सूरजकुंड मेले में कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की आर्ट गैलरी में धातु चित्रकला की उत्कृष्ट प्रदर्शनी का अवलोकन किया ओएसडी विवेक कालिया ने
-विवेक कालिया ने कहा, हरियाणा सरकार पुनर्जीवित कर रही है लुप्त होती लोक कलाओं को
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सूरजकुंड (फरीदाबाद), 20 फरवरी। हरियाणा के मुख्यमंत्री के विशेष कार्यकारी अधिकारी तथा हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के अतिरिक्त निदेशक विवेक कालिया ने कहा है कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में हरियाणा सरकार बरसों पुरानी उन कलाओं को पुनर्जीवित करने का प्रयास कर रही है जोकि आज के समय में लुप्त होने के कगार पर हैं।
सूरजकुंड मेले में कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग की आर्ट गैलरी का अवलोकन करते हुए ओएसडी टू सीएम विवेक कालिया ने यहां तांबे के पत्रक पर बड़ी ही बारीकी से उकेरे जा रहे कलात्मक चित्रों की खुले मन से प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि तांबे के पत्रक पर चित्रकारी करना कोई आसान काम नहीं है। वर्षों की कड़ी मेहनत के बाद कोई प्रतिभावान कलाकार इस कला में पारंगत होता है। पहले कभी प्राचीन काल में धातु को गलाकर, उसका शोधन कर, उस पर चित्रकारी की जाती थी, जो कि अब यदा-कदा किसी म्यूजियम में दिखाई देते हैं। हरियाणा कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग ने उच्च स्तर पर प्रोत्साहन मिलने पर इस कला को सीखने और सिखाने का बीड़ा उठाया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी के मार्गदर्शन में गायन, नृत्य, वाद्य यंत्र, चित्रकला, मूर्तिकला आदि की लोक परंपराओं को जीवित रखने के लिए ठोस प्रयास किए हैं। इस दिशा में शीघ्र नई कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी।
मूर्तिकला अधिकारी हृदय कौशल ने बताया कि धातु पर चित्रकारी की कला हड़प्पा संस्कृति से पहले करीब आठ हजार साल पुरानी है। उन्होंने बताया कि इन चित्रों में इतिहास तथा मानवीय संवेदनाओं को खूबसूरती से दर्शाया गया है। पूर्व प्रशासनिक अधिकारी वी.एस. कुंडू भी प्रदर्शनी में धातु चित्र कुशलता से बना रहे थे। उनके साथ हरियाणा, ओडिशा, बंगाल आदि राज्यों के कलाकार भी लगन के साथ धातु को नए स्वरूप में आकार देकर अपने हुनर को प्रकट करते दिखाई दिए। विवेक कालिया के पिता पूर्व आईएएस अधिकारी महेंद्र सिंह ने परिवार के साथ गैलरी का अवलोकन किया और कलाकारों का हौसला बढ़ाया।