गोहाना :- नई अनाज मंडी में कपास, बाजरा और धान की आवक शुरू हो गई है। किसानों को एमएसपी से करीब 600 रुपए अधिक दाम मिल रहे हैं। वहीं बाजार की फसल का भाव 500 रुपए तक काम मिला। कपास के अच्छे भाव मिलने पर किसानों ने खुशी जताई है। बाजरे का भाव कम होने पर सरकारी खरीद शुरू करने की मांग की। सरकार ने कपास की फसल का 7020 रुपए प्रति क्विंटल एमएसपी तय किया है। मौसम में बदलाव के चलते इस बार कपास की आवक में कुछ देरी हुई है। लेकिन अभी सरकारी खरीद शुरू नहीं हुई है।
अधिक बरसात के कारण क्षेत्र की ज्यादातर कपास की फसल खराब हो चुकी है। कपास कम होने के कारण अनाज मंडी में किसानों को फसल के अच्छे भाव मिल रहे हैं। अनाज मंडी में कपास की 416 क्विंटल आवक हुई। अनाज मंडी में 163 क्विंटल बाजरा की आवक हो चुकी है। बाजरे की एमएसपी 2500 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया हुआ है। किसान शमशेर, रोहतास का कहना है कि व्यापारी बाजरे की खरीद 2000 से 2100 रुपए प्रति क्विंटल तक कर रहे हैं। इससे किसानों को 500 रुपए प्रति क्विंटल तक नुकसान हो रहा है।
बीते वर्ष हुई थी 12500 क्विंटल कपास और 8800 क्विंटल बाजरे की आवक अनाज मंडी में बीते वर्ष 12500 क्विंटल कपास की आवक हुई थी। वही बाजरे की आवक 8800 क्विंटल थी। बीते वर्ष भी कपास की सरकारी खरीद नहीं हुई थी। इस बार फसलों के भाव अच्छे हैं। अधिकारियों के अनुसार कपास का भाव ज्यादा मिलने से किसानों को फायदा होगा।
नई अनाज मंडी में कपास, धन और बाजरा की आवक हो रही है। फसल की खरीद निजी व्यापारी कर रहे हैं। कपास की फसल सरकार द्वारा निर्धारित एमएसपी से अधिक भाव में बिकी है। फसल सीजन के चलते अनाज मंडी में सुविधाएं बढ़ाई गई हैं। प्रयास है कि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो। किसान धान की फसल की सूखा कर मंडी में लाएं। – दीपक लोहचब, सचिव, मार्केट कमेटी, गोहाना।