Himani Narwal Murder News: नगर निकाय चुनाव के बीच कांग्रेस नेत्री हिमानी नरवाल की हत्या से सनसनी
Himani Narwal Murder News: हरियाणा में नगर निकाय चुनावों के बीच कांग्रेस की युवा नेता हिमानी नरवाल की हत्या से राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। रोहतक-दिल्ली हाईवे के पास संपला बस स्टैंड के नजदीक एक सूटकेस में उनका शव मिलने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया है। कांग्रेस पार्टी ने मृतका की पहचान हिमानी नरवाल के रूप में की, जो रोहतक जिले में युवा कांग्रेस की पदाधिकारी थीं। यह इलाका पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा का गढ़ माना जाता है।
घटना के बाद रोहतक पुलिस हरकत में आई और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई। हालांकि, अभी तक किसी भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया जा सका है।
हत्या की जांच: SIT गठित, पुलिस टीमों की तलाश जारी
DSP संपला और SIT प्रभारी रजनीश कुमार ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है। पुलिस इस हत्या की गुत्थी सुलझाने के लिए हर कोण से जांच कर रही है।
पुलिस ने बताया कि हिमानी नरवाल का शव उसी के सूटकेस में मिला था। उनके परिवार से मिली जानकारी के अनुसार, हत्या वाले दिन हिमानी सुबह तक अपने परिजनों के संपर्क में थीं। पुलिस ने सभी सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ले लिए हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है।
रोहतक पुलिस ने इस हत्याकांड की जांच के लिए पांच अलग-अलग टीमों का गठन किया है। ये टीमें हिमानी के घर के आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही हैं और साइबर सेल उनकी सोशल मीडिया गतिविधियों की भी जांच कर रही है।
हत्या से पहले हिमानी की गतिविधियां
परिवार के अनुसार, हिमानी नरवाल 20 फरवरी को अपने परिजनों के साथ कुंभ स्नान के लिए गई थीं और 24 फरवरी को दिल्ली वापस लौटीं। इसके बाद, 25 फरवरी को वह रोहतक गईं।
परिजनों ने बताया कि आखिरी बार उनकी बात 27 फरवरी को हुई थी। 28 फरवरी को हिमानी को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की रैली में शामिल होना था, लेकिन जब परिजनों ने उन्हें फोन किया, तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिला।
परिजनों का कहना है कि हिमानी कांग्रेस पार्टी में सक्रिय थीं और पार्टी के कई लोगों से उनकी बहस भी होती रहती थी। संभव है कि कुछ लोग उनके बढ़ते प्रभाव से नाराज रहे हों।
हिमानी नरवाल और राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा
हिमानी नरवाल कांग्रेस पार्टी में काफी सक्रिय थीं। उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी हिस्सा लिया था और श्रीनगर तक इस यात्रा में शामिल रहीं। वह रोहतक में रहते हुए एलएलबी की पढ़ाई भी कर रही थीं।
हिमानी के परिवार के अनुसार, उनकी नानी भी रोहतक के पास ही रहती हैं। हिमानी का बड़ा भाई वर्ष 2011 में मारा गया था, जिसके बाद उनका परिवार दिल्ली में बस गया था।
हत्या के सुराग: क्या कह रही है पुलिस?
