भाजपा ने प्रदीप संगवान को दिया दोबारा चुनाव लड़ने का मौका ; तीन बार सांसद और एक बार विधायक रह चुके हैं पिता, सांगवान परिवार पहली बार लड़ेगा बरोदा हलके से चुनाव
गोहाना :-10 सितंबर: भाजपा हाईकमान ने 16 साल लंबे इंतजार के बाद प्रदीप सांगवान को दोबारा चुनाव लड़ने का मौका दिया है। मंगलवार को उनके नाम की घोषणा की बरोदा हलके के लिए की गई । प्रदीप सांगवान स्व. किशन सिंह सांगवान के बेटे हैं जो एक बार गोहाना हलके के विधायक और तीन बार सोनीपत के सांसद रह चुके हैं। पिछली बार भाजपा ने प्रदीप सांगवान को गोहाना हलके से चुनाव लड़वाया था। यह पहली बार होगा जब सांगवान परिवार बरोदा हलके से चुनाव लड़ेगा । प्रदीप सांगवान अपने पिता स्व. किशन सिंह सांगवान के जीते-जी राजनीति में आ गए थे। मई 2008 में गोहाना हलके का उपचुनाव हुआ था, तब भाजपा ने प्रदीप सांगवान पर ही अपना दांव लगाया था। इसी विधानसभा सीट से किशन सिंह सांगवान 1987 में विधायक बने थे । तब वह लोकदल प्रत्याशी थे । उस समय की प्रदेश सरकार में वह शिक्षा मंत्री, कृषि मंत्री और उद्योग मंत्री भी रहे थे। मंत्री से पहले हैफेड के चेयरमैन बनाए गए थे। बाद में किशन सिंह सांगवान 1998 में लोकदल, 1999 और 2004 में भाजपा प्रत्याशी के रूप में सोनीपत संसदीय सीट से लोकसभा में पहुंचे थे ।
किशन सिंह सांगवान का दिसंबर 2012 में अचानक निधन हो गया। बाद में हालातों ने कुछ ऐसी करवट ली कि प्रदीप सांगवान भाजपा छोड़ कर कांग्रेस में शामिल हो गए। लेकिन 2 नवंबर 2020 को बरोदा हलके के हुए उप चुनाव के समय वह भाजपा में लौट आए। उस उप चुनाव में भी उन्हें उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा थी । लेकिन चार साल बाद प्रदीप सांगवान का भाग्य चमका है तथा भाजपा ने उन्हें बरोदा हलके से अपना प्रत्याशी बनाया है। सांगवान परिवार का पैतृक गांव नूरनखेड़ा है। यह गांव बरोदा हलके में स्थित है। भाजपा प्रत्याशी के तौर पर प्रदीप सांगवान बुधवार को नामांकन दाखिल करेंगे। उससे पहले वह सुबह अपने कार्यालय को खोलते हुए वहां 9 बजे हवन करेंगे।