औद्योगिक क्षेत्रों व शहर के सीवरेज के गंदे पानी को एसटीपी के माध्यम से साफ कर शुद्घ पानी का ड्रेनों में करें प्रवाह -उपायुक्त सुशील सारवान
पशुओं के गोबर को सीवरेज में डालने वाले डेयरी संचालकों पर करें कार्रवाई

गन्दे पानी को सीधा ड्रेनों में डालने वालों पर की जाए सख्त कार्रवाई
सभी संबंधित अधिकारी समय-समय पर करें औद्योगिक इकाइयों में बने एसटीपी की जांच
सोनीपत, (अनिल जिंदल) 02 जुलाई। उपायुक्त सुशील सारवान ने एचएसएसआईडीसी, शहरी स्थानीय निकाय के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए कि औद्योगिक क्षेत्रों व शहर के सीवरेज के गंदे पानी को एसटीपी के माध्यम से साफ कर शुद्घ पानी को ही ड्रेनों में परवाह करें अन्यथा संबंधित के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगर गंदे पानी को सीधा ड्रेनों में डाला जाएगा तो इससे जल प्रदूषण होता है जो मानव जाति के लिए बहुत ही हानिकारक है।
उपायुक्त सुशील सारवान ने बुधवार को लघु सचिवालय में एसएसएसआईआईडी व शहरी स्थानीय निकाय के अधिकारियों के साथ बैठक कर उन्हें दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कई बार लोगों की शिकायत आती है कि कई कंपनियां अपने गंदे पानी को सीधे जमीन के अंदर छोड़ रही या जमीन के ऊपर बाहर खुल में छोड रही है, जिससे लोगों को परेशानी हो रही है। उन्होंने निर्देश दिए कि लोगों की इन शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई करते हुए समय-समय पर औद्योगिक इकाईयों में लगे एसटीपी की जांच करें कि वहां एसटीपी लगाया गया है या नहीं और वह सही प्रकार से कार्य कर रहा है या नहीं। अगर किसी औद्योगिक इकाई में किसी प्रकार की खामियां पाई जाती है तो उनके खिलाफ कार्रवाई करें।
उन्होंने शहरी स्थानीय निकाय के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सीवरेज में गोबर डालने वाले डेयरी संचालकों के खिलाफ नोटिस जारी कर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें, क्योंकि सीवरेज में गोबर डालने से ही सीवरेज ब्लॉक होने का खतरा बना रहता है। उन्होंने कहा कि शहर से गुजरने वाली ड्रेनों की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान रखा जाए और नगरपालिकाएं ड्रेनों में कूड़ कचरा डालने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना सुनिश्चित करें।
इस मौके पर नगर निगम आयुक्त हर्षित कुमार, मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी प्रचेता सिंह, एसीपी राहुल देव, डीडीपीओ जितेन्द्र कुमार सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।