पुलिस को सूचना मिली कि एक सूटकेस में एक महिला का शव मिला है। संपला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर बिजेंद्र सिंह ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव की पहचान हिमानी नरवाल के रूप में हुई।
पुलिस ने बताया कि हिमानी के घर के दरवाजे जिस तरह बंद थे, उसे देखकर लगता है कि किसी बाहरी व्यक्ति ने इसे बंद किया होगा। हिमानी हमेशा अपने घर के सभी दरवाजों को लॉक रखती थीं।





हत्या के कारणों की जांच की जा रही है, और पुलिस को शक है कि हिमानी की गला घोंटकर हत्या की गई होगी।
राजनीतिक हलचल: कांग्रेस और भाजपा नेताओं की प्रतिक्रिया
हिमानी नरवाल की हत्या के बाद कांग्रेस नेताओं ने इस घटना की निंदा की और न्याय की मांग की।
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “इस तरह हत्या कर शव को सूटकेस में डालना बहुत ही दुखद और चौंकाने वाला है। यह राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। इस मामले की उच्चस्तरीय और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिल सके।”
दिल्ली कांग्रेस नेता उदित राज ने इसे सिर्फ कानून-व्यवस्था की विफलता नहीं, बल्कि कांग्रेस को कमजोर करने की साजिश बताया।
दिल्ली से भाजपा सांसद प्रवीन खंडेलवाल ने भी इस हत्या पर दुख जताया और कहा कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
कांग्रेस पार्टी ने हिमानी नरवाल की हत्या को “बर्बर और दर्दनाक” करार देते हुए कहा कि इस जघन्य अपराध की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और दोषियों को सख्त सजा मिलनी चाहिए।
परिवार की मांग: “मेरी बेटी को न्याय चाहिए”
हिमानी नरवाल की मां ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि, “मेरी बेटी ने छोटी उम्र में बहुत कुछ हासिल किया था। मुझे नहीं पता कि कौन इसके पीछे है, लेकिन पार्टी के कई लोग मेरे घर आते थे। सरकार को मेरी बेटी को न्याय दिलाना चाहिए।”
परिवार का कहना है कि हिमानी को पार्टी में कई लोगों से विवाद था, और यह मामला पूरी तरह राजनीतिक हो सकता है।
हत्या की गुत्थी सुलझाने की चुनौती
- सीसीटीवी कैमरे की कमी: पुलिस ने बताया कि जिस स्थान पर हिमानी का शव मिला, वहां कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं था, जिससे हत्यारे की पहचान करना मुश्किल हो रहा है।
- सोशल मीडिया जांच: साइबर सेल हिमानी के सोशल मीडिया अकाउंट की जांच कर रही है कि क्या उन्हें किसी से धमकियां मिल रही थीं।
- संदिग्धों की पहचान: अब तक परिवार ने किसी पर भी शक नहीं जताया है, जिससे पुलिस के लिए संदिग्धों की पहचान करना कठिन हो रहा है।
क्या हत्या के पीछे राजनीतिक साजिश है?
हिमानी नरवाल कांग्रेस की युवा नेता थीं और पार्टी में सक्रिय थीं। उनके परिवार का मानना है कि उन्हें राजनीतिक द्वेष के कारण मारा गया हो सकता है।
इस हत्या के बाद हरियाणा में राजनीतिक माहौल गरमा गया है। कांग्रेस ने इसे भाजपा सरकार की नाकामी बताया, जबकि भाजपा ने निष्पक्ष जांच का भरोसा दिया है।
क्या होगी आगे की कार्रवाई?
- SIT जांच: कांग्रेस विधायक बीबी बत्रा ने इस हत्या की जांच के लिए SIT गठन की मांग की है।
- पुलिस टीमें जांच में जुटीं: रोहतक पुलिस की पांच टीमों ने संदिग्धों की तलाश तेज कर दी है।
- जल्द खुलासा होने की उम्मीद: पुलिस ने कहा कि जल्द ही हत्यारों को गिरफ्तार किया जाएगा और पूरे मामले का खुलासा किया जाएगा।
हिमानी नरवाल की हत्या ने पूरे हरियाणा में सनसनी फैला दी है। इस मामले को लेकर जहां कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर सवाल खड़े किए हैं, वहीं पुलिस जांच में जुटी हुई है।
अब यह देखना होगा कि क्या पुलिस इस हत्या की गुत्थी सुलझा पाती है या यह मामला भी अन्य राजनीतिक हत्याओं की तरह अनसुलझा रह जाता है।