Haryana में बदला मौसम, कई जिलों में बूंदाबांदी से बढ़ी ठंड, अगले तीन-चार दिन बारिश और ओलावृष्टि की संभावना

Haryana में गुरुवार को मौसम ने करवट ली और कई जिलों में हल्की बारिश दर्ज की गई। सुबह से ही प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में बादल छाए रहे और कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हुई, जिससे ठंड बढ़ गई। नारनौल में सुबह से ही घने बादल छाए हुए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, अगले तीन-चार दिनों तक बारिश के साथ ओलावृष्टि होने की संभावना है।
हरियाणा के इन जिलों में हुई बारिश
गुरुवार सुबह हरियाणा के कई जिलों में हल्की बारिश हुई, जिससे ठंड में इजाफा हो गया। खासकर पानीपत, कुरुक्षेत्र, नारनौल, करनाल, रोहतक, फतेहाबाद और हिसार में बारिश दर्ज की गई।
- पानीपत में सुबह 6 बजे हल्की बारिश शुरू हुई, जो रुक-रुक कर जारी रही। यहां अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 16 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हवा की गति 16 किलोमीटर प्रति घंटे रही।
- कुरुक्षेत्र में बूंदाबांदी से ठंड बढ़ी। अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पूरे दिन बूंदाबांदी जारी रहने की संभावना है।
- नारनौल में घने बादलों ने डेरा डाल रखा है। यहां पूरे दिन ठंडी हवाएं चल रही हैं, जिससे लोगों को सर्दी का एहसास हो रहा है।
- फरीदाबाद और गुरुग्राम में भी हल्की बारिश हुई, जिससे मौसम सुहावना हो गया।
अगले तीन-चार दिनों तक बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी
मौसम विभाग ने हरियाणा के कई जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी जारी की है। अगले तीन-चार दिनों तक बादल छाए रहेंगे और बीच-बीच में तेज बारिश हो सकती है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे फसल को नुकसान से बचाने के लिए पहले से तैयारी करें।
मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार:
- 1 मार्च तक रुक-रुक कर बारिश जारी रहेगी।
- तेज हवाओं के साथ कुछ जगहों पर ओलावृष्टि हो सकती है।
- न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है।
- उत्तर-पश्चिमी हवाएं 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी।
किसानों को सतर्क रहने की सलाह
हरियाणा में सरसों, गेहूं और चने की फसल इस समय तैयार हो रही है। बारिश और ओलावृष्टि से फसल को भारी नुकसान हो सकता है। कृषि विशेषज्ञों ने किसानों को सलाह दी है कि वे खेतों से पानी की निकासी का इंतजाम करें और अनाज को सुरक्षित स्थानों पर रखें।
कृषि विभाग की सिफारिशें:
- खेतों में जलभराव न होने दें।
- पक चुकी फसलों की जल्द कटाई करें।
- ओलावृष्टि से बचाव के लिए खेतों में नेट या पॉलीथिन का इस्तेमाल करें।
जनजीवन पर असर, सड़कों पर फिसलन से वाहन चालकों को परेशानी
बारिश के कारण हरियाणा के कई इलाकों में सड़कों पर फिसलन बढ़ गई, जिससे वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रोहतक, अंबाला और सोनीपत में बारिश के कारण कई जगह जलभराव हो गया, जिससे ट्रैफिक प्रभावित हुआ।
स्कूल-कॉलेज जाने वाले छात्रों को हुई परेशानी
सुबह की बारिश के कारण स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्रों को भी परेशानी हुई। कई छात्र छाता और रेनकोट लेकर निकले, जबकि कुछ को बारिश में भीगना पड़ा।
कैसा रहेगा आगामी सप्ताह का मौसम?
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, 4 मार्च से फिर से धूप निकलने की संभावना है, लेकिन तब तक बारिश का दौर जारी रहेगा। न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी, जिससे ठंड का असर बना रहेगा।
तापमान का अनुमान:
तिथि | अधिकतम तापमान (°C) | न्यूनतम तापमान (°C) | बारिश की संभावना |
---|---|---|---|
28 फरवरी | 22 | 14 | 80% |
29 फरवरी | 21 | 13 | 70% |
1 मार्च | 20 | 12 | 60% |
2 मार्च | 23 | 13 | 40% |
3 मार्च | 25 | 14 | 20% |
राज्य सरकार ने दिए सतर्कता के निर्देश
हरियाणा सरकार ने बिजली विभाग और आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट मोड पर रखा है। भारी बारिश या ओलावृष्टि की स्थिति में किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए 24×7 कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं।
बिजली विभाग के निर्देश:
- खराब मौसम में बिजली आपूर्ति को सुचारु बनाए रखने के निर्देश।
- पेड़ गिरने या तार टूटने पर तुरंत कार्रवाई करने की योजना।
- बारिश के दौरान खुले बिजली के तारों से दूर रहने की सलाह।
हरियाणा में मौसम ने अचानक करवट ले ली है और अगले कुछ दिनों तक बारिश और ओलावृष्टि की संभावना बनी हुई है। किसानों और आम नागरिकों को सतर्क रहने की जरूरत है। प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है और मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। सभी लोगों को सलाह दी जाती है कि वे मौसम अपडेट पर नजर रखें और सुरक्षित रहें।