- ‘मेरी बेटी रांची में सब जूनियर चैम्पियनशिप में खेलने गई थी। साल 2022 था और महीना अप्रैल। वहीं बृजभूषण शरण सिंह ने मेरी बेटी के साथ गलत हरकत की। जब से ये हंगामा शुरू हुआ, बेटी डिप्रेशन में है। कोई फोन भी आता है, तो डर जाती है कि पता नहीं अब क्या हुआ। उसका भाई 12-13 साल का है। वह खेलने तक बाहर नहीं जा रहा। स्कूल भी जाना बंद है।
ये उस नाबालिग रेसलर के पिता का बयान है, जिसके सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप रेसलिंग फेडरेशन के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर है। इस मामले में दिल्ली के कनॉट प्लेस थाने में 28 अप्रैल, 2023 को FIR दर्ज हुई है, पॉक्सो एक्ट भी लगा, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हुई। नाबालिग के पिता खुद भी पहलवान रह चुके हैं। उन्होंने ही अपनी बेटी को पहलवानी सिखाई है।
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ 6 और रेसलर्स ने FIR करवाई है, यौन शोषण और छेड़छाड़ के 10 मामलों का आरोप है। दूसरी FIR इसी नाबालिग रेसलर की है। इसी बीच लड़की के चाचा ने दावा कर दिया कि वो नाबालिग नहीं, बालिग है। हालांकि, लड़की के पिता ने बताया कि वो शख्स लड़की का चाचा नहीं ताऊ है और उसके दावे झूठे हैं। बेटी के साथ जो हुआ, उन्होंने इस पर भास्कर से बात की। FIR में दर्ज कुछ बातें भी शेयर कीं
सवाल: आपकी बेटी के साथ क्या हुआ था, एक साल बाद FIR क्यों कराई?
नाबालिग के पिता: ये छेड़छाड़ का मामला था। मैं झूठ क्यों बोलूं। मैंने सब FIR में लिखवा दिया है। इससे ज्यादा कुछ नहीं बता सकता। केस कोर्ट में है। हमें जब ठीक लगा, हमने FIR करा दी।
सवाल: क्या इस घटना के बाद बेटी ने खेलना जारी रखा?
नाबालिग के पिता: हां, इसी साल गोंडा में सब जूनियर नेशनल चैम्पियनशिप हुई थी। मेरी बेटी ने उसमें हिस्सा लिया था। गोल्ड जीतकर लौटी थी। वो तो अब तक प्रैक्टिस कर रही थी। आगे खेलों की तैयारी भी कर रही थी। उसके ताऊ ने जब से हंगामा किया, तब से सब बंद है।
सवाल: गोंडा तो बृजभूषण शरण सिंह का गढ़ माना जाता है, क्या आप वहां उनसे मिले थे?
नाबालिग के पिता: नहीं, गोंडा में किसी से मुलाकात नहीं हुई। हम अपनी कुश्ती लड़ने गए थे, कुश्ती लड़ी और लड़कर आ गए।
सवाल: अभी जो विवाद है, उसके बाद बेटी क्या कह रही है?
नाबालिग के पिता: जैसे ही कोई फोन आता है, बेटी डर जाती है। फोन की घंटी से भी डर रही है। सदमे से ही नहीं उबर पा रही, तो दंगल क्या करेगी। मेरा छोटा बेटा भी खेलने के लिए बाहर नहीं जा रहा। जब से हंगामा शुरू हुआ, स्कूल भी नहीं जाता।
सवाल: आपके भाई ने कहा कि आपकी बेटी बालिग है, क्या ये सच है?
नाबालिग के पिता: हमारे पास कई डॉक्यूमेंट हैं, जो बता सकें कि मेरी बेटी तब भी नाबालिग थी और अब भी है। इस साल दिसंबर में 17 साल की होगी।
सवाल: उम्र को प्रमाणित करने वाले क्या-क्या डॉक्यूमेंट हैं आपके पास?
नाबालिग के पिता: आधार कार्ड, पासपोर्ट, जन्म प्रमाणपत्र, पैन कार्ड। ये सारी ID हमारे पास हैं। यह सब कुछ कोर्ट में जमा है।
सवाल: क्या उम्र के विवाद के पीछे कोई पॉलिटिक्स है?
नाबालिग के पिता: मेरे भाई और मेरे बीच 7-8 साल से कोई संबंध नहीं है। न आना-जाना और न फोन पर बात। वो कई बार गलत काम करता था और पुलिस मुझे उठाकर ले जाती थी। मैं इतना परेशान हो गया था कि मैंने कहा, भाई तू अपने रास्ते, मैं अपने रास्ते।
वह पहले भी हमें परेशान कर चुका है। उससे अलग होने की वजह भी यही है। आप थाने जाकर पता करोगी, तो पता चलेगा कि उसके खिलाफ कितने केस हैं। मुझे नहीं लगता कि उसने जो किया, उसके पीछे कोई पॉलिटिक्स है। बस उसने हमसे खुन्नस निकाली है।
उसके एक बेटा है। बेटी का दर्द क्या होता है, वही समझ सकता है, जिसके बेटी हो। जब से उसने ये हंगामा खड़ा किया है, तब से बेटी डिप्रेशन में है। हमें पता है कि हम सही हैं। दिल्ली पुलिस जांच कर रही है। पुलिस और सरकार ठीक काम कर रहे हैं, पर आप सोसाइटी को तो जानती ही हो न।
सवाल: क्या गंगा में मेडल बहाने पर रेसलर्स ने आपसे बात की थी, आपकी बेटी भी उनके साथ गई थी क्या?
