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रोहतक के डॉ. सचिन शर्मा को विदेश मंत्रालय में मिली अहम जिम्मेदारी 

अनुसंधान, नीति संवाद और क्षमता निर्माण को देंगे नई दिशा

 

रोहतक,(अनिल जिंदल), 27 सितंबर । हरियाणा के रोहतक शहर के डॉ. सचिन कुमार शर्मा को रिसर्च एंड इन्फॉर्मेशन सिस्टम फॉर डेवलपिंग कंट्रीज (आरआईएस) का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। आरआईएस विदेश मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत एक प्रमुख थिंक टैंक है।

आरआईएस के महानिदेशक के रूप में डॉ. शर्मा विकासशील देशों, विशेषकर अल्पविकसित देशों (एलडीसीज) के लिए अनुसंधान, नीति संवाद और क्षमता निर्माण को नई दिशा देंगे। उनका नेतृत्व वैश्विक विकास विमर्श को सशक्त बनाएगा तथा दक्षिण–दक्षिण सहयोग को और मजबूती प्रदान करेगा।

डॉ. शर्मा की यात्रा संघर्ष, लगन और उद्देश्यपूर्ण प्रयासों की प्रेरक गाथा है।

उन्होंने अपनी स्कूल शिक्षा रोहतक शहर में तथा कॉलेज की पढ़ाई महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में की। इसके बाद डॉ. शर्मा ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू), नई दिल्ली से एम.फिल. और पीएचडी कर पढ़ाई पूरी की। साथ ही उन्होंने विदेशों में कई विशेष प्रशिक्षण पाठ्यक्रम भी पूरे किए, जिनमें ऑस्ट्रेलिया अवॉर्ड्स के अंतर्गत यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया से कृषि और खाद्य सुरक्षा तथा यूएन–ईएसकैप, यूएनईपी और यूएनसीटैड के अंतर्गत सतत विकास हेतु जलवायु–स्मार्ट व्यापार और निवेश प्रमुख हैं।

पिछले लगभग 16 वर्षों से डॉ. शर्मा अंतरराष्ट्रीय व्यापार और कृषि क्षेत्र के हितों की रक्षा हेतु सक्रिय रहे हैं।

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डब्ल्यूटीओ अध्ययन केंद्र (सीडब्ल्यूएस) में अपने कार्यकाल के दौरान उनके अनुसंधान और नीतिगत सुझावों ने भारत की व्यापार वार्ताओं को ठोस आधार प्रदान किया और किसानों के हितों की सुरक्षा सुनिश्चित की।

उन्होंने भारत की व्यापार नीति रणनीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। विशेष रूप से, उनके प्रयासों से भारत ने बाली पीस क्लॉज लागू किया, जिसके माध्यम से सार्वजनिक भंडारण कार्यक्रमों को संभावित डब्ल्यूटीओ विवादों से सुरक्षित किया जा सका। वे पिछले पांच डब्ल्यूटीओ मंत्री स्तरीय सम्मेलनों—अबू धाबी (2024), जेनेवा (2022), ब्यूनस आयर्स (2017), नैरोबी (2015) और बाली (2013)—में भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य रहे हैं।

एक प्रख्यात विद्वान के रूप में उन्होंने छह पुस्तकों और अनेक शोध लेखों का लेखन किया है। उनकी पुस्तक “डब्ल्यूटीओ एंड फूड सिक्योरिटी” का व्यापक रूप से उल्लेख हुआ है और इसने विकासशील देशों में खाद्य सुरक्षा और व्यापार नियमों पर विमर्श को दिशा दी है।

आरआईएस की ओर से डॉ. शर्मा का हार्दिक स्वागत करते हुए कहा गया है कि नीति अनुसंधान, वार्ताओं और विकास सहयोग के क्षेत्र में उनका विविध अनुभव संस्था के मिशन को और अधिक सशक्त करेगा। यह मिशन नीतिगत सहयोग उपलब्ध कराने, साझेदारियों को मजबूत करने और समावेशी वृद्धि, सतत विकास तथा गहन दक्षिण–दक्षिण सहयोग के लिए संवाद को प्रोत्साहित करने पर केंद्रित है।

Khabar Abtak

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