कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक ने भाकियू को दी जानकारी, दो साल में बर्बाद फसलों का मुआवजा एक सप्ताह में आ जाएगा खातों में
गोहाना :-20 जून : 2021-22 और 2022-23 में खराब हुई फसलों का अप्रूव्ड मुआवजा एक सप्ताह के भीतर किसानों के बैंक खातों में सीधे आ जाएगा। गुरुवार को यह जानकारी कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक ने भारतीय किसान यूनियन की हरियाणा इकाई के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल को दी। रिलायंस बीमा कम्पनी द्वारा जिन किसानों की बीमा पॉलिसियों को मुआवजा देने से बचने के लिए रद्द कर दिया था, सोनीपत जिले के ऐसे किसानों की कुल संख्या 1079 है। इन किसानों के लिए भाकियू 29 जनवरी से गोहाना के लघु सचिवालय में सोनीपत जिले का जिला स्तरीय धरना दे रही है। साथ में जुड़ा मुद्दा दो लेखा वर्षों के लंबित मुआवजे का है। दोनों मुद्दों को ले कर पंचकूला में भाकियू और विभाग के आला अधिकारियों में आमने-सामने की सीधी और सकारात्मक बातचीत हो चुकी है ।
भाकियू के प्रदेश ऊपाध्यक्ष नरवाल ने धरने के 145वें दिन जब किसानों के सामने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक को फोन किया, उनका कहना था कि 2021-22 और 2022-23 में खराब हुई रबी और खरीफ की फसलों के लिए जिन भी किसानों का मुआवजा अप्रूव हो चुका है, वह 7 दिन में खातों में आ जाएगा। 1079 किसानों, जिन की पॉलिसियां रद्द कर दी गई थीं, उनको ले कर भी विभाग का रवैया किसानों के लिए उत्साहवर्द्धक है। सत्यवान नरवाल ने कहा कि सरकार उन किसानों को भी मुआवजा देगी जिन की फसलें मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रड नहीं थी । भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष ने सरकार को स्मरण करवाया कि 1079 किसानों की पॉलिसियां रद्द करते हुए जिन 255 सीमित किसानों को मुआवजा दिया गया, उन्होंने भी अपनी डिटेल पोर्टल पर अपलोड नहीं कर रखी थी। ऐसे में पॉलिसियां रद्द करने के शिकार हुए 1079 किसानों का मुआवजा भी उनका अधिकार है। धरने पर सतीश बनवासा, सुरेश कथूरा, प्रवीण कथूरा, सोनू बनवासा, रामकिशन मदीना, पाला राम मदीना, रमेश मदीना, साहब सिंह मलिक आदि भी बैठे।