Faridabad Firecracker Explosion: गांव में गूंजा ज़ोरदार धमाका, धुएं से भर गया आसमान, लोगों में मची अफरा-तफरी
Faridabad Firecracker Explosion: फरीदाबाद के टीगांव क्षेत्र की वाल्मीकि बस्ती में रविवार सुबह उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब अचानक एक घर में पटाखों के बॉक्स में आग लग गई। यह आग इतनी तेजी से फैली कि कुछ ही पलों में जोरदार धमाका हो गया। धमाका इतना जबरदस्त था कि घर की कंक्रीट की फर्श तक टूट गई। घर की छत पर बनी फॉल्स सीलिंग गिर गई और खिड़की दरवाजों का पलस्तर भी बिखर गया। इस हादसे में घर में मौजूद एक बुजुर्ग को हल्की चोटें आईं जबकि पास का एक युवक भगदड़ में गिरकर घायल हो गया। विस्फोट की आवाज आधे किलोमीटर दूर तक सुनाई दी जिससे आसपास के लोग दहशत में आ गए। आसमान में धुआं उठता देख ग्रामीणों को लगा कि कहीं आग लग गई है।
पुलिस ने किया पटाखे जब्त, आरोपी फरार
घटना की सूचना मिलते ही टीगांव थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने घर के अंदर रखे पटाखे और अन्य सामग्री जब्त कर ली है। लेकिन इस हादसे के बाद मुख्य आरोपी मौके से फरार हो गया है जिसकी तलाश पुलिस कर रही है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और आसपास के लोगों से भी पूछताछ की जा रही है। जिस घर में धमाका हुआ वह वाल्मीकि बस्ती में स्थित है जो टीगांव के गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल से थोड़ी दूरी पर है। यह मकान चारनपाल नामक व्यक्ति का है जो पहले पटाखा बनाने का काम करता था। उसके पास लाइसेंस भी था लेकिन वह कई साल पहले रद्द कर दिया गया था।
पड़ोसियों ने लगाए गंभीर आरोप, पुलिस पर मिलीभगत का संदेह
स्थानीय लोगों ने बताया कि चारनपाल और उसके बेटे संजय के पास लाइसेंस न होने के बावजूद घर के भीतर ही पटाखे बनाए और बेचे जा रहे थे। बस्ती में ही इनका भंडारण भी किया जाता था। कई बार मोहल्ले के लोगों ने चारनपाल और उसके बेटे को इस काम को बंद करने के लिए टोका भी लेकिन उन्होंने किसी की नहीं सुनी। पड़ोसियों का कहना है कि पहले भी यहां पटाखों में धमाका हो चुका है जिसमें एक बच्ची बाल-बाल बची थी। लोगों ने यह भी आरोप लगाया कि टीगांव थाना पुलिस को इस काम की पूरी जानकारी है लेकिन पुलिस और आरोपियों की मिलीभगत के कारण कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती।
लोगों की मांग – इस अवैध काम पर लगे हमेशा के लिए रोक
इस घटना के बाद बस्ती के लोगों में गुस्सा है। उनका कहना है कि आज तो भगवान का शुक्र है कि कोई बड़ी जनहानि नहीं हुई लेकिन आगे चलकर कोई बड़ा हादसा हो सकता है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि चारनपाल और उसके बेटे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और इस अवैध पटाखा निर्माण व भंडारण पर हमेशा के लिए रोक लगाई जाए। बस्ती के कई लोगों ने यह भी कहा कि बच्चों और बुजुर्गों की जान खतरे में डालकर इस तरह का काम करना पूरी तरह गैरजिम्मेदाराना है। प्रशासन को चाहिए कि वह अब इस मामले को गंभीरता से लेकर सख्त कदम उठाए ताकि भविष्य में कोई जानमाल का नुकसान न हो।