Haryana News: चार पीढ़ियों से देश सेवा कर रहा परिवार, सिद्धार्थ की शहादत बनी युवाओं के लिए प्रेरणा

Haryana News: गुजरात के जामनगर में वायुसेना के जगुआर लड़ाकू विमान क्रैश हादसे में Haryana के वीर सपूत फ्लाइट लेफ्टिनेंट सिद्धार्थ यादव शहीद हो गए। दो दिन पहले हुए इस हादसे के बाद आज उनके पैतृक गांव भालकी माजरा में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। पूरे गांव ने नम आंखों से अपने बहादुर बेटे को विदाई दी। उनके चचेरे भाई सुधीर यादव ने मुखाग्नि दी।
मंगेतर ने मांगी आखिरी बार चेहरे की झलक
सिद्धार्थ की मंगेतर सानिया भी अंतिम संस्कार में पहुंचीं। अपने जीवन साथी को आखिरी बार देखने के लिए वह बार-बार गुहार लगाती रहीं। 23 मार्च को सिद्धार्थ की सगाई हुई थी और शादी 2 नवंबर को तय थी। लेकिन इससे पहले ही देश की सेवा करते हुए उन्होंने अपनी जान कुर्बान कर दी। गांव के सैकड़ों लोग इस वीर योद्धा की अंतिम यात्रा में शामिल हुए। ‘भारत माता की जय’ और ‘सिद्धार्थ यादव अमर रहें’ के नारों से पूरा गांव गूंज उठा।
छुट्टी खत्म कर ड्यूटी पर लौटे थे सिद्धार्थ
सिद्धार्थ यादव अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे। सगाई के बाद वह 31 मार्च को अपनी छुट्टियां खत्म कर ड्यूटी पर लौटे थे। परिवार में शादी की तैयारियां जोरों पर थीं, लेकिन 2 अप्रैल को आई शहादत की खबर ने पूरे परिवार और गांव को गमगीन कर दिया। जैसे ही गांववालों को सिद्धार्थ की शहादत की खबर मिली, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।
चार पीढ़ियों से देश की सेवा कर रहा परिवार
सिद्धार्थ यादव के अंतिम संस्कार में प्रशासनिक अधिकारियों और नेताओं ने भी श्रद्धांजलि अर्पित की। पूर्व मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने पुष्पांजलि अर्पित कर कहा कि सिद्धार्थ अहिरवाल क्षेत्र के बहादुर सपूत थे। उनके परिवार की चार पीढ़ियां देश सेवा में लगी हुई हैं, जो आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी। इस मौके पर बावल विधायक डॉ. कृष्ण कुमार, जिला प्रमुख मनोज कुमार यादव, रेवाड़ी एसडीएम और डीएसपी भी मौजूद रहे।