नशे के खिलाफ विशेषकर युवाओं में जागरूकता लाना जरूरी: डीसी धीरेंद्र खड़गटा
नशे पर रोकथाम को लेकर हरियाणा के मुख्य सचिव डॉ विवेक जोशी ने वीसी के माध्यम से प्रदेशभर के उपायुक्तों के साथ की समीक्षा और दिए जरूरी निर्देश
रोहतक, 28 नवंबर। डीसी धीरेंद्र खड़गटा ने कहा कि हरियाणा को नशा मुक्त राज्य बनाना है। इसके लिए विशेषकर युवाओं में जागरूकता लाना जरूरी है। इसके साथ साथ सभी संबंधित विभागों के नशामुक्ति पर आपसी सामंजस्य के साथ आवश्यक कदम उठाएं।
डीसी श्री खड़गटा ने वीसी रूम में जिले में नशे की रोकथाम की लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए। इस दौरान प्रदेश के मुख्य सचिव विवेक जोशी ने वीरवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेशभर के उपायुक्तों से नशे की रोकथाम के लिए जो कार्य किए जा रहे हैं, उसकी समीक्षा बैठक करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
वीसी के दौरान डीसी श्री खड़गटा ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वीसी के दौरान जो दिशा-निर्देश मिले हैं, उसकी अनुपालना के तहत जरूरी कार्यों में तीव्रता लाएं। उन्होंने कहा कि सरकार का मुख्य ध्येय ड्रग्स आदि नशे को जड़मूल से खत्म करना है। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी एसडीएम हर माह उनके क्षेत्रों के नशा मुक्ति केन्द्र का निरीक्षण करें। डीसी ने कहा कि सरकार द्वारा जारी हिदायतों के अनुसार सभी मेडिकल स्टोर के अन्दर व बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की जाए और आदेश के बावजूद भी जिन मेडिकल स्टोर पर सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे है उन मेडिकल स्टोर संचालको पर कार्यवाही की जाए। डीसी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए की स्कूल व कॉलेज में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को नशे से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूक किया जाए ताकि वह हर प्रकार के नशे से दूर रहें। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशा मुक्ति के बारे में जागरूक करना बहुत जरूरी है। विद्यार्थियों को बताया जाए कि नशा उनको तबाही की तरफ लेकर जाता है। जबकि युवाओं को अपने उज्जवल भविष्य के बारे में सोचना चाहिए।
इस दौरान एसपी नरेंद्र बिजारणिया, सहायक आयुक्त अंदर ट्रेनिंग अभिनव सिवाच, महम के उपमंडलाधीश दलबीर फौगाट, सांपला के उपमंडलाधीश सुभष चन्द्र जून, सिविल सर्जन डॉ रमेश चंद्र, जिला शिक्षा अधिकारी मंजीत मलिक सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद थे।