एसजीटी विवि में आज ‘फूलों की होली’ का धमाल

गुरुग्राम। ‘शिक्षित भारत-विकसित भारत’ मिशन के साथ देश में अपनी खास पहचान बनाने वाली गुरुग्राम की एसजीटी यूनिवर्सिटी भारत की सामाजिक-सांस्कृतिक विरासत को भी संजोए रखने में सबसे आगे है। इसी क्रम में आठ मार्च को एसजीटी यूनिवर्सिटी परिसर में राधा-कृष्ण संग ‘फूलों की होली’ के साथ संस्कृति, उल्लास, युवा तरंगों, फागुन की मस्ती का विराट धमाल मचने जा रहा है।
बृज की होली की साक्षात् झलक दिखाने के लिए विश्वविद्यालय के छात्रों ने कई दिन तक घंटों अभ्यास किया है। देश-विदेश की प्रतिष्ठित शख्सियतें इस आयोजन की साक्षी बनेंगी।
कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत सुबह दस बजे हो जाएगी। इसके बाद तो उमंग, उल्लास का वो दौर चलेगा जो सभी को अपने रंग में रंग लेगा। मधुरम मूर्ति, गरज-गरज, होली बनारस की, वांगमागी पंचांग(मणिपुर), आरंभ है प्रचंड(महाराष्ट्र), तमांग सेलो-सनोमा सानो(नेपाल), दारा लो गेहे रे(छत्तीसगढ़), थिएटर, महारास, नई नवेली नारी(हरियाणवी), मोहे रंग दो लाल, होली के रंग मा (गुजरात), बलम पिचकारी, जारे हट नटखट, बृज की होली, राधा कृष्ण का आगमन, फूलों की होली आदि कार्यक्रमों से पूरा विश्वविद्यालय परिसर मानो बृज का रूप ले लेगा।
ब्रिटेन की विश्वविख्यात केंट यूनिवर्सिटी से आठ सदस्यीय डेलीगेशन होली समारोह में भागीदार होगा। इसके अलावा आस्ट्रेलिया के मैक्समे संस्थान से दो और टीसी ग्लोबल से एक प्रतिभागी फूलों की होली से सराबोर होगा। प्रतिष्ठित साउथैंपटन विवि से दो साइंटिस्ट तथा आईएचएफसी, आईआईटी दिल्ली के सेंट्रल हेड भी कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे।