Ambala में शादी के बाद दुल्हन फरार, जब ससुराल वाले पहुंचे तो सच हुआ चौंकाने वाला

Ambala के पंजोखरा थाना क्षेत्र में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां शादी के नाम पर ठगी की गई। दुल्हन ने शादी के बाद नकदी और गहने लेकर अपने घर जाने का बहाना बनाया और फिर वापस नहीं आई।
इस मामले में पुलिस ने काजल कौर, परमजीत कौर (गांव पलासोर, संगरूर, पंजाब), सुखविंदर सिंह, मनजू, जगजीत कौर, अमरजीत सिंह उर्फ मिठ्ठू, सोनिया और शमशेर सिंह (गांव बान, गाजियापुर, डेरा बस्सी, मोहाली) के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
कैसे हुआ यह फर्जीवाड़ा?
गांव जटवाड़ के रहने वाले पीड़ित तेजिंदर सिंह ने बताया कि शादी के लिए रिश्ते की तलाश चल रही थी। इसी दौरान जनवरी में जगजीत कौर और अमरजीत सिंह ने कॉल कर बताया कि उनके पास एक अच्छा रिश्ता है।
बातचीत के बाद 20 जनवरी को शादी पक्की कर दी गई। तेजिंदर सिंह की मां और उनके चाचा संतोख सिंह शादी की बातचीत के लिए गांव धुरी के एक रेस्टोरेंट पहुंचे, जहां सभी आरोपी पहले से मौजूद थे।
पहले 2 फरवरी को शादी की तारीख तय हुई थी, लेकिन 22 जनवरी को परिवार में एक रिश्तेदार की मौत होने के कारण शादी की तारीख बदलकर 9 फरवरी कर दी गई।
शादी का आयोजन गुरुद्वारा फतेहगढ़ साहिब में होना तय हुआ, लेकिन शादी से पहले ही दुल्हन पक्ष ने बात करना कम कर दिया और हर बार कोई बहाना बनाकर टालते रहे।
शादी से पहले 1.5 लाख रुपये की मांग
शादी से तीन-चार दिन पहले, आरोपियों ने तेजिंदर सिंह की बहन को फोन कर कहा कि उन्हें 1.5 लाख रुपये की जरूरत है।
उन्होंने भरोसा दिलाया कि शादी के बाद यह रकम लौटा दी जाएगी। रिश्तेदारों के नाते परिवार ने यह रकम दे दी।
9 फरवरी को जब बारात फतेहगढ़ साहिब स्थित ‘नूर महल एजेंसी’ पहुंची, तो वहां कुछ ही लोग मौजूद थे।
दुल्हन पक्ष के किसी भी रिश्तेदार को शादी में नहीं बुलाया गया था। जब तेजिंदर सिंह की बहन ने पूछा तो बहाने बनाए गए।
11 फरवरी को हुआ रिसेप्शन, लेकिन दुल्हन की चालाकी जारी
शादी के बाद 11 फरवरी को अंबाला-नरायणगढ़ रोड स्थित ‘अमन गार्डन’ में रिसेप्शन पार्टी रखी गई।
लेकिन इस रिसेप्शन में भी केवल वही आरोपी लोग शामिल हुए, जो पहले से इस ठगी के प्लान में शामिल थे।
गहनों और कैश पर हाथ साफ
शादी के बाद ‘मुंह दिखाई’ की रस्म के दौरान, दुल्हन को गहने दिए गए—





- दूल्हे की मां गुरमीत कौर ने अपना पारिवारिक सोने का हार दिया।
- दूल्हे की बहन कुलविंदर कौर ने सोने की अंगूठी दी।
- इसके अलावा, सोने की चेन और चांदी की पायल भी दी गईं।
शादी के बाद दुल्हन का बदला व्यवहार
शादी के कुछ ही दिनों बाद दुल्हन दिनभर कमरे में बंद रहने लगी। जब दूल्हे की मां गुरमीत कौर ने कुछ पूछना चाहा, तो वह बीमार होने का बहाना बनाने लगी। दूल्हे के घर से बाहर जाने के बाद, वह नशे का सेवन करती थी।
10-15 दिन बाद बहाने से घर गई, फिर नहीं लौटी
शादी के 10-15 दिन बाद, दुल्हन के घरवालों ने फोन किया और कहा कि वह बीमार है, इसलिए दो-तीन दिन के लिए उसे घर भेज दो। परिवार ने भरोसा किया और उसे उसके घर भेज दिया। कुछ दिनों बाद जब तेजिंदर सिंह के परिवार ने दुल्हन को वापस लाने के लिए फोन किया, तो कोई कॉल नहीं उठाई गई।
हकीकत सामने आई जब बिना बताए पहुंचे ससुराल
जब दूल्हे के परिवार को शक हुआ, तो वे बिना बताए दुल्हन के गांव पहुंच गए। वहां उन्होंने दुल्हन को नशे की हालत में पाया। जब उन्होंने उससे पूछताछ की, तो उसने खुलकर कहा कि उसने ठगी करने के लिए ही शादी की थी। दुल्हन ने कबूला कि उसने अब तक 50-60 फर्जी शादियां की हैं और हर बार इसी तरह लोगों को ठगकर गहने और पैसे लेकर फरार हो जाती है।
10 लाख रुपये का हुआ नुकसान
तेजिंदर सिंह के परिवार का कहना है कि इस शादी पर करीब 10 लाख रुपये खर्च हुए। लेकिन यह पूरी तरह से एक सुनियोजित ठगी थी, जिसमें कई लोग शामिल थे।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
पीड़ित परिवार की शिकायत पर पंजोखरा थाना पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस ठगी रैकेट में शामिल अन्य लोगों की तलाश भी जारी है।
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस का कहना है कि यह एक संगठित गिरोह हो सकता है, जो लोगों को शादी के नाम पर ठगता है। इस मामले की गहन जांच की जा रही है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित की गई है।
कैसे बच सकते हैं ऐसे ठगी के मामलों से?
- शादी तय करने से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें।
- दूल्हा-दुल्हन के परिवार के बारे में पूरी जानकारी लें।
- किसी भी मांग को पूरा करने से पहले कानूनी राय लें।
- शादी से पहले किसी भी अनजान व्यक्ति को बड़ी रकम ना दें।
- ठगी के किसी भी संदेह पर तुरंत पुलिस को सूचना दें।
अंबाला में हुआ यह मामला शादी के नाम पर ठगी की बढ़ती घटनाओं की एक और मिसाल है।
अब यह देखना होगा कि पुलिस कितनी जल्दी आरोपियों को पकड़ पाती है और क्या तेजिंदर सिंह के परिवार को न्याय मिल पाता है। इस घटना से सबक लेते हुए अन्य परिवारों को भी सतर्क रहने की जरूरत है ताकि वे ऐसे ठग गिरोहों के जाल में फंसने से बच सकें।