भारतीय कुश्ती फेडरेशन (WFI) को 12 साल बाद नया प्रधान मिलने वाला है। मध्यप्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष मोहन यादव WFI के नए अध्यक्ष हो सकते हैं। उनकी दावेदारी सबसे मजबूत बताई जा रही है। सोमवार को मोहन यादव WFI चुनाव के लिए नॉमिनेशन फाइल कर सकते हैं। मोहन यादव के नाम पर खेल मंत्रालय और WFI पर पहले काबिज रहा बृजभूषण का धड़ा दोनों सहमत है।
माना जा रहा है कि कुश्ती में हरियाणा के वर्चस्व को रोकने के लिए मोहन यादव के नाम पर सहमति बनी है। वे कुछ ही देर में अन्य पदाधिकारियों के साथ नॉमिनेशन करेंगे। 12 अगस्त को भारतीय कुश्ती फेडरेशन के होने वाले चुनाव के लिए आज सोमवार को नॉमिनेशन करने का आखिरी दिन है।
स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) और खेल मंत्रालय के अधिकारी WFI की कमान हरियाणा या रेलवे से जुड़े लोगों के हाथों में देना चाहते थे। इसलिए वोटिंग के लिए तैयार लिस्ट में हरियाणा के दो पदाधिकारियों का नाम अलग-अलग राज्यों से शामिल किया गया था।
हरियाणा के भाजपा नेता और मन्नत ग्रुप ऑफ होटल्स के मालिक देवेंद्र सिंह कादयान को असम राज्य से और एशियाई मेडलिस्ट और बृजभूषण के खिलाफ गवाह रही अनीता श्योराण का नाम ओडिशा राज्य से शामिल किया गया था। वहीं रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड सेक्रेटरी प्रेमचंद लोचब का नाम गुजरात से शामिल किया गया था।
बृजभूषण सिंह हरियाणवी उम्मीदवार के लिए तैयार नहीं थे
सूत्र ने बताया WFI के निर्वतमान अध्यक्ष देवेद्र सिंह कादियान, अनीता और प्रेमचंद लोचब के नाम पर तैयार नहीं थे। वे चाहते थे कि उतराखंड कुश्ती फेडरेशन के अध्यक्ष सतपाल सिंह या हरियाणा के अलावा किसी अन्य राज्यों के पास WFI की कमान जाए। सतपाल सिंह बृजभूषण सिंह के खास माने जाते हैं। ऐसे में मंत्रालय और SAI के अधिकारी नहीं चाहते थे कि बृजभूषण सिंह का कोई खास अध्यक्ष की कमान संभाले।
बृजभूषण सिंह ने सतपाल सिंह के नाम सहमति न होने पर मध्यक्ष प्रदेश कुश्ती संघ के अध्यक्ष मोहन यादव के नाम को आगे बढ़ाया। मोहन यादव मध्यप्रदेश BJP सरकार में हायर एजुकेशन मिनिस्टर हैं। बृजभूषण सिंह के साथ उनके संबंध काफी अच्छे हैं। 27 जून को बृजभूषण सिंह इंदौर में मोहन यादव से मिले भी थे और उनसे अध्यक्ष पद को लेकर चर्चा की भी की थी। सूत्रों की मानें तो उनके नाम पर BJP हाईकमान ने भी अपनी सहमति दे चुकी है। मोहन यादव अभी दिल्ली में ही हैं।
रविवार को बैठक में शामिल हुए थे 22 पदाधिकारी
पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने दावा किया कि रविवार को उनके द्वारा बुलाई गई बैठक में 25 राज्य इकाइयों में से 22 ने हिस्सा लिया। उन्होंने कहा कि उनके उम्मीदवारों की घोषणा सोमवार को की जाएगी।
बता दें कि बृजभूषण, जिनके खिलाफ ओलिंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया और साक्षी मलिक और एशियाई खेलों के स्वर्ण पदक विजेता विनेश फोगट सहित 6 शीर्ष पहलवानों ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए थे, वह चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य हैं, क्योंकि उन्होंने महासंघ के प्रमुख के रूप में, राष्ट्रीय खेल संहिता के अनुसार अनुमत अधिकतम अवधि 12 साल पूरे कर लिए हैं।
बृजभूषण सिंह बोले- परिवार से कुश्ती फेडरेशन का नहीं लड़ेगा चुनाव
डब्ल्यूएफआई के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा है की , “फेडरेशन (भारतीय कुश्ती महासंघ, डब्ल्यूएफआई) के चुनाव के लिए नामांकन दाखिल करने का आज आखिरी दिन है…मेरे परिवार से कोई भी नामांकन दाखिल नहीं कर रहा है।”



