मेरा पानी-मेरी विरासत स्कीम के तहत हरियाणा सरकार द्वारा किसानों को दिया जा रहा है 08 हजार रूपये का अनुदान-उपायुक्त सुशील सारवान
पानी बचाने के लिए किसान धान की जगह अन्य फसल के विकल्प का करें चयन

सोनीपत, ( अनिल जिंदल ), 25 जून। उपायुक्त सुशील सारवान ने कहा कि हरियाणा राज्य सरकार द्वारा जल संरक्षण के उद्देश्य से ‘मेरा पानी मेरी विरासत’ योजना की शुरुआत की गई है। इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार पानी की अधिक खपत वाले धान के स्थान पर ऐसी फसलों को प्रोत्साहित कर रही है, जिनके लिये कम पानी की आवश्यकता होती है। उन्होंने किसानों का आह्वïान किया कि ज्यादा से ज्यादा किसान इस योजना का लाभ उठाएं।
उपायुक्त ने बताया कि जल मनुष्य के लिए बहुमुल्य व जीवन रूपी रत्न है, जिसके बिना मनुष्य का जीवन संभव नहीं है। पिछले 25 वर्षों में नलकूपों के द्वारा भूमि जल का अधिक दोहन करने से लगातार जलस्तर निचे गिरता जा रहा है जो एक चिंता का विषय है। इसी चिंता को देखते हुए हरियाणा सरकार ने यह योजना चलाई है, जिसके तहत ऐसे किसान जिन्होंने पिछले साल धान की फसल उगाई थी और इस सीजन किसी अन्य फसल को लगाता है तो उसे हरियाणा सरकार प्रोत्साहन राशि के रूप में प्रति एकड़ 08 रुपए प्रदान करती है। इस योजना का लाभ लेने के लिए मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप-निदेशक डॉ० पवन शर्मा ने बताया कि जिला सोनीपत को मेरा पानी मेरी विरासत स्कीम में 2680 एकड (मक्का-160, कपास-550, खरीफ दालें-100, खरीफ तिलहन-10, बागवानी-350, खाली खेत- 1500, कृषि वानिकी-10 एकड) का लक्ष्य प्राप्त हुआ है। उन्होनें कहा कि इस स्कीम का लाभ लेने के लिए किसानों को मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर अपनी फसल का पंजीकरण अवश्य करवाएं।