Bulandshahr News: आम के पेड़ से लटके प्रेमी-प्रेमिका के शव, बुलंदशहर में फैली सनसनी

Bulandshahr News: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के ककोड़ थाना क्षेत्र में उस समय सनसनी फैल गई जब पास के एक बाग में आम के पेड़ से दो शव लटके मिले। मृतकों की पहचान मनीष नाम के एक व्यक्ति और सपना नाम की एक महिला के रूप में हुई है। शुरुआती पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, दोनों के बीच प्रेम संबंध थे और उन्होंने आत्महत्या कर ली। सपना 35 साल की महिला थी और पांच बच्चों की मां थी। इस खबर से इलाके में सनसनी फैल गई और शव मिलने के बाद बड़ी संख्या में स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए।
बिछड़-बीघापुर मार्ग पर बाग में शव बरामद
घटना ककोड़ क्षेत्र के बिछड़-बीघापुर रोड पर हुई, जहां प्रेमी युगल के शव आम के पेड़ से लटके हुए देखे गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय पुलिस के साथ-साथ फोरेंसिक टीम को भी मौके पर बुलाया गया। उन्होंने इलाके से महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र किए, जो आगे की जांच में मददगार हो सकते हैं। प्रारंभिक जांच के अनुसार, घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है। उस नोट में मनीष और सपना दोनों ने उल्लेख किया है कि वे अपनी मर्जी से यह कदम उठा रहे हैं।
समाज के दबाव ने शायद उन्हें इस कदम पर धकेला होगा
सुसाइड नोट और पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, उनके रिश्ते को उनके परिवार या समाज ने स्वीकार नहीं किया था। माना जा रहा है कि यही वह मुख्य कारण है जिसके चलते दंपति ने अपनी जान देने का फैसला किया। नोट में साफ तौर पर लिखा है कि वे अपने फैसले से पूरी तरह वाकिफ थे और किसी और के दबाव में नहीं थे। दंपति को जानने वाले लोगों ने बताया कि उनके रिश्ते के बारे में काफी समय से चर्चा हो रही थी, लेकिन किसी ने नहीं सोचा था कि यह रिश्ता इतने दिल तोड़ने वाले तरीके से खत्म हो जाएगा।
पुलिस का बयान और जांच में अगले कदम
बुलंदशहर के एसपी सिटी शंकर प्रसाद ने दोनों शवों की बरामदगी की पुष्टि की और कहा कि सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की जांच जारी है। एसपी प्रसाद ने कहा कि शवों के पास एक सुसाइड नोट मिला है और शुरुआती सबूतों के आधार पर मामला संयुक्त आत्महत्या का लग रहा है। पुलिस मृतकों के परिवारों और गांव के निवासियों से भी बात कर रही है ताकि और जानकारी जुटाई जा सके। हालांकि शुरुआती अनुमान सामाजिक दबाव के कारण आत्महत्या का है, लेकिन किसी भी तरह की गड़बड़ी से बचने के लिए सभी पहलुओं पर गौर किया जा रहा है।
इस घटना ने एक बार फिर सामाजिक दबावों और उन रिश्तों के कलंक के दुखद परिणामों को उजागर किया है जो पारंपरिक मानदंडों के अनुरूप नहीं हैं। अधिकारी लोगों से आग्रह कर रहे हैं कि वे ऐसी स्थितियों में चरम कदम उठाने के बजाय खुलकर बोलें और मदद लें।