पीएम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, अकबरपुर बारोटा में आयोजित कानूनी एवं साइबर क्राइम जागरूकता कार्यक्रम में चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने किया छात्रों को संबोधित
साइबर क्राइम के प्रति जागरूक होना अत्यंत आवश्यक-चेयरपर्सन रेनू भाटिया

वन स्टॉप सेंटर पीडि़त महिलाओं के लिए जागरूकता फैलाने का कर रहा है कार्य
सोनीपत, 05 मई। हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने गांव अकबरपुर बारोटा स्थित पीएम श्री राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आयोजित साइबर क्राइम एवं कानूनी सेवाओं पर आधारित जागरूकता कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने उपस्थित छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आज के युग में सोशल मीडिया ने सभी आयु वर्ग के लोगों को प्रभावित किया है। यह एक ओर जहां कुछ हद तक लाभकारी है, वहीं दूसरी ओर इसके कई दुष्परिणाम भी सामने आ रहे हैं। अक्सर देखा गया है कि हमारे बच्चे अनजाने में अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा कर देते हैं, जो उनके लिए गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं। ऐसे में साइबर अपराधों के प्रति सतर्क और जागरूक होना अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि यदि किसी के साथ कोई अप्रिय घटना घटित होती है और कोई उसे ब्लैकमेल करने की कोशिश करता है, तो डरने की बजाय हिम्मत से काम लें और इसकी जानकारी तुरंत अपने माता-पिता, आयोग या पुलिस को दें। उन्होंने छात्रों से अपील की कि सोशल मीडिया से दूरी बनाकर शिक्षा पर ध्यान केंद्रित करें, क्योंकि शिक्षा ही वह माध्यम है जिससे हम अपने सपनों को साकार कर सकते हैं।
चेयरपर्सन रेनू भाटिया ने बताया कि साइबर अपराधों से बचाव के लिए शिक्षक, अभिभावक और पुलिस की भूमिका भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने छात्राओं और महिलाओं से आग्रह किया कि यदि उनके साथ कोई अपराध घटित होता है तो वे इसे छुपाएं नहीं, बल्कि अपने परिवार, शिक्षकों, मित्रों या महिला आयोग से साझा करें ताकि समय रहते उचित कार्रवाई की जा सके। उन्होंने आश्वस्त किया कि हरियाणा राज्य महिला आयोग महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए हर परिस्थिति में उनके साथ खड़ा है।
साइबर थाना इंचार्ज बसंत ने मोबाइल, कंप्यूटर और इंटरनेट के माध्यम से होने वाले विभिन्न साइबर अपराधों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें। किसी भी अनजान लिंक पर क्लिक करके ऐप डाउनलोड न करें, और अपने मोबाइल, बैंकिंग, सोशल मीडिया पासवर्ड या ओटीपी जैसी जानकारी किसी भी अज्ञात व्यक्ति को न दें।
उन्होंने आगाह किया कि अनधिकृत लिंक या विज्ञापनों पर क्लिक करने से स्पाई सॉफ्टवेयर मोबाइल में इंस्टॉल हो सकते हैं, जिससे ब्लैकमेलिंग या यौन शोषण जैसे अपराधों को अंजाम दिया जा सकता है। साइबर अपराध की शिकायतें https://cybercrime.gov.in वेबसाइट पर या हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दर्ज कराई जा सकती हैं।