Breaking NewsGohanaपर्यावरण

ग्राम सुधार समिति खन्दराई ने गांव में मनाया विश्व पर्यावरण दिवस

ग्रामीणों को पर्यावरण के संरक्षण हेतु किया जागरूक

गोहाना, 5 जून : आज ग्राम सुधार समिति खन्दराई द्वारा गांव में पर्यावरण दिवस मनाया तथा गांव के लोगों को पर्यावरण के संरक्षण हेतु जागरूक किया गया। गांव में पर्यावरण संरक्षण के पोस्टर चिपकाए गए। इस अवसर पर ग्राम सुधार समिति खन्दराई के संस्थापक अध्यक्ष जग महेंद्र सिंह गांव के लोगों के साथ अपने विचार सांझा करते हुए कहा कि विश्व पर्यावरण दिवस को पहली बार 5 जून 1973 को मनाया गया था। इसकी शुरुआत संयुक्त राष्ट्र द्वारा 1972 में मानव पर्यावरण पर स्टॉकहोल में आयोजित सम्मेलन में की थी।

समिति अध्यक्ष ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण सामुदायिक भागीदारी से ही हो सकता है। हम अपने आसपास साफ- सुथरा रखकर, ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लगाकर, पानी का दुरुपयोग होने से रोक कर, प्रदूषण कम करके, ऊर्जा का कुशलता से उपयोग करके, और प्लास्टिक जो आज के समय की सबसे बड़ी गंभीर समस्या है, का उपयोग कम से कम करके कर सकते हैं। आज के दौरे में प्लास्टिक हमारे जीवन का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है। बच्चों के पैदा होते ही प्लास्टिक की दूध की बोतल और खिलौने सभी प्लास्टिक के ही होते हैं। हमारे दैनिक जीवन में उपयोग होने वाला ज्यादातर सामान प्लास्टिक से ही बना होता है। जिन थैलियों में हम अपने दैनिक जीवन का सामान लाते हैं। वह वर्षों तक नष्ट नहीं होती। हमारे दैनिक उपयोग में होने वाला सामान ज्यादातर प्लास्टिक की पैकिंग में आता है। सामान तो हम सुरक्षित रख लेते हैं। लेकिन जिस प्लास्टिक की पैकिंग में हमारा सामान आता है। उस प्लास्टिक को हम इधर-उधर फेंक देते हैं। जो बाद में हमारे घरों की नालियों में गंदे पानी की निकासी में बाधा बनते हैं।

WhatsApp Image 2024-08-03 at 12.46.12 PM
WhatsApp Image 2024-08-03 at 12.55.06 PM
c3875a0e-fb7b-4f7e-884a-2392dd9f6aa8
1000026761
WhatsApp Image 2024-07-24 at 2.29.26 PM

इससे भी ज्यादा भयंकर स्थिति डिस्पोजल सामान की है। जो गांव से लेकर महानगरों तक फैली मिलती है। भारत में प्रति वर्ष 34 लाख टन प्लास्टिक का कचरा होता है। जिसमें से केवल 30% रीसायकल होता है। अकेले दिल्ली में प्रतिदिन 690 टन प्लास्टिक कचरा निकलता है। प्लास्टिक किसी न किसी माध्यम से हमारे शरीर के अंदर भी समा जा रहा है।जो अनेक महामारियों का कारण बन रहा है।हालांकि भारत में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में जुलाई 2022 से सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाया गया है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भी 2025 में प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने का फैसला लिया है। इसलिए 2025 का थीम “Beat Plastic Pollution” अर्थात प्लास्टिक प्रदूषण को समाप्त करने पर केंद्रित है। इस वर्ष का मेजबान देश कोरिया गणराज्य है।

आओ आज हम सब विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने, प्रदूषण कम करने, जल प्रदूषण नियंत्रण करने, प्लास्टिक का कम से कम उपयोग करने की शपथ लें। आज के इस पर्यावरण जागरूकता अभियान में समिति अध्यक्ष जगमहेन्द्र सिंह के साथ कुलदीप मेहरा, हिमांशु, मक्कड़, भोला,नन्हा कश्यप, अभिषेक, अंकुश, सोनू बिजेंद्र सिंह बमहनिया आदि उपस्थित रहे।

Khabar Abtak

Related Articles

Back to top button