शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने डॉ. बी.आर. अंबेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का किया अनावरण
भारत को विश्व धरोहर, आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प के साथ कार्य कर रही हैं केंद्र व प्रदेश सरकारें- महीपाल ढांडा
नई शिक्षा नीति से मिली बच्चों को हर भाषा में पढ़ाई की आजादी
स्कूली शिक्षा में उद्यमिता विषय को शामिल करने की दिशा में प्रयासरत हरियाणा सरकार
युवा तय करते हैं देश की दिशा, नशे से दूर रहकर बनें विकसित भारत के भागीदार-मोहनलाल बड़ौली
स्थापना दिवस समारोह में छात्र-छात्राओं को किया पुरस्कृत
सोनीपत, 26 अप्रैल। हरियाणा के शिक्षा मंत्री महीपाल ढांडा ने शनिवार को एजुकेशन सिटी राई स्थित डॉ. बी.आर. अंबेडकर राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा का अनावरण किया। इसके पश्चात उन्होंने विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की।
छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने कहा कि भारत को विश्व धरोहर, आत्मनिर्भर और विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प के साथ केंद्र सरकार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तथा हरियाणा सरकार मुख्यमंत्री नायब सैनी के नेतृत्व में निरंतर कार्य कर रही हैं। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे इस संकल्प में सहभागी बनें और देश के विकास में सक्रिय भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि न्याय प्रक्रिया में नवाचार खोजने का प्रयास करें, जिससे राष्ट्र के विकास को गति मिल सके।
श्री ढांडा ने कहा कि विश्व में जहां कई देश अस्थिरता से जूझ रहे हैं, वहीं भारत अपनी कूटनीतिक नीतियों के चलते विकास के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने नीतियों में बदलाव कर विदेशी निवेशकों को सुरक्षा प्रदान की, जिससे आज दुनिया की प्रमुख कंपनियां भारत में निवेश करना चाहती हैं।
उन्होंने बताया कि हरियाणा, देश का पहला राज्य है जिसने नई शिक्षा नीति-2020 को लागू किया। इसके तहत पाठ्यक्रमों में व्यापक बदलाव कर बच्चों को अपनी पसंद की भाषा में पढ़ाई करने की स्वतंत्रता दी गई है। साथ ही सरकार स्कूली शिक्षा में उद्यमिता विषय को शामिल करने के लिए कार्य कर रही है ताकि बच्चे आत्मनिर्भर बन सकें।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि उन्हें विश्वविद्यालय के छात्रों में राष्ट्र निर्माण की दिशा में सकारात्मक ऊर्जा और समर्पण दिखता है। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि वे पंचायती न्याय प्रणाली की निष्पक्षता से सीख लें और ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर कानूनी जागरूकता अभियान चलाएं।
विशिष्ट अतिथि और भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली ने कहा कि युवा ही देश की तकदीर लिखते हैं। उन्होंने छात्रों से नशे से दूर रहकर विकसित भारत के निर्माण में योगदान देने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने वन नेशन-वन इलेक्शन की आवश्यकता पर बल देते हुए छात्रों से इस विषय पर अपने विचार राष्ट्रपति को भेजने की अपील की।
कुलपति प्रो. अशोक कुमार ने कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास में सरल, सुलभ और शीघ्र न्याय की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। उन्होंने बताया कि अतीत में पंचायत प्रणाली ने इस दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किया। उन्होंने धर्म को नैतिकता, सच्चाई और न्याय से जोड़ते हुए कहा कि नए कानूनों के माध्यम से न्याय व्यवस्था को और अधिक सुलभ बनाया जा रहा है।
कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री ने विभिन्न सत्रों में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को मेडल व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर छात्रों ने हरियाणवी संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दीं तथा पंचायती न्याय प्रणाली पर आधारित एक नाटक भी प्रस्तुत किया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार प्रो. आशुतोष मिश्रा, पूजा जेसवाल, भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक भारद्वाज, भाजपा जिला महामंत्री निशांत छिक्कर, राकेश, नवीन, विकास दहिया, विश्वविद्यालय का स्टाफ, गणमान्य नागरिक और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।