नाबालिग के पिता: नहीं, हमसे सलाह लेने के लिए उन लोगों का फोन आया था। मैंने कहा, अभी हम कुछ सोचने-समझने की स्थिति में नहीं हैं। अभी तो पूरा परिवार सदमे में है।
सवाल: क्या धरना दे रहे पहलवानों के कहने पर FIR लिखवाई?
नाबालिग के पिता: मैंने कहा न, हमने तब FIR लिखवाई जब हमें सही लगा। मेरे ऊपर FIR का कोई दबाव नहीं बनाया गया। मैंने जो किया, खुद किया। मैं किसी का झूठा नाम नहीं लूंगा।
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ रेसलर्स के आरोप
बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ लिखवाईं दो FIR भी सामने आई हैं। इनमें रेसलर्स ने आरोप लगाया है कि बृजभूषण शरण सिंह लगातार उनके साथ गलत हरकतें कर रहे थे। इस वजह से उन्होंने कहीं भी अकेले जाना बंद कर दिया था।
‘एक बार मैं होटल के रेस्तरां में डिनर करने गई थी। बृजभूषण शरण सिंह ने मुझे अलग से अपनी टेबल पर बुलाया। उन्होंने मेरे ब्रेस्ट पर हाथ रखा, फिर पेट तक ले गए। मैं शॉक्ड थी। उन्होंने बार-बार ऐसा किया।
‘बाद में रेसलिंग फेडरेशन के ऑफिस में भी यही किया। मेरी हथेली, घुटने, जांघों और कंधों को गलत तरीके से छुआ। मैं कांप रही थी। वे अपने पैरों से मेरे पैर को छू रहे थे। इसके बाद मेरी सांसों को चेक करने के बहाने सीने से पेट तक पर हाथ फेरने लगे। उनका मकसद सिर्फ मुझे छूना था।
‘मैं मैट पर लेटी थी। उस वक्त मेरे कोच वहां नहीं थे। तभी बृजभूषण शरण सिंह आए और मेरी टीशर्ट हटा दी। कहा कि ब्रीदिंग चेक कर रहे हैं। सीने से पेट तक हाथ फेरने लगे। इसके बाद मैं फेडरेशन के ऑफिस गई थी। उन्होंने मुझे अपने केबिन में बुलाया। मेरा भाई भी साथ था, उसे और बाकी लोगों को बाहर बैठने के लिए कहा। केबिन में मौजूद लोग चले गए तो उन्होंने दरवाजा बंद कर दिया। मुझे अपनी तरफ खींच लिया और जबरदस्ती फिजिकल कॉन्टैक्ट बनाने की कोशिश की।
‘मेरे पास पर्सनल मोबाइल फोन नहीं था, तब वे (बृजभूषण शरण सिंह) मेरे परिवार वालों से मेरी बात कराते थे। एक बार उन्होंने मुझे बेड के पास बुलाया, जिस पर वे बैठे थे। अचानक उन्होंने मुझे गले लगा लिया। अपनी मर्जी पूरी करने के लिए उन्होंने मुझे लालच दिया। कहा कि अगर मैं उन्हें सेक्शुअल फेवर देती हूं, तो वे मुझे सप्लिमेंट लेने में मदद करेंगे, जिसकी जरूरत किसी एथलीट को होती है।
‘इन घटनाओं के बाद मैंने उन कार्यक्रमों या जगहों पर जाना छोड़ दिया, जहां बृजभूषण शरण सिंह जाते थे। इस सदमे से उबरने में मुझे कई साल लग गए। बृजभूषण शरण सिंह मुझे और मेरी मां को फोन करते थे। इस वजह से मैंने पर्सनल नंबर तक बदल लिया।
‘मुझे बृजभूषण शरण सिंह ने अपने पास बुलाया। सांसें चेक करने के बहाने मेरी टी-शर्ट खींची। इसके बाद हाथ नीचे सरकाते हुए पेट तक ले गए। वे हमेशा गलत बातें और इशारे करने की कोशिश में रहते थे, इसलिए सभी लड़कियों ने तय किया नाश्ते के लिए या खाना खाने अकेले नहीं जाएंगी।
‘टीम फोटोग्राफ के वक्त मैं आखिरी लाइन में खड़ी थी। बृजभूषण शरण सिंह आए और मेरे साथ खड़े हो गए। अचानक मुझे उनका हाथ मेरी कमर के नीचे महसूस हुआ। मैं हैरान थी। मैंने दूर जाने की कोशिश की, तो उन्होंने मुझे जबरन कंधे से पकड़ लिया।
मेरे साथ फोटो क्लिक करने के बहाने, उन्होंने मेरा कंधा पकड़कर अपनी ओर खींच लिया। खुद को बचाने के लिए, मैंने उनसे दूर होने की कोशिश की। इस पर उन्होंने धमकी दी कि ज्यादा स्मार्ट बन रही है क्या, आगे कोई कॉम्पिटिशन नहीं खेलना क्या तूने।
पराध साबित हुआ तो बृजभूषण को 5-7 साल जेल
FIR के मुताबिक, सेक्शुअल हैरेसमेंट का आरोप लगानी वाली एक रेसलर नाबालिग है। इसी वजह से बृजभूषण शरण सिंह पर पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ है। अगर आरोप साबित हुए तो उन्हें 5-7 साल की सजा हो सकती है।