Haryana News: कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 34वीं दीक्षांत समारोह धूमधाम से हुआ सम्पन्न, छात्रों में खुशी का माहौल
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Haryana News : सोमवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के श्रीमद्भागवद्गीता सदन में 34वीं दीक्षांत समारोह का आयोजन धूमधाम से किया गया। समारोह में छात्रों के बीच खुशी और उत्साह का माहौल देखने को मिला। इस महत्वपूर्ण अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे, जबकि विश्वविद्यालय के कुलपति और हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा और पूर्व इसरो चेयरमैन डॉ. एस. सोमनाथ ने विशेष अतिथि के रूप में समारोह की शोभा बढ़ाई।
मुख्य अतिथियों का संबोधन:
मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने छात्रों को उनके सफल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी और कहा कि यह क्षण उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण पल है। उन्होंने कहा, “आज आप सभी को जो डिग्रियां प्राप्त हो रही हैं, वह सिर्फ शिक्षा का प्रमाण नहीं बल्कि आपके संघर्ष, परिश्रम और समर्पण का फल हैं। आप सभी को आगे बढ़ते हुए देश और समाज की सेवा में अपना योगदान देना है।”
हरियाणा के राज्यपाल और विश्वविद्यालय के कुलपति बंडारू दत्तात्रेय ने छात्रों को उनके उच्च अध्ययन और भविष्य के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ने हमेशा गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए खुद को समर्पित किया है। हमें गर्व है कि यह विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में न केवल राज्य बल्कि देशभर में एक प्रमुख स्थान रखता है।”
डिग्री प्राप्त करने वाले छात्र:
समारोह के दौरान विभिन्न संकायों के छात्रों को डिग्रियां दी गईं। जिनमें कला और भाषाओं, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान, जीवन विज्ञान, फार्मास्युटिकल विज्ञान, शिक्षा, ओरिएंटल अध्ययन, कानून और वाणिज्य एवं प्रबंधन संकाय के छात्र शामिल थे। इस वर्ष कुल 1,746 छात्रों को डिग्रियां दी गईं, जिनमें अंडरग्रेजुएट (UG), पोस्टग्रेजुएट (PG) और पीएचडी शोधकर्ता शामिल थे।
जब छात्रों को डिग्रियां मिल रही थीं, उनके चेहरों पर खुशी और गर्व की झलक थी। यह क्षण उनके जीवन का अविस्मरणीय पल था। खासकर पीएचडी करने वाले शोधकर्ताओं की आंखों में आत्मसंतोष और सफलता की चमक देखी जा सकती थी।
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विशेष अतिथियों का योगदान:
इस विशेष मौके पर शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “आज का यह दिन हमारे लिए गर्व का पल है क्योंकि हरियाणा के छात्रों ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। मुझे विश्वास है कि हमारे छात्र हर क्षेत्र में अपना नाम रोशन करेंगे और हमारे राज्य और देश का नाम बढ़ाएंगे।”
पूर्व इसरो चेयरमैन डॉ. एस. सोमनाथ ने छात्रों से प्रेरणा लेते हुए कहा, “आपके पास जो शिक्षा है, वह आपके जीवन में सफलता की कुंजी है। विज्ञान, प्रौद्योगिकी, और समाज सेवा में योगदान करने के लिए हमेशा तैयार रहिए। आपके पास जो भी अवसर आए, उसे अपने राष्ट्र और समाज के कल्याण में लगाइए।”
समारोह का आयोजन और आयोजन स्थल:
समारोह का आयोजन श्रीमद्भागवद्गीता सदन में किया गया, जो विश्वविद्यालय के एक प्रमुख सांस्कृतिक और शैक्षिक केंद्र के रूप में जाना जाता है। इस समारोह में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों, शिक्षकों और अधिकारियों के साथ-साथ उनके परिवार और मित्र भी मौजूद थे। समारोह में शास्त्रीय संगीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई और छात्रों के उत्साह को दोगुना कर दिया।
इस वर्ष के दीक्षांत समारोह की एक खास बात यह रही कि विश्वविद्यालय ने छात्रों के सम्मान में एक आकर्षक और सशक्त कार्यक्रम आयोजित किया, जिससे छात्रों को न केवल शैक्षिक सफलता का जश्न मनाने का मौका मिला बल्कि उन्हें अपने भविष्य की दिशा निर्धारित करने के लिए भी प्रेरित किया गया।
आने वाली चुनौतियों का सामना:
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने छात्रों को आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार रहने का संदेश दिया। उन्होंने कहा, “आज के समय में सफलता केवल डिग्री तक सीमित नहीं रहती, बल्कि यह उस क्षण से जुड़ी होती है जब आप जीवन में अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कठोर मेहनत और समर्पण से काम करते हैं। इस समाज में शिक्षा का महत्व बढ़ता जा रहा है, और आपको इसके द्वारा प्राप्त ज्ञान का सही उपयोग करना है।”
उन्होंने छात्रों से यह भी अपील की कि वे अपनी सफलता को समाज और देश की भलाई के लिए इस्तेमाल करें। “आपके पास जो शिक्षा है, वह आपको एक नेता और मार्गदर्शक बनाती है। आप जहां भी जाएं, हमेशा अपने देश, समाज और परिवार की सेवा में अपना योगदान दें,” मुख्यमंत्री ने कहा।
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का 34वां दीक्षांत समारोह न केवल छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर था, बल्कि यह हरियाणा राज्य के शिक्षा क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ। इस समारोह ने छात्रों के भविष्य को दिशा देने के साथ-साथ उन्हें समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को समझने का भी मौका दिया। अब यह देखना होगा कि ये युवा अपनी शिक्षा का सही उपयोग करते हुए अपने देश और समाज के लिए कौन सी नई ऊंचाइयां छूते हैं।