Sonipat: नेशनल हाईवे-44 पर तेज रफ्तार फॉर्च्यूनर ने की दुर्घटना, पिकअप में पंक्चर ठीक कर रहे युवक की मौत
Sonipat जिले के नेशनल हाईवे-44 पर एक और दर्दनाक दुर्घटना सामने आई है। इस हादसे में एक पिकअप वाहन का पंक्चर ठीक कर रहे युवक की जान चली गई, जबकि पिकअप चालक समेत अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना आज सुबह करीब 8 बजे पियाऊ मणियारी के पास हुई, जब तेज रफ्तार से आ रही फॉर्च्यूनर कार ने पिकअप को पीछे से टक्कर मार दी।
दुर्घटना का विवरण:
मौके पर मौजूद पुलिस के अनुसार, पिकअप वाहन का चालक प्रीतम, जो सोनिपत के मोहम्मदाबाद गांव का निवासी है, अपने साथी योगेश के साथ माल लेकर सोनिपत जा रहा था। रास्ते में उनकी पिकअप का टायर पंक्चर हो गया और वे पिकअप को सड़क किनारे खड़ा कर उसे ठीक करने लगे। इस दौरान योगेश, जो प्रीतम का साथी था, टायर की मरम्मत कर रहा था, तभी पीछे से तेज रफ्तार में आ रही फॉर्च्यूनर कार ने उसे टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि योगेश की मौके पर ही मौत हो गई और पिकअप का टायर भी फॉर्च्यूनर से टकराकर नुकसान हुआ।
हादसे के बाद कार पिकअप में घुसते हुए सड़क किनारे पलट गई। फॉर्च्यूनर में सवार चार युवक भी गंभीर रूप से घायल हो गए। कार के शीशे टूटने के साथ ही कार की फ्रंट और बोनट में भी खासी क्षति हुई।
पुलिस की कार्रवाई:
दुर्घटना की जानकारी मिलते ही कुंडली थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर उसे पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और दुर्घटना के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस के अनुसार, फॉर्च्यूनर चालक ने तेज रफ्तार में गाड़ी चला रहे थे, जिसके कारण यह हादसा हुआ।
घायल व्यक्तियों की स्थिति:
पिकअप चालक प्रीतम की स्थिति भी गंभीर बताई जा रही है। उसे गंभीर चोटें आई हैं और उसकी दोनों टांगें कट चुकी हैं। उसे तुरंत उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया है। फॉर्च्यूनर में सवार चार युवकों को भी गंभीर चोटें आई हैं, जिन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल भेजा गया।





रफ्तार की हो रही अंधी दौड़:
यह हादसा एक बार फिर से यह साबित करता है कि नेशनल हाईवे-44 पर तेज रफ्तार से गाड़ी चलाने का खतरनाक असर हो सकता है। हालांकि यह कोई नई घटना नहीं है, क्योंकि आए दिन इस हाईवे पर तेज रफ्तार के कारण ऐसे हादसे होते रहते हैं। बावजूद इसके ड्राइवर अपनी रफ्तार पर कोई काबू नहीं रखते।
पुलिस और प्रशासन की ओर से कई बार हाईवे पर स्पीड कंट्रोल के लिए कदम उठाए गए हैं, लेकिन स्थिति में कोई खास सुधार नहीं देखा गया है। प्रशासन की ओर से यदि सख्त कदम नहीं उठाए गए तो ऐसी घटनाओं का सिलसिला जारी रहेगा।
पुलिस प्रशासन से अपेक्षाएँ:
इस घटना के बाद इलाके के लोगों ने भी प्रशासन से इस समस्या का हल निकालने की मांग की है। उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे-44 पर हादसों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और इसे नियंत्रित करने के लिए प्रशासन को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। उनके अनुसार, तेज रफ्तार वाले वाहनों को रोकने के लिए प्रशासन को हाईवे पर स्पीड ब्रेकर और ट्रैफिक सिग्नल लगाने चाहिए।
इसके अलावा, लोगों ने यह भी मांग की है कि हाईवे पर सड़क सुरक्षा को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जाए और ड्राइवरों को ट्रैफिक नियमों का पालन करने के लिए प्रेरित किया जाए। इसके साथ ही, अत्यधिक गति से गाड़ी चलाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए।
यह दुर्घटना एक और उदाहरण है कि जब तक रफ्तार पर काबू नहीं पाया जाएगा, तब तक इस प्रकार के हादसे होते रहेंगे। प्रशासन और नागरिकों को मिलकर इस मुद्दे का समाधान निकालने की आवश्यकता है। हादसों से बचने के लिए वाहन चालकों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और ट्रैफिक नियमों का पालन करना होगा। अब देखना यह है कि प्रशासन इस मामले में क्या कदम उठाता है और क्या ऐसे हादसों को रोकने के लिए कोई स्थायी उपाय किए जाते हैं।
वहीं, इस हादसे में अपनी जान गंवाने वाले योगेश की आत्मा को शांति मिले, और घायल हुए सभी व्यक्तियों को जल्द ठीक होने की कामना की जाती है।