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यमुना नदी के पुनरूद्धार के लिए नदी पुनरूद्धार समिति के द्वारा सोनीपत के लघु सचिवालय मे जिला सोनीपत के एसटीएफ के साथ आयोजित की गई बैठक

जिले के सभी औद्योगिक क्षेत्रों के प्रवेश और निकास द्वार पर लगाए जाएगे सीसीटीवी कैमरे

सोनीपत, 06 अक्टूबर। उपायुक्त सुशील सारवान ने औद्योगिक ईकाइयों के द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण को रोकने के लिए एचएसआईआईडीसी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वो जिले के सभी औद्योगिक क्षेत्रों के प्रवेश और निकास द्वारा पर सीसीटीवी कैमरे, प्रदूषण न फैलाने के प्रचार के लिए सूचना के बड़े-बड़े बोर्ड, औद्योगिक क्षेत्रों में टैंकरों के प्रवेश पर बैन व पुलिस विभाग के साथ समन्वय से कार्य करना सुनिश्चित करे।

यमुना नदी के पुनरूद्धार के लिए सोमवार को सोनीपत के लघु सचिवालय मे जिला के साथ लगती यमुना की साफ-सफाई से संबंधित विभागों व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों के बीच बैठक हुई। बैठक में हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव श्री प्रदीप कुमार ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ यमुना नदी की सफाई के लिए चलाए जा रहे अभियानों व सोनीपत में यमुना की साफ-सफाई से संबंधित कार्य के लिए संबंधित विभागों के साथ विस्तार में चर्चा की गई व आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।

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बैठक के दौरान ड्रेन नम्बर 6 और 8 में औद्योगिक ईकाइयों के द्वार छोड़े जा रहे दूषित पानी को लेकर, जिला में कार्य कर रहे एसटीपी, कंपनियों के द्वारा साॅलिड वेस्ट को सीधा ड्रेन में छोड़ा जाना, पराली जलाना व अन्य संबंधित मुद्दों पर विस्तार में चर्चा की गई व संबंधित विभागों के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। उपायुक्त ने बताया की जिला में जिन भी औद्योगिक ईकाइयों के द्वारा मना करने पर भी साॅलिड वेस्ट को ड्रेन में छोड़ा जा रहा है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए गए है। यमुना नदी की साफ-सफाई हम सभी की प्राथमिकता होनी चाहिए। कोई भी अधिकारी इस कार्य में लापरवाही न करे।

बैठक के दौरान एडीसी लक्षित सरीन, एसडीएम अंजली क्षोत्रिय, एसडीएम निर्मल नागर, एसडीएम प्रवेश काद्यिान, नगराधीश डाॅ. अनमोल, वरिष्ठ पर्यावरण इंजीनियर जितेन्द्र पाल सिंह, वरिष्ठ पर्यावरण इंजीनियर आरओ निर्मल कश्यप व अन्य सभी संबंधित विभागों के अधिकारी गण मौजूद रहे।

 

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