Haryana Municipal Corporation Elections: मेयर और पार्षद पदों के लिए मतदान जारी
Haryana Municipal Corporation Elections: हरियाणा में नगर निकाय चुनाव के तहत सात नगर निगमों और कई अन्य नगरपालिकाओं में महापौर (मेयर) और वार्ड पार्षदों के चुनाव के लिए मतदान शुरू हो गया है। यह चुनाव गुरुग्राम, मानेसर, फरीदाबाद, हिसार, रोहतक, करनाल और यमुनानगर नगर निगमों में हो रहा है। इसके अलावा, अंबाला और सोनीपत नगर निगमों में महापौर पद के लिए उपचुनाव भी आयोजित किया जा रहा है। मतदान सुबह आठ बजे से शुरू हुआ, जो शाम छह बजे तक चलेगा।
इसके साथ ही, अंबाला सदर, पटौदी जटोली मंडी, थानेसर और सिरसा में नगर परिषद अध्यक्ष और सभी वार्ड सदस्यों के लिए भी चुनाव हो रहे हैं। वहीं, गुरुग्राम जिले के सोहना नगर परिषद अध्यक्ष पद के लिए भी उपचुनाव कराया जा रहा है। इसके अलावा, हरियाणा के 21 नगर समितियों के अध्यक्ष और सभी वार्ड सदस्यों के चुनाव भी हो रहे हैं। करनाल जिले के असंध और कुरुक्षेत्र जिले के इस्माईलाबाद नगर समिति अध्यक्ष पद के लिए भी उपचुनाव कराया जा रहा है।
मतदान की शुरुआत और प्रमुख हस्तियों की भागीदारी
हरियाणा में मतदान की प्रक्रिया सुबह आठ बजे से शुरू हुई, जिसमें मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर रहे हैं। चुनाव आयोग ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित करने के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए हैं।
सुबह के समय कई प्रमुख हस्तियों ने मतदान किया, जिनमें केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर भी शामिल हैं। उन्होंने करनाल के एक मतदान केंद्र पर वोट डाला और मतदाताओं से अपने अधिकार का प्रयोग करने की अपील की। खट्टर ने कहा, “मतदान करना हमारा लोकतांत्रिक अधिकार और कर्तव्य दोनों है।”
चुनाव आयुक्त का बयान और सुरक्षा व्यवस्था
हरियाणा राज्य चुनाव आयुक्त धनपत सिंह ने कहा कि चुनाव को निष्पक्ष, स्वतंत्र और पारदर्शी बनाने के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। चुनाव आयोग ने मतदान के दौरान किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया है।
धनपत सिंह ने बताया कि कुल 39 उम्मीदवार महापौर (मेयर) पद के लिए चुनाव मैदान में हैं, जबकि 27 उम्मीदवार पांच नगर परिषदों के अध्यक्ष पद के लिए और 23 नगर समितियों के अध्यक्ष पद के लिए 151 उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं।
बिना मुकाबले निर्वाचित वार्ड
कुछ वार्डों में केवल एक ही उम्मीदवार के नामांकन भरने के कारण उन्हें निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया है। ऐसे वार्डों में शामिल हैं:





- फरीदाबाद नगर निगम का वार्ड नंबर 36
- गुरुग्राम नगर निगम का वार्ड नंबर 22
- करनाल नगर निगम के वार्ड नंबर 8 और 11
- यमुनानगर नगर निगम का वार्ड नंबर 9
इन वार्डों में चुनाव प्रक्रिया पूरी नहीं होगी क्योंकि उम्मीदवार पहले ही निर्वाचित हो चुके हैं।
ईवीएम से मतदान और मतगणना की तिथि
इस बार नगर निकाय चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के माध्यम से कराए जा रहे हैं, जिससे मतगणना प्रक्रिया तेज और पारदर्शी होगी। हरियाणा चुनाव आयोग के अनुसार, मतगणना 12 मार्च की सुबह 8 बजे शुरू होगी और परिणाम उसी दिन घोषित किए जाएंगे।
पानीपत नगर निगम के लिए अलग से मतदान
हरियाणा के पानीपत नगर निगम के लिए मतदान 9 मार्च को आयोजित किया जाएगा। इसके बाद, अन्य नगर निकायों के साथ ही पानीपत नगर निगम के चुनावी नतीजे भी 12 मार्च को घोषित किए जाएंगे।
राजनीतिक दलों की स्थिति और दावे
हरियाणा में हो रहे नगर निकाय चुनावों को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपने-अपने दावे किए हैं।
बीजेपी का दावा
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विश्वास जताया कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को इन चुनावों में भारी बहुमत मिलेगा। उन्होंने कहा कि राज्य में बीजेपी सरकार पहले ही बेहतरीन कार्य कर रही है, और अगर नगर निगमों में भी पार्टी की जीत होती है तो “ट्रिपल इंजन सरकार” बनने से विकास कार्य तीन गुना तेजी से होंगे।
कांग्रेस का रुख
वहीं, विपक्षी दल कांग्रेस ने मतदाताओं से अपील की है कि वे पार्टी को पूर्ण बहुमत दें, ताकि नगर निकायों में ईमानदारी और पारदर्शिता के साथ विकास कार्य किए जा सकें। कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार के अधीन नगर निकायों में भ्रष्टाचार बढ़ा है और जनता को बुनियादी सुविधाएं तक नहीं मिल रही हैं।
अन्य दलों की रणनीति
हरियाणा में क्षेत्रीय दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी नगर निकाय चुनावों में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। आम आदमी पार्टी (AAP) और जननायक जनता पार्टी (JJP) भी इन चुनावों में सक्रिय हैं और जनता को लुभाने के लिए कई वादे कर रहे हैं।
नगर निकाय चुनाव का महत्व
हरियाणा में नगर निकाय चुनाव बेहद महत्वपूर्ण माने जाते हैं क्योंकि ये चुनाव आम लोगों से सीधे जुड़े होते हैं। नगर निगम, नगर परिषद और नगर समितियां ही स्थानीय स्तर पर सड़क, सफाई, पानी, स्ट्रीट लाइट, सीवरेज जैसी बुनियादी सुविधाओं का संचालन करती हैं।
नगर निकाय चुनावों के परिणाम आने के बाद यह तय होगा कि कौन से राजनीतिक दल और नेता आगामी विधानसभा चुनावों में प्रभावशाली भूमिका निभा सकते हैं। यही कारण है कि बीजेपी, कांग्रेस, आप और अन्य दलों के नेता इन चुनावों में पूरा जोर लगा रहे हैं।
हरियाणा के नगर निकाय चुनाव 2024 में मतदाता पूरे उत्साह के साथ मतदान कर रहे हैं। बीजेपी, कांग्रेस और अन्य दलों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिल रहा है। राज्य सरकार ने मतदान प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाने के लिए व्यापक सुरक्षा प्रबंध किए हैं।
अब सभी की निगाहें 12 मार्च को होने वाली मतगणना पर टिकी हैं, जब यह स्पष्ट होगा कि कौन-सा दल नगर निकायों पर शासन करेगा। क्या बीजेपी का “ट्रिपल इंजन” सफल होगा, या कांग्रेस को जनता का समर्थन मिलेगा, यह तो परिणाम ही बताएंगे।