रोहतक जिला प्रशासन ने रात्रि ठहराव कार्यक्रम के तहत गांव काहनौर में बुधवार रात को दरबार लगाकर सुनी नागरिकों की समस्याएं
डी सी नरेंद्र कुमार और एसपी नरेंद्र बिजारणियां ने सुनी एक-एक व्यक्ति की समस्याएं
रोहतक : 8 जनवरी : मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह के निर्देशानुसार जिला प्रशासन ने बुधवार रात को गांव काहनौर में रात्रि ठहराव कार्यक्रम का आयोजन किया। इस दौरान डीसी नरेंद्र कुमार और पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनी और उनका समाधान किया।
ग्रामीणों की समस्या सुनते हुए डीसी नरेंद्र कुमार ने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार जिला मुख्यालय के साथ उप मंडल स्तर पर और नगर निगम कार्यालय में भी समाधान शिविरों का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें नागरिकों की समस्याएं सुनी जा रही हैं और उनका समाधान किया जा रहा है। जिला स्तर की समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया जाता है और जो समस्याएं मुख्यालय से संबंधित होती हैं, उनको सरकार के पास भेजा जाता है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन हर समय नागरिकों की समस्याएं सुनने और उनका समाधान करने के लिए तत्पर है। किसी भी नागरिक की किसी भी विभाग से संबंधित यदि कोई समस्या है तो वह बिना किसी हिचक के प्रशासन के समक्ष रखें, उनका समयबद्ध ढंग से समाधान किया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने ग्रामीणों का आह्वान किया कि वे गांव के विकास में अपना योगदान दें। गांव के विकास इन प्रत्येक नागरिक की भूमिका होनी चाहिए। गांव के विकास में अपना कुछ न कुछ योगदान जरूर करें।
गांव में ड्रग्स की बिक्री से संबंधित सूचना तुरंत पुलिस को दें : एसपी बिजारणिया
रात्रि ठहराव कार्यक्रम के दौरान पुलिस अधीक्षक नरेंद्र बिजारणिया ने ग्रामीणों का आह्वान करते हुए कहा कि युवाओं में बढ़ती ड्रग्स की प्रवृत्ति को हरहाल में रोकना है। इसके लिए प्रशासन और आमजन को मिलकर प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि यदि गांव में किसी व्यक्ति द्वारा ड्रग्स बेचे जाने की जानकारी मिलती है तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस या जिला प्रशासन को दें ताकि समय रहते उस पर ठोस कार्रवाई की जा सके। उन्होंने अभिभावकों से कहा कि वह भी स्वयं अपने बच्चों की निगरानी जरूर रखें, बच्चों को समझाएं कि नशा न केवल शरीर का नाश करता है बल्कि जीवन को तबाह कर देता है। नशा समाज और देश के लिए घातक है। उन्होंने ग्रामीणों का आह्वान किया कि वे अपने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेल की गतिविधियों में भाग लेने के लिए भी प्रेरित करें। उन्होंने ग्रामीणों से यह भी अपील कि यदि गांव में कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखाई देता है तो इसकी सूचना भी पुलिस को दें। सूचना देने वाले नाम गुप्त रखा जाएगा।
इस दौरान एसडीएम आशीष कुमार, सिविल सर्जन डॉ रमेश चंद्र, डीडीपीओ राजपाल चहल, नायब तहसीलदार दीपक कुमार, सिंचाई विभाग के कार्यकारी अभियंता अरुण मुंझाल, हाइड्रोलॉजिस्ट दलवीर राणा, सरपंच निशा, भूप सिंह, एसवीएम स्कूल निदेशक अनीता शर्मा, समाजसेवी रामचंद्र लांबा, लता देवी व ललित शर्मा सहित गांव के अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।