिकित्सा शिविर में उमड़े मरीज
सिंघानिया परिवार ने कायम की मिसाल : राजेश चेतन

भिवानी, 17 सितंबर । उत्तर भारत की प्रमुख सामाजिक संस्था भिवानी परिवार मैत्री संघ (बीपीएएस) ने एक बार फिर साबित कर दिखाया कि गरीबों, जरूरतमंदों की तत्काल मदद में वह सबसे आगे है। श्री नौरंग राय सिंघानिया एवं श्रीमती सरबती देवी सिंघानिया जी की पुण्य स्मृति में आयोजित
निःशुल्क 31वें मोतियाबिंद ऑपरेशन (लेंस वाला) एवं मेडिकल कैम्प में आज 160 मरीजों की ओपीडी हुई जिसमें चिकित्सकों ने 40 मरीजों के नेत्र आपरेशन की सिफारिश की। 43 मरीजों की ओरल जांच की गई।
भिवानी परिवार मैत्री संघ के अध्यक्ष एवं अंतर्राष्ट्रीय कवि राजेश चेतन ने बताया कि श्राद्ध पक्ष के बावजूद इतनी बड़ी संख्या में मरीजों का शिविर में उमड़ना यह साबित करता है कि बीपीएमएस के प्रयासों से लोगों में अपने स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता आई है।
उन्होंने बताया कि आज के नेत्र एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन सिंघानिया परिवार की ओर से बीपीएमएस के सान्निध्य में श्रीकृष्ण प्रणामी मंदिर में सुबह नौ से दोपहर एक बजे तक हुआ। शिविर में दिल्ली और गुरुग्राम के वरिष्ठ चिकित्सकों ने मरीजों की जांच की।
उल्लेखनीय है कि बीपीएमएस द्वारा हर माह के तीसरे बुधवार को भिवानी के श्रीकृष्ण प्रणामी मंदिर में निःशुल्क नेत्र एवं चिकित्सा शिविर का आयोजन किया जाता है।
राजेश चेतन ने बताया कि छोटी काशी दानवीरों और धर्म परायण लोगों की नगरी भी है। सिंघानिया परिवार ने श्राद्ध पक्ष में अपने पूर्वजों के नाम पर गरीब व जरूरतमंद मरीजों के निःशुल्क इलाज की व्यवस्था करके मिसाल कायम की है।
उन्होंने बताया कि समाज सेवा को अखंड पाठ-अखंड जोत जैसा पवित्र मानने वाले भिवानी के दानवीरों की लंबी सूची चिकित्सा शिविरों के आयोजन के लिए बीपीएमएस के पास आ चुकी है। यह गर्व का विषय है और भिवानी की पवित्र माटी के गौरव का भी परिचायक है।
पीएम मोदी का जन्मदिन मनाया
इस अवसर पर बीपीएमएस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 75 वां जन्मदिन श्रीकृष्ण प्रणामी मंदिर परिसर में पौधरोपण करके मनाया। श्रीकृष्ण प्रणामी मंदिर स्कूल के बच्चों ने ‘एक पेड़ मां के नाम’ की पट्टिका के साथ रैली निकाली। नेत्र व चिकित्सा शिविर के आयोजक नरोत्तम सिंघानिया, नरेन्द्र सिंघानिया और सुनीता सिंघानिया
ने इस अवसर को यादगार बनाने के लिए पौधारोपण किया। स्कूली बच्चों ने भी पौधे लगाए।