बरोदा हलके के आजाद उम्मीदवार डॉ. कपूर नरवाल ने ईशापुर खेड़ी, नूरनखेड़ा, कोहला, भावड़ और निजामपुर गांवों में सभाएं करते हुए कहा-कोई ऊक-चूक हो गई तो मेरी आत्मा शांत नहीं होगी
गोहाना :-22 सितंबर : कोई ऊक-चूक हो गई, मेरी आत्मा शांत नहीं होगी। रविवार को यह मार्मिक टिप्पणी बरोदा हलके के निर्दलीय प्रत्याशी और कैंसर से पीड़ित 68 वर्ष के डॉ. कपूर नरवाल ने की। वह ईशापुर खेड़ी, नूरनखेड़ा, कोहला, भावड़ और निजामपुर गांवों में सभाएं कर रहे थे।
डॉ. नरवाल ने कहा कि उनके चिकित्सक पिता स्व. डॉ. धर्म चंद नरवाल ने इलाके की 65 साल सेवा की तथा कोई घर ऐसा नहीं जहां वह न गए हों। उनके बाद मेरी भी यह कोशिश रही है कि आप के हर सुख-दुख में आप के साथ खड़ा रहूं। यह चुनाव साधारण चुनाव नहीं है। इस में सब पार्टियां एक तरफ, बरोदा हलका दूसरी तरफ है।
निर्दलीय प्रत्याशी डॉ. कपूर नरवाल ने कहा कि मुझ से अन्याय हुआ है, मैं आप से न्याय मांगने के लिए आया हूं। एम.एल.ए. बनाया तो न इस पार्टी में जाऊंगा, न उस पार्टी में जाऊंगा, जहां मेरे कान पकड़ कर बैठा दोगे, मैं वहीं बैठा रहूंगा। बही भी बरोदा की होगी. लिखनिया भी बरोदा ही होगा। नाड़ कटवा दूंगा, पगड़ी नहीं झुकने दूंगा ।
भूपेंद्र मलिक ने कहा कि डॉ. कपूर हमारे भांजे हैं, म्हारी छोरी के छोरे हैं। सब के सांझे हैं। बरोदा हलके ने अपने बेटे को चुनाव में उतारा है। कप्तान हुड्डा ने कहा कि पूर्व विधायक स्व. श्रीकृष्ण हुड्डा को सच्ची श्रद्धांजलि डॉ. कपूर नरवाल को वोट देना होगी ।