हरियाणा के रोहतक में धरने पर बैठे क्लर्कों को सीएम दौरे के चलते मुलाकात का आश्वासन देकर उठाया, लेकिन दिन भर क्लर्कों प्रतिनिधिमंडल एसडीएम ऑफिस के बाहर बैठा रहा। लेकिन उनकी मुख्यमंत्री मनोहर लाल से नहीं हुई। जिस पर लिपिकों ने कहा कि प्रशासन द्वारा उन्हें धोखा दिया गया है।
क्लर्क बेसिक पे में बढ़ोतरी की मांग को लेकर 5 जुलाई से हड़ताल पर रहते हुए धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। उनकी मांग है कि क्लर्कों को 35400 रुपए बेसिक पे दिया जाए। ताकि वे अपना घर खर्च व गुजारा चला सके। सरकार द्वारा केवल 19900 रुपए बेसिक पे दिया जा रहा है। जो आज की महंगाई को देखते हुए बहुत कम है।
बाढ़ से निपटने के बाद बातचीत के रास्ते खुले
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पत्रकार वार्ता में क्लर्कों के धरने को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए कहा कि अभी बाढ़ से निपटने में जुटे हुए हैं। इससे निपटने के बाद मुलाकात की जाएगी। हालांकि जो एरिया बाढ़ प्रभावित हैं, उन एरिया में क्लर्क हड़ताल पर नहीं हैं। कुछेक क्लर्क धरने पर बैठ हैं।
मुलाकात का मिला था आश्वासन
क्लर्कों ने कहा कि धरने के दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने उन्हें सीएम से मुलाकात का आश्वासन दिया था। इसलिए 7 लोगों का प्रतिनिधिमंडल भी एसडीएम ऑफिस में सुबह ही पहुंच गया था। लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने थोड़ी-थोड़ी देर करके समय व्यतीत कर दिया, लेकिन मुख्यमंत्री से मुलाकात नहीं करवाई।
प्रतिनिधिमंडल में ये रहे शामिल
प्रतिनिधिमंडल में क्लेरिकल एसोसिएशन वेल्फेयर सोसायटी (CAWS) की महिला राज्य प्रधान शर्मिला हुड्डा, राज्य सचिव गौरव कुमार, रोहतक जिला प्रधान सुभाष पांचाल, रोहतक महासचिव सुनील राठी, रोहतक उप प्रधान संदीप दांगी, रोहतक जिला सलाहाकार संजय राठी, जिला प्रेस सचिव अनूप सिंह शामिल रहे।
प्रशासन का कोरा आश्वासन निकला
जिला प्रधान सुभाष पांचाल व महासचिव सुनील राठी ने कहा जिला प्रशासन द्वारा मुख्यमंत्री से 7 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को मिलाने का आश्वासन दिया गया था। लेकिन यह एक कोरा आश्वासन निकला। प्रशासन द्वारा कहा गया था कि मुख्यमंत्री ने जिलास्तरीय टीम से मिलने से मना कर दिया है तथा रोहतक में से दोगुणे जोश के साथ अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी।