गोहाना के लघु सचिवालय में 154 दिन से दिया जा रहा है सोनीपत जिले के किसानों का बेमियादी धरना
भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष का दो टूक सवाल : साफ बताएं मुआवजा देना भी है या नहीं, 7 दिन मांगे थे, बीत गया महीना, पर नहीं मिला मुआवजा
गोहाना :-29 जून : मुआवजे के लिए किसानों का इंतजार लंबे से लंबा होता जा रहा है। इससे उनके धैर्य का बांध अब टूटने को बेकरार है। शनिवार को यह टिप्पणी भारतीय किसान यूनियन की हरियाणा इकाई के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने की। वह शहर के लघु सचिवालय में मुआवजे की मांग को ले कर 154 दिन से जारी सोनीपत जिले के जिला स्तरीय धरने को संबोधित कर रहे थे। सत्यवान नरवाल ने स्मरण करवाया कि इसी माह के प्रारंभ में पंचकूला में किसानों की कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के आला अधिकारियों से सीधी बातचीत हुई थी, तब मुआवजे के लिए सहमत होते हुए सात दिन का समय मांगा गया था। लेकिन अब पूरा महीना बीत गया है। पर मुआवजे का कोई अता-पता नहीं है । उन्होंने राज्य की भाजपा सरकार से दो टूक साफ करने के लिए कहा कि उनकी नीयत मुआवजा देने की है भी या नहीं। उन्होंने सी.एम. नायब सिंह सैनी को उनका वह बयान याद दिलाया जिसमें उन्होंने कहा था कि जो अफसर जनता को परेशान करेगा, उसे मैं परेशान कर दूंगा । भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि किसानों के परेशान होने में कोई कसर बाकी नहीं बची है। 29 जनवरी से धरने पर बैठे किसानों ने पहले सर्दी, फिर गर्मी को झेला। अब बारिश दस्तक दे चुकी है तो भी उनके हौसले पस्त नहीं हुए हैं। अगर सरकार मुआवजा देगी, तब किसान उसका धन्यवाद करेंगे। पर मुआवजा न मिला तो भाकियू अपने आंदोलन को और तेज करने के लिए मजबूर हो जाएगी। उन्होंने संकेत दिया कि धरना गोहाना से पंचकूला शिफ्ट हो सकता है।
154वें दिन के धरने पर आजाद सिंह मोर, सूरजभान चहल, वजीर सिंह नरवाल, राम किशन, पाला राम, रमेश कुमार, शमशेर सिंह आदि भी बैठे