Haryana Weather Update: गर्मी से तड़प रहे हरियाणा को मिलेगी फुहारों की सौगात, तापमान में आएगी गिरावट

Haryana Weather Update: हरियाणा में अगले पांच दिनों तक कई जिलों में चल रही भीषण गर्मी से राहत मिलने वाली है। मौसम में यह बदलाव उत्तरी ठंडी हवाओं के आने की वजह से है, जिससे चिलचिलाती धूप में कमी आने की उम्मीद है। मौसम वैज्ञानिकों ने 25 अप्रैल तक कई जिलों में दो से तीन डिग्री सेल्सियस तापमान में गिरावट का अनुमान जताया है। ठंड के इस रुख से पिछले कुछ दिनों से तेज गर्मी और भीषण गर्मी से जूझ रहे लोगों को कुछ राहत मिलेगी।
उत्तरी ठंडी हवाओं का प्रभाव
मौसम विज्ञानी डॉ. चंद्र मोहन के अनुसार, तापमान में गिरावट का सीधा कारण क्षेत्र में आने वाली उत्तरी ठंडी हवाएँ होंगी। इन हवाओं के पहाड़ों सहित उत्तरी क्षेत्रों से ठंडी हवाएँ आने की उम्मीद है, और इससे भीषण गर्मी की स्थिति में काफ़ी कमी आएगी। नतीजतन, कई जिलों में तापमान में गिरावट आने की उम्मीद है, खासकर राज्य के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों में। तापमान में गिरावट से लोगों को असहनीय गर्मी से राहत मिलेगी, जिससे दिन और भी ज़्यादा सहने लायक हो जाएँगे।
हालांकि, यह राहत अल्पकालिक होगी। 25 अप्रैल के बाद, मौसम में फिर से बदलाव होने की संभावना है, क्योंकि रेगिस्तानी गर्म हवाएँ क्षेत्र में बहना शुरू हो जाएँगी, जिससे एक बार फिर गर्मी की लहर आएगी। ये गर्म हवाएँ एक बार फिर तापमान को तेज़ी से बढ़ाएँगी, जिससे पिछले कुछ हफ़्तों से हरियाणा में मौसम की एक निरंतर विशेषता रही भीषण गर्मी वापस आ जाएगी। लोगों को एक बार फिर उस भीषण गर्मी के लिए तैयार रहना होगा जो आमतौर पर इन रेगिस्तानी हवाओं के साथ होती है।
कुछ क्षेत्रों में बारिश और तूफान
डॉ. मोहन ने यह भी बताया कि दो दिन पहले पश्चिमी विक्षोभ के कारण पंजाब की सीमा से लगे हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, जींद, करनाल और कुरुक्षेत्र समेत कई जिलों में आंधी और बारिश हुई। यह बारिश, हालांकि संक्षिप्त थी, लेकिन राहत देने वाली थी क्योंकि इसने कुछ समय के लिए तापमान को ठंडा करने में मदद की। रविवार को कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हुई, लेकिन यह गर्मी को कम करने के लिए पर्याप्त नहीं थी। बारिश के बावजूद, कुल मिलाकर तापमान सामान्य से ऊपर रहा, खासकर हरियाणा के पश्चिमी और दक्षिणी हिस्सों में, जहां लू की स्थिति बनी हुई है।
भविष्य का दृष्टिकोण: एक संक्षिप्त शीतलन अवधि
आगे की ओर देखते हुए, उत्तर से आने वाली ठंडी हवाओं के प्रभाव के कारण हरियाणा के पूर्वोत्तर जिलों में तापमान सामान्य से नीचे रहने की उम्मीद है। ये हवाएँ 21 अप्रैल से तापमान में थोड़ी गिरावट लाएँगी, जिससे उन क्षेत्रों के लोगों को थोड़ी राहत मिलेगी। इस बीच, भारत के उत्तरी पहाड़ी क्षेत्रों में भी रविवार को बारिश और बर्फबारी हुई, जिसने हरियाणा में ठंडक का एहसास कराने में भूमिका निभाई। हिसार और आस-पास के जिलों में दिन के तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई, जिससे निवासियों को भीषण गर्मी से थोड़ी राहत मिली।
हालांकि, यह राहत अस्थायी है और जैसे ही ठंडी हवाएं कम होंगी, गर्मी की लहर वापस आ जाएगी। हरियाणा के निवासियों को मौसम की बदलती परिस्थितियों के लिए तैयार रहना चाहिए, क्योंकि राज्य में रेगिस्तानी हवाओं की अत्यधिक गर्मी और उत्तरी हवाओं द्वारा लाई गई ठंडी हवाओं का सामना करना पड़ता है।