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दुष्यंत चौटाला ने फरीदाबाद में लिया बाढ़ का जायजा ; AAP पर साधा निशाना ; बोले फिर तो यह इलाके दिल्ली ने डूबोए

हरियाणा के फरीदाबाद में यमुना के बढ़ते जलस्तर के बाद आज डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला बाढ़ ग्रस्त इलाकों में जायजा लेने पहुंचे। इस दौरान वे खुद ट्रैक्टर चला कर मंझावली इलाके में पहुंचे। दौरा कर वहां के हालात देखे और जलभराव वाले इलाकों का जायजा लिया।

डिप्टी सीएम ने कहा कि पिछले 24 घंटे में फरीदाबाद और पलवल में यमुना में पानी का स्तर बढ़ा है। वहीं उन्होंने कहा की हरियाणा के 13 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। इन जिलों में 6 गांव फरीदाबाद के और 10 गांव पलवल के काफी प्रभावित हैं। डिप्टी सीएम ने कहा कि लगभग ढाई लाख एकड़ की फसल बाढ़ के पानी से प्रभावित हुई है।

मृतकों के परिजनों काे देंगे मुआवजा

उन्होंने बताया की पूरे हरियाणा में 20 लोगों की जान बाढ़ के चलते गई है। इनके परिवारों को 4 लाख रुपए के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा। वहीं दुष्यंत चौटाला ने आप पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि पानी की धारा को कोई नहीं बदल सकता। इस आपदा के मौके पर एक दूसरे के साथ खड़े होना चाहिए। हमारी जिम्मेदारी है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुरक्षित रखें।

डिप्टी सीएम का आप पर वार

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उन्होंने कहा कि अगर वो राजनीति करना चाहे तो कह सकते हैं कि पलवल और फरीदाबाद को डूबाने का काम दिल्ली ने किया है। उन्होंने कहा कि 1978 के बाद यमुना का जलस्तर इतना ज्यादा बढ़ा है। यह प्राकृतिक आपदा है और इसका सबको मिलकर मुकाबला करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने एक नई पॉलिसी बनाई है, जिसके तहत लोगों के घर,पशु, फसलों का नुकसान होने पर उन्हें उसकी गाइडलाइन के हिसाब से मुआवजा दिया जाएगा।

लोगों ने बिना मिले लौटे दुष्यंत

वहीं इस मामले में जब मंझावली के बाढ़ पीड़ित लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के आने की सूचना ही नहीं दी गई थी। उन्होंने बताया की डिप्टी सीएम बाढ़ प्रभावित इलाके में आए और दौरा करने के बाद उनसे बिना मिले ही वापस लौट गए ।

वही बाढ़ पीड़ित लोगों के मुताबिक अचानक से 2 दिन पहले उनके घरों में 3:00 बजे रात पानी आया और वह लोग अपनी जान बचाकर भागे इस पानी के चलते उनके कई मकान पानी में समा गए। वही बाढ़ पीड़ित लोगों ने बताया कि प्रशासन से उन्हें खाने की मदद तो मिल रही है इसके अलावा होने और कोई मदद नहीं मिली वह चाहते हैं कि पानी सूखने के बाद उनके घरों को बनाने के लिए सरकार उचित मुआवजा दें।

Khabar Abtak

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