Haryana: कैथल का युवक अमेरिका जाने के सपने में फंसा, अपहरण कर फिरौती मांगी

Haryana के कैथल जिले के गांव मोहाना में एक परिवार के साथ अमेरिका भेजने के नाम पर बड़ा धोखा हुआ है। एजेंटों ने अमेरिका की सीधी फ्लाइट का झांसा देकर परिवार से 41 लाख रुपये की डील की, लेकिन युवक युवराज के अमेरिका पहुंचने की कोई खबर नहीं है।
परिवार का आरोप है कि युवराज को ग्वाटेमाला में बंधक बना लिया गया है। 19 दिसंबर को परिवार को एक वीडियो भेजा गया, जिसमें फिरौती के तौर पर 20 हजार डॉलर मांगे गए।
एजेंटों से हुई थी 41 लाख में डील
गांव मोहाना निवासी कुलदीप सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्होंने अपने बेटे युवराज को अमेरिका भेजने के लिए कुछ एजेंटों से संपर्क किया था।
एजेंटों ने कहा कि वे उसे सीधी फ्लाइट से अमेरिका भेजेंगे और इसके लिए 41 लाख रुपये में सौदा तय हुआ।
सितंबर 2024 में एजेंटों ने युवराज का पासपोर्ट ले लिया और कहा कि जब वह अमेरिका पहुंच जाएगा, तभी पैसे लेंगे।
युवराज ने 13 अक्टूबर 2024 को भारत छोड़ा।
अमेरिका की जगह ग्वाटेमाला पहुंचा युवक, फिरौती की मांग
यात्रा के चार दिन बाद 17 अक्टूबर को एजेंटों ने कुलदीप सिंह से कहा कि फ्लाइट टिकट और अन्य खर्चों के लिए 16 लाख रुपये और देने होंगे।
कुलदीप ने नवजोत सिंह नामक एजेंट को 16 लाख रुपये दे दिए।
इस बीच जब भी कुलदीप ने एजेंटों से संपर्क किया, वे कहते कि युवराज सुरक्षित है और कभी-कभी युवराज से बात भी करवा देते थे।
लेकिन 19 दिसंबर को स्थिति बदल गई। परिवार को एक अज्ञात नंबर से संदेश मिला, जिसमें बताया गया कि युवराज को ग्वाटेमाला में किडनैप कर लिया गया है।
अब उसे छोड़ने के लिए 20 हजार डॉलर (करीब 16.5 लाख रुपये) की मांग की जा रही थी।
वीडियो में दिखे बंधक बने युवक
कुछ घंटों बाद अपहरणकर्ताओं ने एक वीडियो भेजा, जिसमें गांव मोहाना के युवराज के साथ एक अन्य पंजाबी युवक भी नजर आ रहा था।
वीडियो में दोनों युवक अपने परिवार से गिड़गिड़ाकर अपनी जान बचाने की अपील कर रहे थे।
वीडियो में अपहरणकर्ता डॉलर की मांग कर रहे थे।





एजेंटों पर भरोसा नहीं, पुलिस से की शिकायत
जब कुलदीप ने इस बारे में एजेंटों से बात की, तो उन्होंने कहा कि युवराज को छुड़ाने की जिम्मेदारी उनकी है, लेकिन परिवार को उन पर भरोसा नहीं था।
कुलदीप और गांव के अन्य लोग एसपी कैथल से मिले और एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
परिजनों का कहना है कि यह एजेंटों और मानव तस्करों की मिलीभगत से हुआ बड़ा फर्जीवाड़ा है, जिसमें पहले पैसे ऐंठे गए और फिर युवक को अमेरिका की जगह ग्वाटेमाला भेजकर अपहरण करवा दिया गया।
पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच जारी
सिटी थाना प्रभारी रमेश कुमार ने बताया कि युवराज के पिता की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है और एजेंटों की तलाश की जा रही है।
पुलिस की प्राथमिक जांच में यह मामला अवैध तरीके से लोगों को विदेश भेजने वाले गिरोह से जुड़ा लग रहा है।
इस मामले में पुलिस अब अन्य विदेश भेजने वाले एजेंटों और ग्वाटेमाला में सक्रिय मानव तस्करों की भूमिका की भी जांच कर रही है।
अवैध तरीके से विदेश भेजने का बड़ा रैकेट?
Haryana और पंजाब में अवैध इमीग्रेशन एजेंटों का जाल फैला हुआ है।
अमेरिका और कनाडा भेजने के नाम पर ऐसे एजेंट लाखों रुपये लेकर युवाओं को धोखा देते हैं।
कई मामलों में युवकों को खतरनाक रास्तों से मैक्सिको और ग्वाटेमाला ले जाया जाता है, जहां उन्हें बंधक बना लिया जाता है या फिर गंभीर खतरे में डाल दिया जाता है।
परिवार की अपील – सरकार करे मदद
युवराज के परिवार ने भारत सरकार और विदेश मंत्रालय से भी गुहार लगाई है कि युवराज को सुरक्षित वापस लाया जाए।
परिजनों का कहना है कि अगर जल्दी एक्शन नहीं लिया गया, तो युवराज की जान को गंभीर खतरा हो सकता है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
इमीग्रेशन मामलों के जानकारों का कहना है कि ऐसे मामलों में अवैध इमीग्रेशन एजेंटों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
इसके अलावा, विदेश जाने की सोच रहे युवाओं और उनके परिवारों को सही जानकारी लेकर ही फैसला लेना चाहिए ताकि वे ठगी और मानव तस्करी का शिकार न बनें।
गांव मोहाना में हुआ यह मामला इमीग्रेशन धोखाधड़ी और मानव तस्करी की एक भयावह सच्चाई को उजागर करता है।
अब यह देखना होगा कि पुलिस एजेंटों को पकड़ पाती है या नहीं और क्या युवराज सुरक्षित वापस लौट पाता है।
इस घटना से सबक लेते हुए अन्य परिवारों को भी सतर्क रहने की जरूरत है ताकि वे इस तरह के धोखेबाज एजेंटों के जाल में फंसने से बच सकें।