WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण के खिलाफ पहलवानों के आंदोलन के समर्थन में हरियाणा में आज एक और बड़ी महापंचायत चल रही है। मंच पर भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढ़ूनी, पूर्व गर्वनर सत्यपाल मलिक, जयन्त चौधरी, UP के विधायक प्रदीप चौधरी, गुलाब अहमद और पहलवान बजरंग पूनिया मौजूद हैं। सोनीपत जिले के मुंडलाना गांव के स्टेडियम में होने वाली इस महापंचायत को सम्मान समारोह नाम दिया गया है।
• बजरंग पूनिया ने कहा कि 28 मई को दिल्ली में जो भी हुआ है, उसके बाद से विनेश और साक्षी बिल्कुल टूट चुकी हैं। अब परिवार का एक सदस्य हमेशा उनके साथ रहता है, ताकि वे कोई गलत फैसला नहीं ले लें। वह यहां इसलिए नहीं आई कि अब उनमें हिम्मत नहीं बची है।
• पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा कि अन्याय के खिलाफ एक साथ होने और जुड़ने की जरूरत है। महापंचायत के मंच से बजरंग ने खिलाड़ियों की पंचायत बुलाने का ऐलान किया। पूनिया ने कहा कि अब खिलाड़ी भाजपा सरकार के खिलाफ एकजुट होकर फैसला लेंगे।
• भीम आर्मी के प्रधान चन्द्रशेखर ने मंच से कहा कि भाजपा के राज में बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। सरकार ने बेज्जत करने का काम किया है। हम सरकार के खिलाफ बगावत करने के लिए आए हैं। पगड़ी हमारी शान है। खिलाड़ियों के साथ किसान मजदूर कमेरे की धरती है। हक की लड़ाई सड़क से लड़ेंगे।
चढ़ूनी पहले ही स्पष्ट कर चुके अपने इरादे
वहीं चढ़ूनी ने इस महापंचायत में बड़ा फैसला लेने के संकेत दिए हैं। उन्होंने साफ किया है कि पहलवान जो भी चाहेंगे, उनकी इच्छा के अनुसार ही निर्णय यहां लिया जाएगा। इस निर्णय काे सिरे चढ़ाने की जिम्मेदारी भी वे लेंगे। बार बार अल्टीमेटम देने और 28 मई को दिल्ली में महिला संसद न हो पाने के सवाल पर उन्होंने इसका ऐलान करने वालों पर ही सवाल खड़े किए हैं।
गुरनाम सिंह चढ़ूनी बोले कि यह फैसला लेने वालों की जिम्मेदारी थी कि वे इसे सिरे चढ़ाते। पहलवानों को लेकर अलग अलग पंचायत करने पर उन्होंने कहा कि इससे आंदोलन को बल मिल रहा है। आज महापंचायत में अलग-अलग राज्यों के करीब 20 हजार लोगों के जुटने की उम्मीद है। महापंचायत में विभिन्न टोल टैक्स कमेटियों और खाप से जुड़े नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है।
राकेश टिकैत दे चुके 9 जून तक का अल्टीमेटम
बता दें कि पहलवानों को संघर्ष को लेकर 3 दिन में हरियाणा में यह दूसरा बड़ा आयोजन है। इससे पहले कुरुक्षेत्र में हुई खापों की पंचायत में भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत भाजपा सांसद और WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह शरण को गिरफ्तार करने के लिए केंद्र सरकार को 9 जून तक का अल्टीमेटम दे चुके हैं।