खेल अभ्यास पर फोकस करके आगे बढ़ने का रखें लक्ष्य– अमित दहिया, खेल रत्न अवार्डी एवं डिप्टी डायरेक्टर, खेल विभाग, हरियाणा सरकार
10 से 12 साल लगते हैं ओलंपियन के बनने में। आप में से ही ओलंपियन बनेंगे, लक्ष्य हमेशा बड़ा रखें – अशोक कुमार, कुलपति

अनिल जिंदल, राई (सोनीपत) : खेल विश्वविद्यालय, राई में आयोजित समर कैंप के उद्घाटन अवसर पर कुलपति श्री अशोक कुमार ने कहा कि यह समर कैंप ग्राउंड लेवल से स्कूल के बच्चों को खेलों के प्रति तैयार करेगा। इस कैंप में प्रशिक्षण वैज्ञानिक सिद्धांतों पर आधारित होगा, जिसमें खिलाड़ियों को न केवल शारीरिक प्रशिक्षण दिया जाएगा, बल्कि मानसिक तैयारी और खेल विज्ञान के विभिन्न विषयों की जानकारी भी दी जाएगी।
कुलपति श्री अशोक कुमार ने कहा कि खिलाड़ी स्पोर्ट्स न्यूट्रिशन, स्पोर्ट्स साइकोलॉजी, स्ट्रेंथ एंड कंडिशनिंग, स्पोर्ट्स फिजियोलॉजी, इंजरी एंड रिहैबिलिटेशन जैसे विषय सीखेंगे। यह समर कैंप 21 जून तक चलेगा, जिसमें विद्यार्थियों को दस प्रमुख खेलों की कोचिंग दी जाएगी—जैसे एथलेटिक्स, बास्केटबॉल, फुटबॉल, बैडमिंटन, वॉलीबॉल, हॉकी, क्रिकेट, मुक्केबाज़ी, टेनिस और तैराकी।
उन्होंने कहा, “हौसला हमेशा बड़ा होना चाहिए। अगर आपने लक्ष्य तय किया है और उस पर भरोसा है, तो सब कुछ संभव है।” कैंप के पहले चरण में 130 विद्यार्थियों को चयनित किया गया है, जिनका चयन मेरिट के आधार पर हुआ है। जो विद्यार्थी खेलों में मेडल लाना चाहते हैं, उन्हें इस समर कैंप का हिस्सा बनना चाहिए।
कुलपति ने बताया कि इस कैंप में खिलाड़ियों को स्पोर्ट्स साइंस बैकअप के साथ तैयार किया जाएगा, जिसमें उचित डाइट और हेल्दी लाइफस्टाइल की जानकारी भी दी जाएगी। हमारा लक्ष्य है कि हमारे विद्यार्थी हर खेल में राज्य और देश का प्रतिनिधित्व करें। एक उत्कृष्ट खिलाड़ी को तैयार करने में 10 से 12 साल लगते हैं, इसलिए हमें अभी से ध्यान केंद्रित करना होगा। उन्होंने सुझाव दिया कि इस प्रकार के समर कैंप अन्य स्कूलों में भी आयोजित किए जाने चाहिए ताकि प्रदेशभर से उत्कृष्ट खिलाड़ी सामने आ सकें।
मुख्य अतिथि श्री अमित दहिया, डिप्टी डायरेक्टर (खेल विभाग, हरियाणा सरकार), खेल रत्न अवार्डी, ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, “खेल और पढ़ाई को साथ लेकर चलना आवश्यक है। कैंप में अनुशासन बनाए रखें और अधिक से अधिक सीखने का प्रयास करें। खेलने की जिद्द और अनुशासन ही आपको हर क्षेत्र में सफलता दिलाएगा। ”उन्होंने अभ्यास को अत्यंत आवश्यक बताया और कहा कि कैंप की सुविधाओं का अधिकतम लाभ उठाएं।
स्कूल प्राचार्य एवं निदेशक डॉ. मौसमी घोषाल ने कहा, “हमारा सपना है कि हमारे विद्यार्थी उत्कृष्ट खिलाड़ी बनें और राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में भाग लें। आराम की ज़िंदगी पर विश्वास न करते हुए कड़ी मेहनत करें ताकि भविष्य उज्ज्वल हो।”
श्री संजय सारस्वत, निदेशक (खेल), ने बताया कि विद्यार्थियों का चयन उनकी मोटर फिटनेस, खेलों के प्रति रुचि और स्किल असेसमेंट के आधार पर किया गया है। कैंप में कक्षा 6 से 12 तक के 10 से 17 वर्ष की आयु के 130 विद्यार्थियों को शामिल किया गया है।
विश्वविद्यालय के कुलसचिव श्री जसविंदर सिंह ने बताया कि खिलाड़ियों को वैज्ञानिक पद्धतियों से प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से इस समर कैंप का आयोजन किया गया है।
इस अवसर पर सहायक प्रोफेसर डॉ. राधिका मिश्रा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया और मंच संचालन डॉ. गोपाल ने किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय एवं स्कूल का समस्त स्टाफ एवं छात्रगण उपस्थित रहे।