भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग कर रहे रेसलर्स विनेश फोगाट, साक्षी मलिक और बजरंग पूनिया ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की है। यह मुलाकात शनिवार देर रात करीब 11 बजे हुई। करीब 2 घंटे तक शाह के निवास पर मीटिंग चली। यह मुलाकात खाप पंचायतों की तरफ से केंद्र को 9 जून तक का अल्टीमेटम देने के बाद हुई।
एक महिला रेसलर की मां ने इस मीटिंग की पुष्टि करते हुए कहा कि अमित शाह ने पहलवानों को बिना भेदभाव के पूरी जांच का भरोसा दिया है। सूत्रों के मुताबिक पहलवानों ने ही गृह मंत्री शाह से मुलाकात का समय मांगा था। इसके बाद यह मीटिंग हुई। इसमें पहलवानों ने बृजभूषण की गिरफ्तारी की मांग की।
अमित शाह ने कहा कि इस मामले में कानून अपना काम करेगा। पुलिस जांच कर रही है। उन्होंने पहलवानों से इतना जरूर पूछा कि क्या पुलिस को अपना काम करने का समय नहीं देना चाहिए?
गृह मंत्री के साथ मीटिंग के बाद बजरंग पूनिया ने रविवार को सोनीपत के गांव मुंडलाना में हो रही सर्व समाज की महापंचायत को बड़ा फैसला लेने से रोक दिया। बजरंग ने कहा- मैं गुरनाम चढ़ूनी (किसान नेता) से अनुरोध करूंगा कि आज कोई फैसला न लें।
खिलाड़ियों की तरफ से हम एक पंचायत रखेंगे। उसकी कॉल हम देंगे, जगह हम बताएंगे, सभी को इकट्ठा रखकर हम पंचायत करना चाहते हैं। इसमें जितनी भी हमारी खाप पंचायतें हैं, जितने हमारे संगठन हैं, सब को एक मंच पर इकट्ठा करेंगे। 3 से 4 दिन में जगह डिसाइड करके बताएंगे।
बजरंग पूनिया ने कहा कि 28 मई को दिल्ली में जो भी हुआ है, उसके बाद से विनेश और साक्षी बिल्कुल टूट चुकी हैं। अब परिवार का एक सदस्य हमेशा उनके साथ रहता है, ताकि वे कोई गलत फैसला न ले लें। वह यहां इसलिए नहीं आईं कि अब उनमें हिम्मत नहीं बची है। वहीं किसान नेता गुरनाम चढूनी ने कहा कि इस महापंचायत में कोई फैसला नहीं लिया गया है।
दिल्ली पुलिस की जांच पूरी, POCSO एक्ट की धारा हटने के आसार
उधर, इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस की जांच लगभग पूरी हो चुकी है। सूत्रों के मुताबिक फाइनल रिपोर्ट तैयार हो चुकी है। इसमें बृजभूषण पर लगे आरोपों को खारिज किया गया है। यह भी पता चला है कि इस रिपोर्ट के बाद बृजभूषण पर लगा POCSO एक्ट की धारा भी हटाई जा सकती है।
हालांकि दिल्ली पुलिस की प्रवक्ता सुमन नलवा का कहना है कि जांच और उसके तथ्यों को लेकर अभी कोई कमेंट नहीं किया जा सकता।
हरियाणा CM का दावा- कुछ संगठनों की वजह से फैसला नहीं हो सका
कल शनिवार को हरियाणा CM मनोहर लाल से करनाल दौरे के दौरान बृजभूषण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाने वाले रेसलर्स के पक्ष में खाप पंचायतों के अल्टीमेटम से जुड़ा सवाल पूछा गया। मनोहर ने कहा- यह मामला काफी समय से चल रहा है। केंद्र सरकार इसे देख रही है। निश्चित रूप से कोई न कोई हल इसमें निकलना चाहिए। हमने अपनी ओर से प्रयत्न किए थे।
कुछ लोगों से बातचीत हुई, लेकिन फैसला होते समय छोटी-मोटी कमियां रह जाती हैं। इसके बाद कुछ संगठन खड़े हो गए और फैसला होते-होते रह गया। मेरा खाप पंचायतों से निवदेन है कि वह मामले को हल करने में आगे आएं और सहयोग करे ताकि असली विवाद पर फैसला हो सके।