मुख्यमंत्री नायब सैनी ने विडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बाढ़ प्रबंधन विषय पर ली उपायुक्तों की बैठक, दिए आवश्यक दिशा निर्देश
बाढ़ जैसी स्थिति से बचने व जान-माल की सुरक्षा के लिए समयबद्ध हों सभी प्रबंध-उपायुक्त सुशील सारवान

जिला में अगर कहीं पर जलभराव की समस्या होती है, तो उसे तुरंत दूर करें संबंधित अधिकारी
सोनीपत, (अनिल जिंदल) 02 जुलाई। उपायुक्त सुशील सारवान ने सिंचाई, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन, शहरी स्थानीय निकाय, जनस्वास्थ्य, बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि बरसात सीजन के चलते किसी भी समस्या से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहें, इसके लिए संबंधित विभाग बाढ़ जैसी स्थिति से बचने व जान-माल की सुरक्षा के लिए जरूरी प्रबंध व तैयारियां पूरी करना सुनिश्चित करें।
बुधवार को मुख्यमंत्री नायब सैनी ने प्रदेश के सभी उपायुक्तों को वीसी के माध्यम से संदर्भित विषय पर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बरसात सीजन के दौरान सभी अधिकारियों को अलर्ट मोर्ड पर रहते हुए कार्य करना है। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहें। अभी घबराने या पैनिक होने की कोई जरूरत नहीं है। इस दौरान उपायुक्त ने मुख्यमंत्री को बताया कि बरसाती सीजन को लेकर सोनीपत प्रशासन पूरी तरह तैयार है और हमने हर पहलू पर पूरी तैयारी कर ली है। उन्होंने बताया कि जिला में सिंचाई विभाग की कुल 102 ड्रेन है, जिनकी सफाई का कार्य शत प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। बरसाती पानी की निकासी के लिए जिला प्रशासन के पास पर्याप्त पंप सेट उपलब्ध है।
उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन योजना के तहत सभी जरूरी उपकरण एवं संसाधन व डाटा अपडेट करके रखें। संबंधित विभाग अपने एरिया में बारिश व पीछे से आने वाले पानी के संबंध में अपडेट लेते रहें। अगर जरूरत पड़ती है तो यमुना नदी के आसपास बाढ़ संभावित गांवों में ग्रामीणों को अलर्ट रहने संबंधी मुनादी करवाई जाए कि ग्रामीण पानी की मात्रा के प्रति सचेत रहें तथा अधिक पानी आने पर नदी के पास जाने से बचें।
इस मौके पर नगर निगम आयुक्त हर्षित कुमार, एसीयूटी योगेश दिल्हौर, एसडीएम गोहाना अंजलि श्रोत्रिय, नगराधीश डॉ० अनमोल, एसडीएम खरखौदा डॉ० निर्मल नागर, एसडीएम सोनीपत सुभाष चंद्र, एसडीएम गन्नौर प्रवेश कादियान, डीईओ नवीन गुलिया सहित संबंधित विभागों के एसई व एक्सईएन मौजूद रहे।
सिंचाई विभाग नदियों, नहरों व ड्रेनों के तटबंध मजबूत रखें
उपायुक्त ने बैठक में सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे यमुना नदी, नहरों व ड्रेनों के तटबंध मजबूत रखें, ताकि कहीं भी तटबंध टूटने की स्थिति न हो। इसके अलावा संभावित प्रभावित क्षेत्रों में पंपों की उपलब्धता रखें। बरसात के समय नदियों व ड्रेनों के तटबंधों की निरंतर निगरानी रखें। पीछे से आने वाले पानी का अपडेट लेते रहें।
एसडीएम व तहसीलदार संभावित जलभराव प्रभावित क्षेत्रों का करें दौरा
उपायुक्त सुशील सारवान ने कहा कि जिला के सभी उपमंडलों के एसडीएम संभावित जलभराव प्रभावित क्षेत्रों व गांवों का दौरा अवश्य करें। गांवों में पटवारी, नंबरदार, सरपंच व ग्राम सचिव आदि को एक्टिव कर दें। अपने क्षेत्रों में पूरी तरह अलर्ट रहें तथा सभी संसाधनों के साथ अपनी तैयरी रखें। गांव में ग्रामीणों आदि से निरंतर संपर्क बनाएं रखें। साथ लगते जिलों की स्थिति पर भी नजर रखें तथा वहां से भी अपडेट लेते रहें।
बाढ़ बचाव संबंधी उपकरण व संसाधन तैयार रखें
उपायुक्त ने कहा कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में हॉट स्पॉट एरिया व गांवों पर कड़ी निगरानी रखें। इसके साथ ही मिट्टी के बोरे, ट्रेक्टर -ट्रालियां, मोबाइल पंप, जनरेटर सहित अन्य सामान व संसाधन जैसे नाव, चप्पू, लाइफ जैकेट, शुद्ध हवा के सिलेंडर, मोटर बोट, तीर कुंडे, रस्से आदि की उपलब्धता सुनिश्चित कर लें। जिन गांवों में पानी भरने की संभावना हो, वहां के ग्रामीणों को पहले से ही सूचना दे दी जाए। बिजली विभाग के अधिकारियों से भी तालमेल बनाकर रखें। शहरी स्थानीय निकास व जनस्वास्थ्य विभाग के अधिकारी सभी शहरों में बरसात के समय में तुरंत पानी की निकासी सुनिश्चित करें। बाढ़ बचाव के लिए कंट्रोल रूम स्थापित किए जाएं। बरसात के मौसम के दौरान स्वास्थ्य विभाग जरूरी जीवन रक्षक दवाओं की उपलब्धता व मलेरिया रोकथाम जैसे उपाय सुनिश्चित करे।
बरसाती सीजन को देखते हुए संबंधित विभाग के अधिकारी व कर्मचारी 24 घण्टे रहें उपलब्ध उपायुक्त सुशील सारवान ने बरसाती सीजन को देखते हुए संबंधित विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे अपने कार्यालय को मैनटेन रखते हुए 24 घण्टे उपलब्ध रहे ताकि जरूरत पडऩे पर उचित कार्यवाही अमल में लाई जा सके। उन्होंने कहा कि संबंधित विभाग का कोई भी अधिकारी या कर्मचारी छुट्टïी पर न रहे। उन्होंने कहा कि जिस भी अधिकारी या कर्मचारी को जो भी ड्यूटी लगाई जाती है वह उसे पूरी ईमानदारी व निष्ठï के साथ पूरा करें। अगर कोई कर्मचारी किसी प्रकार की लापरवाही या अपनी ड्यूटी पर तैनात नहीं मिला तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
समाधान शिविर में आने वाली शिकायतों को तुरंत करें समाधान
उपायुक्त सुशील सारवान ने बताया कि जिला में आयोजित होने वाले समाधान शिविरों में अब तक 2831 शिकायतें प्राप्त हुई हैं, जिनमें से 2012 शिकायतों का समाधान किया जा चुका है। इसके अलावा 149 शिकायतों को रिजेक्ट किया गया है और 670 शिकायतों को समाधान के लिए संबंधित विभागों में भेजा गया है। उन्होंने बताया कि समाधान शिविर में आने वाली शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए संबंधित विभाग तुरंत समाधान करवाएं ताकि लोगों को समस्याओं से निजात मिल सके।