करोना महामारी में गुम हुआ मानसिक दिव्यांग बच्चा सामूहिक प्रयास से चार साल बाद परिजनों को मिला : जिला एवं सत्र न्यायधीश वाणी गोपाल शर्मा

अनिल जिंदल, सोनीपत, 09 मई । जिला सत्र न्यायाधीश वाणी गोपाल शर्मा ने बताया कि जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण व जिला बाल संरक्षण विभाग के सामूहिक प्रयास से कारोना काल में मानसिक रूप से दिव्यांग किशोर गुम हो गया था । कोरोना काल में जब सब अपने स्थाई निवास पर जा रहे थे।उस समय एक मानसिक दिव्यांग किशोर अंकित अपने परिजनों से बिछड़ गया था। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव प्रचेता सिंह के निर्देशन में दिव्यांग सेवा समिति गोहाना में मानसिक रूप से विकलांग लगभग 12 बच्चे रह रहे हैं। उनके आर्थिक सहयोग के लिए पेंशन बनवाने के लिए जब जिला बाल संरक्षण अधिकारी डॉ रितु गिल ने बच्चों का आधार कार्ड बनवाने के लिए आधार केंद्र पर बच्चों को लाया गया तो अंकित नाम का मानसिक दिव्यांग किशोर जिसका 2021 में आधार कार्ड बना हुआ था आधार कार्ड में दिए गए पते व दूरभाष नंबर से अंकित के परिजनों से संपर्क किया गया । इस बारे में परिजनों ने बताया कि बच्चा 2021 में करोना के दौरान जब हम अपने स्थाई निवास उत्तर प्रदेश जा रहे थे।तो किशोर गुम हो गया था। क्योंकि किशोर मानसिक रूप से दिव्यांग था।एक समाजसेवी को किशोर मिल गया था, समाजसेवी ने बच्चें को गोहाना दिव्यंग सेवा समिति आश्रम में छोड़ दिया था। अब बच्चे का आधार कार्ड बनवाते समय फिंगरप्रिंट स्कैन के माध्यम से बच्चे का पता व परिजनों का दूरभाष नंबर पता चला जिन से संपर्क कर बच्चे को सुपर्द कर दिया है।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव एवं जिला बाल संरक्षण अधिकारी के आपसी सहयोग से बच्चा अपने परिजनों से मिला, इससे परिजन बहुत खुश थे। परिजनों ने अधिकारियों व विभागों के सामूहिक प्रयास के लिए धन्यवाद किया ।