Sonipat की फैक्ट्री में भीषण आग, चार घंटे की मशक्कत के बाद पाया काबू
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Sonipat: हरियाणा के सोनीपत जिले के खरखौदा में स्थित एक फैक्ट्री में गुरुवार देर रात भीषण आग लग गई। बताया जा रहा है कि कुछ ही घंटों में पूरी फैक्ट्री आग की लपटों में घिर गई और राख में तब्दील हो गई।
रात 11:30 बजे लगी थी आग, फिर बुझाने के बाद दोबारा भड़की
पुलिस के अनुसार, गुरुवार रात करीब 11:30 बजे आग लगने की सूचना दमकल विभाग को दी गई। दमकल कर्मियों ने मौके पर पहुंचकर आग बुझाने का काम शुरू किया और ऐसा लगा कि कुछ समय बाद आग पर काबू पा लिया गया। लेकिन, रात करीब 1:30 बजे दोबारा दमकल विभाग को कॉल कर बताया गया कि आग फिर से भड़क गई है।
चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पाया गया काबू
आग की गंभीरता को देखते हुए खरखौदा और सोनीपत से दमकल की नौ गाड़ियां मौके पर भेजी गईं। दमकल विभाग की टीम ने चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद शुक्रवार तड़के आग पर पूरी तरह काबू पा लिया। हालांकि, इस दौरान फैक्ट्री पूरी तरह जलकर राख हो गई।
पाउडर कोटिंग ग्रेन बनाने की फैक्ट्री थी
प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार, जिस फैक्ट्री में आग लगी, वहां पाउडर कोटिंग ग्रेन का उत्पादन किया जाता था। आग की चपेट में आने के कारण फैक्ट्री मालिक को भारी नुकसान हुआ है। अभी तक आग लगने के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल पाया है, लेकिन प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को वजह माना जा रहा है।
फैक्ट्री मालिक को करोड़ों का नुकसान, कोई हताहत नहीं
आग से फैक्ट्री मालिक को करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। हालांकि, राहत की बात यह है कि इस घटना में किसी भी कर्मचारी या मजदूर के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। घटना के समय फैक्ट्री में कुछ ही लोग मौजूद थे, जो समय रहते बाहर निकलने में सफल रहे।
आग लगने के कारणों की जांच जारी
पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम आग लगने के कारणों की जांच कर रही है। फैक्ट्री प्रबंधन से पूछताछ की जा रही है और सुरक्षा मानकों की भी समीक्षा की जा रही है। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के मुताबिक, आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगने की आशंका जताई जा रही है।
प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
सोनीपत जिला प्रशासन ने इस घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि अगर किसी की लापरवाही सामने आती है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, जिले के अन्य उद्योगों को भी सुरक्षा मानकों को सख्ती से अपनाने के निर्देश दिए गए हैं।
स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल
इस भीषण आग की घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल बन गया। स्थानीय लोगों ने बताया कि आग इतनी भीषण थी कि उसकी लपटें दूर से ही देखी जा सकती थीं। फैक्ट्री के आसपास रहने वाले लोगों को भी आग के चलते काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दमकल विभाग की तत्परता के कारण आग को और अधिक फैलने से रोक लिया गया, वरना नुकसान और भी बढ़ सकता था।
दमकल विभाग की त्वरित कार्रवाई से टली बड़ी दुर्घटना
दमकल विभाग के अधिकारियों के अनुसार, अगर समय पर दमकल की गाड़ियां नहीं पहुंचतीं, तो आग आसपास के अन्य उद्योगों तक भी फैल सकती थी। आग की गंभीरता को देखते हुए अन्य जिलों से भी दमकल की गाड़ियां बुलाने की तैयारी कर ली गई थी, लेकिन स्थानीय टीमों की मुस्तैदी के चलते आग पर समय रहते काबू पा लिया गया।
फैक्ट्री मालिक ने प्रशासन से मांगी मदद
फैक्ट्री मालिक ने प्रशासन से अपील की है कि उन्हें इस नुकसान की भरपाई के लिए मदद दी जाए। उनका कहना है कि उन्होंने फैक्ट्री को स्थापित करने में अपनी पूरी पूंजी लगा दी थी, लेकिन अब यह हादसा उनके लिए बहुत बड़ा झटका साबित हुआ है।
पुलिस कर रही मामले की जांच
इस घटना के बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि फैक्ट्री प्रबंधन से पूछताछ की जा रही है और आग के कारणों का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक जांच भी कराई जाएगी।
आग से सुरक्षा के लिए क्या करें?
इस घटना के बाद उद्योगों और फैक्ट्री मालिकों को आग से बचाव के लिए सतर्क रहने की जरूरत है। कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां जो आग से बचाव में मदद कर सकती हैं:
- शॉर्ट सर्किट से बचाव: फैक्ट्री में नियमित रूप से इलेक्ट्रिकल वायरिंग की जांच करवानी चाहिए।
- फायर एक्सटिंग्विशर का इंतजाम: हर फैक्ट्री में आग बुझाने के लिए उचित संख्या में फायर एक्सटिंग्विशर होने चाहिए।
- इमरजेंसी एग्जिट: सभी कर्मचारियों को आग लगने की स्थिति में सुरक्षित बाहर निकलने के रास्तों की जानकारी होनी चाहिए।
- रेगुलर सेफ्टी ड्रिल्स: कर्मचारियों को समय-समय पर आग से बचाव के लिए सेफ्टी ड्रिल्स करानी चाहिए।
- फायर अलार्म सिस्टम: फैक्ट्री में फायर अलार्म सिस्टम होना चाहिए, ताकि आग लगने की स्थिति में तुरंत सतर्कता बरती जा सके।
खरखौदा, सोनीपत में हुई इस आगजनी की घटना से कई अहम सीख मिलती हैं। उद्योगों में सुरक्षा मानकों का पालन बेहद जरूरी है, ताकि इस तरह की दुर्घटनाओं को रोका जा सके। हालांकि, इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, लेकिन भारी वित्तीय नुकसान हुआ है। प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं, और उम्मीद है कि आग लगने के असली कारणों का जल्द पता लगाया जाएगा।