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पलवल के पुलिस विभाग में 3 करोड़ 20 लाख रुपए का घोटाला सामने आया है। पुलिस कर्मियों ने ई-चालान भुगतान के पैसों को बैंक में जमा न कराकर खुद ही हड़प लिए।

डीएसपी की जांच रिपोर्ट पर कैंप थाना पुलिस ने चालान ब्रांच में तैनात हैड कॉन्स्टेबल जनक व ओमवीर के खिलाफ सरकारी पैसे का गबन करने का केस दर्ज किया। एचसी जनक को गिरफ्तार कर लिया है।

हरियाणा के पलवल में पुलिस विभाग में 3 करोड़ 20 लाख रुपए का घोटाला सामने आया है। पुलिस कर्मियों ने ई-चालान भुगतान के पैसों को बैंक में जमा न कराकर खुद ही हड़प लिए।पुलिस उससे रिमांड पर लेकर मामले में पूछताछ करेगी।

डीएसपी संदीप मोर ने बुधवार को पत्रकारों को बताया कि एसपी लोकेंद्र सिंह को जानकारी मिली कि ई-चालान की रकम समय पर खातों में जमा नहीं हो रही है। उन्होंने इसकी जांच उन्हें (डीएसपी ट्रैफिक संदीप मोर को) सौंपी। उन्होंने जनवरी 2020 से 31 मार्च 2023 तक के रिकॉर्ड की जांच की। जांच में पाया कि इस दौरान बैंक में पैसे जमा कराने की जो रसीद रिकॉर्ड में लगी हुई थी, वे बैंक की रसीदों से भिन्न थी।

उन्होंने जब जांच की तो इस दौरान कुल रकम 3 करोड़ 20 लाख 19 हजार 650 रुपए बनती है, जो बैंक में जमा नहीं कराई गई। इस दौरान वर्ष 2018 से 2021 तक चालान ब्रांच में हवलदार जनक बतौर इंचार्ज रहा था। एचसी जनक ने चालान की रकम लेकर उसे विभाग के साथ धोखाधड़ी कर बैंक खाते में जमा नहीं कराया।

नियम के अनुसार चालान की रकम प्रतिदिन शाम को बैंक में जमा होनी चाहिए, लेकिन जनक ने कुछ रकम जमा कराई थी, जो भी 15-15 दिन में जमा हुई। डीएसपी ने बताया कि कोरोना काल के दौरान मामला अधिकारियों के संज्ञान में नहीं आ सका था।

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डीएसपी संदीप मोर ने बताया कि ई-चालान की रकम को बैंक में जमा कराने के लिए जो रसीद मिलती है, वे एचसी जनक ने रिकॉर्ड में लगाई हुई थी, लेकिन जो रसीद रिकॉर्ड में लगी हुई थी, उनका मिलान बैंक में किया तो वे फर्जी मिली। जांच में पता चला है कि आरोपी ने बैंक की रसीदों पर फर्जी मोहर लगाकर उन्हें रिकॉर्ड में लगाया हुआ था। जबकि इस दौरान कुछ रकम आरोपी ने बैंक में जमा भी कराई है, लेकिन वह न के बराबर है। उसने सरकारी रकम को हड़प लिया।

डीएसपी संदीप मोर ने बताया कि करोड़ों का घोटाला सामने आने पर उन्होंने अपनी रिपोर्ट तैयार कर पुलिस अधिकारी को सौंप दी। जिसके आधार पर कैंप थाना पुलिस ने आरोपी पुलिस कर्मी जनक व ओमवीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने आरोपी चालान शाखा प्रभारी हवलदार जनक को गिरफ्तार कर लिया है। रिमांड के दौरान उससे उक्त रकम के बारे में पूछताछ की जाएगी।

डीएसपी ने कहा कि पूछताछ के दौरान जिस भी पुलिस कर्मचारी व अधिकारी की इसमें संलिप्तता पाई जाएगी, उसे माफ नहीं किया जाएगा। पुलिस विभाग के पैसे की पूरी रिकवरी कर उसे खाते में जमा कराया जाएगा। आरोपी ओमवीर की जांच की जा रही है, अभी तक की जांच में उसके खिलाफ कोई पुख्ता तथ्य नहीं मिले हैं। तथ्य मिलते ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

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