गोहाना के लघु सचिवालय में किसानों का धरना 101 वें दिन भी जारी : सात दिन का दिया अल्टीमेटम
सी.एम. तक के संज्ञान में, फिर भी नहीं समाधान: नरवाल
गोहाना :-8 मई : एस.डी.एम. और डी.सी. ही नहीं, स्वयं सी.एम. के संज्ञान में पूरा मामला है। इस के बावजूद 101 दिन से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे किसानों को उम्मीद की कोई किरण नजर नहीं आ रही है। बुधवार को यह विक्षोभ हरियाणा भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल ने व्यक्त किया ।
सत्यवान नरवाल लघु सचिवालय में चल रहे सोनीपत जिले के जिला स्तरीय धरने को संबोधित कर रहे थे । उन्होंने आश्चर्य व्यक्त किया कि स्वयं सी. एम. नायब सिंह सैनी का रवैया ढुलमुल पूर्ण रहा। मंगलवार को जब किसान गोहाना दौरे में भैंसवाल कलां में सी.एम. से मिले सी.एम. ने कहा कि उन्हें पूरे मामले की जानकारी पहले से है। लेकिन न वह मुआवजे के भुगतान की कोई डैडलाइन देने के लिए तैयार हुए, न किसानों के सामने उन्होंने कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के निदेशक को फोन तक किया। किसान 2021 और 2022 में फसलों को हुए नुकसान के मुआवजे के लिए संघर्ष कर रहे हैं। भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कि डेढ साल पहले सोनीपत के डी.सी. अपना फैसला किसानों के हक और रिलायंस बीमा कम्पनी के खिलाफ दे चुके हैं। उनके अनुसार कम्पनी ने फैसले को राज्य स्तर पर चुनौती दी। एक महीने में फैसला हो जाना चाहिए था, पर विभाग के आला अधिकारी सवा साल से फाइल पर कुंडली मारे बैठे हैं । सत्यवान नरवाल ने राज्य सरकार को नया अल्टीमेटम 7 दिन का दिया । उनके अनुसार अगर सात दिन में किसानों के खातों में मुआवजा नहीं आया और रिलांयस बीमा कम्पनी पर छल से गैर-कानूनी तौर से पॉलिसियां रद्द करने पर केस दर्ज नहीं हुआ, 15 मई को लघु सचिवालय के धरना स्थल पर राज्य स्तर की महापंचायत की जाएगी। 101वें दिन के धरने पर धनपत मदीना, दिलबाग मदीना, सूरजभान चहल, सतबीर नरवाल, पाला राम मलिक, राकेश मदीना आदि बैठे।