हरियाणा के विधायकों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल का बड़ा झटका ; विधायक मंत्रियों की तरह जन संवाद नहीं कर पाएंगे ; विशेष संसद सत्र के बाद हरियाणा के सांसद फील्ड में देंगे दिखाई
चंडीगढ़ :- हरियाणा के विधायकों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बड़ा झटका दिया है। सीएम ने स्पष्ट कर दिया है कि सूबे के सत्ता पक्ष के साथ विपक्ष के भी विधायक मंत्रियों की तरह जन संवाद नहीं कर पाएंगे। 2024 में संभावित लोकसभा चुनाव की नजदीकियों को देखते हुए अब हरियाणा के सांसद फील्ड में दिखाई देंगे।
18 से 23 सितंबर तक चलने वाले संसद के विशेष सत्र के बाद सांसदों के जन संवाद कार्यक्रम शुरू होंगे। इसमें अधिकारियों को भी जाना होगा। इन जन संवादों में आने वाले शिकायतों को मुख्यमंत्री जन संवाद पोर्टल पर चढ़ाया जाएगा, जिससे उनका जल्दी से जल्दी निराकरण किया जा सके।

CM ने अब तक किए 80 जन संवाद
हरियाणा में 10 लोकसभा सीटें हैं। 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में इन सभी सीटों पर सत्तासीन BJP का ने कब्जा कर लिया था। चूंकि राज्य में 2014 से बीजेपी सरकार में है, ऐसे में 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव में 2019 का रिजल्ट दोहराने की चुनौती मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर है। इसके साथ ही वह लगातार दो टर्म से सीएम भी बने हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उनके अच्छे संबंध हैं। इसलिए वह लोकसभा चुनाव फतह करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते हैं।
CM ने अब तक किए 80 जन संवाद
हरियाणा के मुख्यमंत्री कम से कम एक विधानसभा में एक जनसंवाद कार्यक्रम करते हैं। अब तक 80 कार्यक्रम किए जा चुके हैं। यानी अब तक इन कार्यक्रमों के जरिए 800 से 1000 गांव सीएम कवर कर चुके हैं। सीएम ने स्पष्ट किया है कि चुनाव तक यह जनसंवाद कार्यक्रम जारी रहेंगे। इसके जरिए लोगों के द्वारा की जाने वाली शिकायतों को भी प्रमुखता से निपटान सरकार के द्वारा किया जा रहा है।
CM जनसंवाद पोर्टल पर अब तक 21 हजार शिकायतें
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान आने वाली शिकायतों को सीएम जनसंवाद पोर्टल पर चढ़ाया जाता है। अब तक 21 हजार मांगे जनसंवाद पोर्टल पर चढ़ाई जा चुकी हैं। इनमें से 4000 मांगों को पूरा किया जा चुका है, लगभग 14 हजार मांगे प्रॉसेस में हैं। सबसे अहम बात यह है कि जिन मांगों को पूरा होने में अभी समय लगेगे उसकी जानकारी SMS के जरिए शिकायतकर्ता के पास भेजी जाएगी।
हरियाणा में कौन कहां से है सांसद
अंबाला से रतन लाल कटारिया ने जीत दर्ज की थी, जो अभी उनकी मौत के बाद खाली है। इसके अलावा कुरुक्षेत्र से नायब सिंह सैनी, सिरसा से सुनीता दुग्गल, हिसार से बिजेंदर सिंह, करनाल से संजय भाटिया, सोनीपत से रमेश चंद्र कौशिक, रोहतक से अरविंद शर्मा, भिवानी-महेंद्रगढ़ से धरमवीर सिंह, गुड़गांव से राव इंद्रजीत सिंह, फरीदाबाद से कृष्णपाल गुजर अभी सांसद हैं।



