सी.एम. से ले कर पी.एम. तक से मायूस गोहाना में धरने पर बैठे किसान अब लेंगे कानून का सहारा
गोहाना :-20 मई : प्रदेश के सी. एम. और पूर्व सी.एम. से ले कर देश के पी.एम. तक से मायूस किसान अब कानून का सहारा लेंगे। भारतीय किसान यूनियन का प्रतिनिधिमंडल गोहाना पुलिस जिला के डी.सी.पी. से मिलेगा और उनसे मांग करेगा कि रिलायंस बीमा कम्पनी पर किसानों से धोखाधड़ी करने का केस दर्ज किया जाए। अगर पुलिस तैयार नहीं हुई, तब केस दर्ज करवाने के लिए अदालत की शरण ली जाएगी। सोनीपत जिले के किसान 113 दिन से गोहाना के लघु सचिवालय में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। धरने का नेतृत्व भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल कर रहे हैं। किसान दो ट्रक फैसला कर चुके हैं कि जब तक 2021 और 2022 में खराब हुई उनकी फसलों का मुआवजा उनके खातों में 12 प्रतिशत ब्याज के साथ ट्रांसफर नहीं होगा, तब तक वे बेमियादी धरने पर डटे ही रहेंगे तथा इस धरने को समाप्त नहीं करेंगे। सत्यवान नरवाल का आरोप है कि पी. एम. फसल बीमा योजना में रिलायंस बीमा कम्पनी ने किसानों से छल किया है। जब फसलों के मुआवजे को देने का समय आया, तब इस कम्पनी ने अचानक किसानों की पॉलिसियां ही रद्द कर दीं। पॉलिसियां एक समय सीमा में ही रद्द की जा सकती थीं और वह समय कब का बीत चुका था। ऐसे में किसान न केवल ब्याज समेत मुआवजा चाहते हैं अपितु वे कम्पनी पर केस भी दर्ज करवाना चाहते हैं।
किसान लघु सचिवालय में 29 जनवरी को धरने पर बैठे थे। लोकसभा चुनाव का बिगुल बजने के बाद सरकार जागी। पूर्व सी. एम. मनोहर लाल खट्टर गोहाना आए तो उन्होंने किसानों को भरोसा दिलाया कि उन्हें मुआवजा जरूर मिलेगा। उसके बाद अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे। शर्त रख दी कि किसानों को दस्तावेज दोबारा जमा करवाने होंगे। किसान भड़क गए। सवाल किया कि जब दस्तावेज पहले से दे रखे हैं, दोबारा क्यों ? दोबारा दस्तावेज देने से इंकार कर दिया ।
सी.एम. नायब सिंह सैनी ने भैंसवाल कलां गांव में किसानों से मुलाकात की। सैनी ने यह वायदा तो किया कि किसानों को मुआवजा जरूर दिया जाएगा, लेकिन वह टाइम की डेडलाइन के लिए नहीं माने। सोनीपत लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी मोहन लाल बड़ौली ने चुनाव के बाद मुआजवा दिलवाने की हामी भरी। किसान अड़ गए कि मुआवजा मिलने के बाद ही धरना खत्म किया जाएगा।
किसान चाहते थे कि 18 मई को पी. एम. नरेंद्र मोदी के गोहाना आने पर उनकी किसानों से मुलाकात करवा दी जाए। इसके लिए बाकायदा एस.डी.एम. को पी. एम. और डी. सी. को संबोधित ज्ञापन दिया गया। मिलवाना दूर, किसी ने इस का जिक्र तक नहीं किया तो किसानों का पारा चढ़ गया।
अब किसानों ने जहां मुआवजा मिलने तक धरना जारी रखने का निश्चय दोहराया है, वहीं रिलायंस कम्पनी के खिलाफ कानून का दरवाजा खटखटाने का निर्णय किया है। भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने सोमवार को कहा कि पहले किसान गोहाना पुलिस जिला के डी.सी.पी. से मिलेंगे। उसके बाद भी अगर केस दर्ज नहीं हुआ तो किसान अदालत की शरण लेंगे तथा उसके माध्यम से केस दर्ज करवाएंगे।