फसल अवशेष प्रंबधनः किसानों को पराली जलाने से रोकने के लिए लघु सचिवालय में हुई विभिन्न विभागों की बैठक
फसल अवशेष प्रंबधन के तहत उपायुक्त सुशील सारवान के निर्देशन में हुई कृषि एवं किसान कल्याण, राजस्व, पंचायत व अन्य विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों की जिला स्तरीय बैठक

पराली जलाने पर किसानों पर होगी कार्रवाई, पर्यावरण संरक्षण हम सब की जिम्मेवारी
फसल अवशेष प्रबंधन करने वाले किसानो को विभाग देगा 1200 रूपये प्रति एकड़ की सब्सिडी
सोनीपत, 08 अगस्त। उपायुक्त सुशील सारवान के निर्देशन व खरखौदा उपमड़ंल अधिकारी (ना0) डाॅ़ निर्मल नागर की अध्यक्षता मे शुक्रवार को लघु सचिवालय के तृतीय तल पर बने काॅन्फ्रेंस हाॅल में कृषि एवं किसान कल्याण, राजस्व विभाग, पंचायत विभाग व अन्य विभागों की फसल अवशेष प्रबंधन के लिए जिला स्तरीय बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें उपमंड़ल अधिकारी डाॅ़ निर्मल नागर ने सभी विभागों के अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वो किसानों को समझाएं कि वो फसल अवशेषों को न जलाएं क्योंकि इससे मिट्टी की उर्वरता खत्म होती है व पर्यावरण दूषित होता है। जिससे बच्चों व बुजुर्गों को सांस लेने से संबंधित समस्याएं होती है।
उपमंडल अधिकारी ने बताया कि पिछले वर्ष सोनीपत में हरसैक द्वारा 70 लोकशन प्राप्त हुई थी। जिसमें से 17 लोकेशनों पर आगजनी की घटना पाई गई जिस पर कार्रवाई करते हुए एफआईआर और जुर्माना लगाया गया। उन्होंने बताया कि जो भी किसान आगजानी करता हुआ पाया गया उस पर एफआईआर होगी व जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि 0 से 2 एकड़ पर 5 हजार रूपये, 2 से 5 एकड़ पर 10 हजार रूपये व 5 एकड़ से उपर पर 30 हजार रूपये का जुर्माना लगाया जाएगा। उन्होंने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वो गांव स्तर पर आगजनी की घटनाओं को रोकने के लिए निगरानी करेगें और हरसैक द्वारा लोकेशन प्राप्त होने पर उपरोक्त अधिकारी व कर्मचारी मौके पर जाकर अपनी रिपोर्ट कृषि विभाग को देगे।
उप कृषि निदेशक डाॅ़ पवन शर्मा ने बताया कि किसान अपने खेतों में आगजनी की घटना करने की बजाय अपने खेतों में पराली का प्रबंधन के माध्यम से करे। फसल अवशेष प्रबंधन करने वाले किसानों को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, सोनीपत के द्वारा 1200 रूपये प्रति एकड़ अनुदान दिया जाएगा। अनुदान पाने के लिए किसान कृषि विभाग की वेबसाईट पर अपना पंजीकरण करवा ले।
उन्होंने बताया कि जिले मे फसल अवशेष प्रबंधन के अंतर्गत कृषि विभाग के द्वारा गांव स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाएगा और स्कूल व काॅलेजों में भी विद्यार्थियों को इस बारे में जागरूक किया जाएगा।
इस मौके पर एसडीएम गन्नौर प्रवेश काद्यिान, डीसीपी राजपाल, तहसीलदार मनोज, नायब तहसीलदार गजे सिंह, नायब तहसीलदार अभिनव गौतम, उपमंड़ल कृषि अधिकारी डाॅ़ संदीप वर्मा, सहायक कृषि अभियंता नवीन हुड्डा व अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।